
एशेज सीरीज के दूसरे टेस्ट में स्टीव स्मिथ (Steve Smith) के चोटिल 'करने' के बाद इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर इस समय हर कहीं चर्चा का विषय बने हुए हैं. वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के पहले टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) और महान क्रिकेटर विव रिचर्ड्स (Vivian Richards) एक-दूसरे से रूबरू हुए तो स्वाभाविक रूप से दोनों दिग्गजों की इस बातचीत के दौरान गेंदबाजों द्वारा बाउंसरों के इस्तेमाल का मसला भी उठा. विराट और वेस्टइंडीज के पूर्व बल्लेबाज रिचर्ड्स, दोनों ने इस मसले पर खुलकर राय जताई. कोहली ने कहा कि पारी की शुरुआत में ही बाउंसर झेलना अच्छा है और इससे उन्हें गेंदबाज के खिलाफ आक्रामक बल्लेबाजी करके दबाव बनाने की प्रेरणा मिलती है.
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Special: @imVkohli in conversation with @ivivianrichards (Part 1)
— BCCI (@BCCI) August 22, 2019
King Kohli turns anchor and quizzes the Caribbean Master to understand his fearless mindset - by @28anand
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कोहली (Virat Kohli) ने बीसीसीआई टीवी से बात करते हुए कहा,‘मेरा हमेशा से मानना है कि शुरू में ही बाउंसर का सामना करना अच्छा है. इससे मुझे प्रेरणा मिलती है कि दोबारा ऐसा नहीं होने पाए. शरीर पर उस दर्द को महसूस करके लगता है कि ऐसा फिर नहीं होना चाहिये.' कोहली ने वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज विवियन रिचर्ड्स (Vivian Richards) से बातचीत के दौरान कई सवाल पूछे. वेस्टइंडीज के पूर्व बल्लेबाज रिचर्ड्स ने इस मसले पर कहा,‘यह खेल का हिस्सा हैं. यह इस पर निर्भर करता है कि आप ऐसी चीजों से कितने बेहतर तरीके से उबरते हैं.'
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इस दौरान भारतीय कप्तान ने आक्रामक अंदाज में बैटिंग करने वाले रिचर्ड्स की तारीफों के पुल बांधे. उन्होंने कहा ,‘हम सभी बल्लेबाजों के लिये प्रेरणास्रोत हैं सर विवियन रिचडर्स.' रिचर्ड्स ने कोहली (Virat Kohli) से समानता के बारे में कहा ,‘मैं हमेशा खुद को सर्वश्रेष्ठ तरीके से अभिव्यक्त करने में विश्वास करता था. मेरा और इसका जुनून समान है. कई बार लोग हमें अलग तरीके से देखते हैं और कहते हैं कि ये इतने गुस्से में क्यों रहते हैं.' कोहली ने जब सवाल पूछा कि उस दौर में खतरनाक तेज गेंदबाजी के बावजूद वह हेलमेट क्यो नहीं पहनते थे, इस पर रिचडर्स ने कहा ,‘मैं मर्द हूं. यह अहंकार से भरा लगेगा लेकिन मुझे लगता था कि मैं ऐसा खेल खेल रहा हूं जो मैं जानता हूं. मैने हर बार खुद पर भरोसा किया. आप चोटिल होने पर भी वह भरोसा नहीं छोड़ते. 'रिचर्ड्स ने कहा,‘मुझे हेलमेट असहज लगता था. मुझे मरून कैप पर गर्व था और मैं वही पहनता था.मुझे लगता था कि चोट लगने पर भी मैं बच जाऊंगा.'
गौरतलब है कि आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी करने वाले विव (Vivian Richards) ने 121 टेस्ट और 187 वनडे मैचों में वेस्टइंडीज का प्रतिनिधित्व किया. टेस्ट क्रिकेट में रिचर्ड्स ने 24 शतकों की मदद से 8540 रन बनाए और उनका औसत 50.23 का रहा. वनडे में उन्होंने 47 के औसत से 6721 रन बनाए. वनडे में रिचर्ड्स ने 11 शतक जड़े. अपनी स्पिन गेंदबाजी से भी रिचर्ड्स (Vivian Richards) टीम के लिए उपयोगी साबित होते थे. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 32 और वनडे क्रिकेट में 118 विकेट हासिल किए. रिचर्ड्स ने वर्ष 1974 में इंटरनेशनल क्रिकेट में आगाज किया था. उन्होंने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच 1991 में खेला था.(इनपुट भाषा)
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