विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे के बीच 200 रन से अधिक की साझेदारी हुई
हैदराबाद:
17 साल में पहली बार भारतीय धरती पर टेस्ट मैच खेलने आई बांग्लादेश टीम को सीरीज के एकमात्र टेस्ट मैच के पहले दो दिन के खेल में जबर्दस्त संघर्ष करना पड़ा. हैदराबाद के राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे टेस्ट के पहले दिन जहां ओपनर मुरली विजय ने शतक लगाकर टीम इंडिया को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया था, वहीं दूसरे दिन कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने करारा प्रहार करते हुए रिकॉर्डतोड़ पारी खेली और मैच को बांग्लादेश से काफी दूर खींचकर ले गए. उन्होंने डॉन ब्रैडमैन (Donald Bradman), राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) और वीरेंद्र सहवाग के रिकॉर्ड तोड़े. अब यदि बांग्लादेशी बल्लेबाजों ने तीसरे दिन सधी हुई बल्लेबाजी नहीं की, तो हो सकता है कि टीम इंडिया को दूसरी पारी में बैटिंग ही न करनी पड़े, क्योंकि पिच के तीसरे दिन से टर्न लेने की संभावना है. ऐसे में उनके लिए भारतीय स्पिन जोड़ी आर अश्विन और रवींद्र जडेजा के सामने टिक पाना बहुत मुश्किल होगा. टीम इंडिया ने 6 विकेट पर 687 रन बनाकर पहली पारी घोषित की, जिसके जवाब में बांग्लादेश ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक एक विकेट पर 41 रन बना लिए. तमीम इकबाल (24) और मोमिनुल हसन (1) नाबाद लौटे. टीम इंडिया को एकमात्र सफलता उमेश यादव ने सौम्य सरकार (15) के रूप में दिलाई.
दूसरे दिन शुरुआत से ही सबकी नजरें विराट कोहली पर थीं. जैसी कि फैन्स को उम्मीद थी कप्तान विराट कोहली ने दोहरा जड़ा दिया. यह उनका लगातार 4 टेस्ट सीरीजों में चौथा दोहरा शतक रहा. उन्होंने 246 गेंदों में कुल 204 रन बनाए, जिसमें 24 चौके जड़े. टीम इंडिया ने चायकाल के बाद 6 विकेट पर 687 रन बनाकर पारी घोषित की. ऋद्धिमान साहा (106) और रवींद्र जडेजा (60) नाबाद लौटे. दोनों ही बल्लेबाजों को एक-एक जीवनदान मिला. साहा ने करियर का दूसरा शतक छक्के के साथ 153 गेंदों में पूरा किया.
एक दोहरा शतक, दो शतक
टीम इंडिया की ओर से मैच में अब तक दो शतक और एक दोहरा शतक लगा है. पहले दिन जहां मुरली विजय ने 108 रनों की पारी खेली थी, वहीं दूसरे दिन विराट कोहली ने करियर का चौथा दोहरा शतक, तो विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा ने नाबाद 106 रन बनाए. इन तीनों के अलावा चेतेश्वर पुजारा ने 83 रन, तो अजिंक्य रहाणे ने 82 रनों का योगदान दिया, जबकि रवींद्र जडे़जा ने 60 रन जोड़े.
ब्रैडमैन-द्रविड़ को छोड़ा पीछे
विराट कोहली ने लगातार 4 टेस्ट सीरीजों में 4 दोहरे शतक लगाकर रिकॉर्ड बना दिया है. वह लगातार सीरीजों में सबसे अधिक दोहरे शतक लगाने के मामले में नंबर वन पर आ गए हैं. उन्होंने इससे पहले वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ दोहरे शतक लगाए थे. उनसे पहले ऑस्ट्रेलिया के सर डॉन ब्रैडमैन और भारत के राहुल द्रविड़ ने लगातार 3 सीरीज में 3 दोहरे शतक जड़े थे.
अश्विन बना सकते हैं रिकॉर्ड
साल 2016 में आईसीसी की ओर से बेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर और टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर का खिताब पाने वाले आर अश्विन एक और रिकॉर्ड की दहलीज पर खड़े हैं. यदि वह बांग्लादेश के खिलाफ इस टेस्ट में दो विकेट और झटक लेते हैं, तो वह सबसे तेजी से 250 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बन जाएंगे. अश्विन के करियर का यह 45वां टेस्ट मैच है. सबसे कम मैचों में 250 टेस्ट विकेट लेने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के महान तेज गेंदबाज डेनिस लिली के नाम है. लिली ने 48 टेस्ट में यह कमाल किया था.
दूसरे दिन के खेल का अपडेट
दिन का अंतिम सत्र : साहा का शतक, जडेजा की फिफ्टी, पारी घोषित
चायकाल के बाद ऋद्धिमान साहा (83) और रवींद्र जडेजा (16) ने टीम इंडिया का पारी को 6 विकेट पर 620 रन से आगे बढ़ाया. जडेजा ने खुलकर बल्लेबाजी की, जबकि शतक के नजदीक पहुंच चुके साहा संभलकर खेले. साहा ने करियर का दूसरा शतक छक्के के साथ 153 गेंदों में पूरा किया, जबकि जडेजा ने पांचवीं फिफ्टी पूरी की. दोनों ही बल्लेबाजों को एक-एक जीवनदान मिला. साहा की 4 रन पर स्टंपिंग छूटी, तो जडेजा का 40 रन पर कैच छूटा. इन दोनों के बीच 118 रन की अहम साझेदारी हुई. साहा (106) और रवींद्र जडेजा (60) नाबाद लौटे. टीम इंडिया- 687/6 पारी घोषित. जवाब में बांग्लादेश ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक एक विकेट पर 41 रन बना लिए. तमीम इकबाल (24) और मोमिनुल हसन (1) नाबाद लौटे. टीम इंडिया को एकमात्र सफलता उमेश यादव ने सौम्य सरकार (15) के रूप में दिलाई.
चायकाल से पहले : विराट की रिकॉर्डतोड़ पारी का अंत
लंच के बाद विराट कोहली को दोहरा शतक बनाने के लिए 5 रन चाहिए थे, जो उन्होंने दूसरे सत्र के तीसरे ओवर में ही हासिल कर लिए. विराट ने ताइजुल इस्लाम की गेंद पर चौका लगाकर लगातार चौथी सीरीज में रिकॉर्डतोड़ चौथा दोहरा शतक पूरा किया. हालांकि इसके बाद वह ज्यादा देर नहीं टिके और इस्लाम ने उन्हें अपने अगले ही ओवर की पहली गेंद पर पगबाधा आउट कर दिया. विराट ने 204 रनों की पारी में 246 गेंदें खेलीं और 24 चौके जड़े. इसके बाद आर अश्विन और ऋद्धिमान साहा ने 74 रनों की साझेदारी करके टीम के स्कोर को काफी मजबूती दे दी. अश्विन 34 रन बनाकर मेहदी हसन का शिकार बने. अश्विन के बाद साहा ने जीवनदान का फायदा उठाते हुए 86 गेंदों में करियर की 5वीं फिफ्टी बनाई. इस सत्र में 32 ओवरों में 143 रन बने और दो विकेट गिरे. चायकाल के समय टीम इंडिया का स्कोर 620/6 रहा. ऋद्धिमान साहा 83 और रवींद्र जडेजा 16 रन पर नाबाद रहे.
विराट ने सहवाग का भी रिकॉर्ड तोड़ा, ऐसे पहले भारतीय कप्तान
विराट कोहली ने किसी घरेलू सीजन में सर्वाधिक रन बनाने के वीरेंद्र सहवाग के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है. कोहली ने 2016-17 के सीजन में अब तक की 15 पारियों में 1140 से अधिक रन बना लिए हैं, जबकि सहवाग ने 2004-05 में 17 पारियों में 1105 रन बनाए थे. तीसरे नंबर पर इंग्लैंड के ग्राहम गूच हैं, जिन्होंने 1990 के सीजन में 11 पारियों में 1058 रन ठोके थे. गौरतलब है कि पहले दिन विराट ने हैदराबाद में 36 रन बनाते ही एक सीजन में हजार रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया था. वह ऐसा करने वाले पहले भारतीय कप्तान और सातवें भारतीय खिलाड़ी हैं. हैदराबाद टेस्ट से पहले कोहली ने 2016-17 में 8 टेस्ट मैच खेले थे, जिनमें 964 रन बनाए थे. उन्हें 1000 के आंकड़े तक पहुंचने के लिए 36 रन चाहिए थे, जबकि विराट ने इससे कहीं अधिक स्कोर करते हुए पहले दिन करियर का 16वां शतक ही जड़ दिया था.
दूसरे दिन लंच तक : रहाणे आउट, कोहली दोहरे शतक के करीब, साहा को जीवनदान
टीम इंडिया की ओर से दूसरे दिन पहले दिन के नाबाद शतकवीर विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे ने पारी को 3 विकेट पर 356 रन से आगे बढ़ाया. कप्तान विराट ने शुरुआत से ही चढ़कर खेलने की कोशिश की और इसमें सफल भी रहे. बांग्लादेश की फील्डिंग एक बार फिर खराब रही और कुछ करीबी मौके गंवा दिए. ऐसे में देखते ही देखते विराट और रहाणे ने टीम का स्कोर 400 रन के पार पहुंचा दिया, वहीं विराट ने अपने 150 रन भी पूरे कर लिए. दोनों के बीच 222 रनों की साझेदारी हो चुकी थी, जब अजिंक्य रहाणे 82 रन (11 चौके) पर आउट हो गए. उन्हें ताइजुल इस्लाम की गेंद पर मेहदी हसन मिराज ने शानदार तरीके से लपका. लंच के समय टीम इंडिया का स्कोर 477/4 रहा, विराट कोहली 191 और ऋद्धिमान साहा 4 रन पर नाबाद रहे. साहा की 4 रन पर ही विकेटकीपर मुशफिकुर रहीम ने स्टंपिंग मिस कर दी. मुरली विजय ने पहले दिन 108 रनों की शानदार पारी खेली थी...
पहले दिन के खेल का अपडेट
टॉस जीतने के बाद कप्तान विराट कोहली ने पहले बैटिंग का फैसला किया. हालांकि जब लोकेश राहुल महज 2 रन पर बोल्ड हो गए, तो लगा कि कहीं यह फैसला गलत तो साबित नहीं हो जाएगा, लेकिन इसके बाद मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा ने बांग्लादेशी गेंदबाजो को कोई मौका नहीं दिया. दोनों ने धमाकेदार बल्लेबाजी की. मुरली विजय (Murali Vijay) ने टेस्ट करियर का नौवां शतक लगाया और 108 रन बनाए. हालांकि विजय को 35 रन के निजी स्कोर पर जीवनदान भी मिला, जब मेहदी हसन ने रनआउट का आसान मौका गंवा दिया.
चेतेश्वर पुजारा ने 12वीं टेस्ट फिफ्टी बनाई और 83 रन बनाकर आउट हुए. पुजारा-विजय के बीच 178 रन की साझेदारी हुई, जबकि कोहली ने रहाणे के साथ 122 रन की नाबाद साझेदारी की. इससे पहले कोहली ने विजय के साथ 54 रन जोड़े थे. उन्होंने 130 गेंदों में 10 चौकों के साथ करियर का 16वां शतक जड़ा. बांग्लादेश के गेंदबाजों को जब 2 रन पर ही पहली सफलता मिली थी, तो लगा था कि वह टीम इंडिया पर दबाव बनाने में सफल होंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हालांकि उसकी खराब फील्डिंग का भी इसमें योगदान रहा. तस्कीन अहमद, मेहदी हसन मिराज और ताइजुल इस्लाम ने एक-एक विकेट लिए. टीम इंडिया ने दिन का खेल खत्म होने तक 3 विकेट पर 356 रन बनाए थे. विराट कोहली (111) और अजिंक्य रहाणे (45) नाबाद लौटे.
दूसरे दिन शुरुआत से ही सबकी नजरें विराट कोहली पर थीं. जैसी कि फैन्स को उम्मीद थी कप्तान विराट कोहली ने दोहरा जड़ा दिया. यह उनका लगातार 4 टेस्ट सीरीजों में चौथा दोहरा शतक रहा. उन्होंने 246 गेंदों में कुल 204 रन बनाए, जिसमें 24 चौके जड़े. टीम इंडिया ने चायकाल के बाद 6 विकेट पर 687 रन बनाकर पारी घोषित की. ऋद्धिमान साहा (106) और रवींद्र जडेजा (60) नाबाद लौटे. दोनों ही बल्लेबाजों को एक-एक जीवनदान मिला. साहा ने करियर का दूसरा शतक छक्के के साथ 153 गेंदों में पूरा किया.
एक दोहरा शतक, दो शतक
टीम इंडिया की ओर से मैच में अब तक दो शतक और एक दोहरा शतक लगा है. पहले दिन जहां मुरली विजय ने 108 रनों की पारी खेली थी, वहीं दूसरे दिन विराट कोहली ने करियर का चौथा दोहरा शतक, तो विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा ने नाबाद 106 रन बनाए. इन तीनों के अलावा चेतेश्वर पुजारा ने 83 रन, तो अजिंक्य रहाणे ने 82 रनों का योगदान दिया, जबकि रवींद्र जडे़जा ने 60 रन जोड़े.
ब्रैडमैन-द्रविड़ को छोड़ा पीछे
विराट कोहली ने लगातार 4 टेस्ट सीरीजों में 4 दोहरे शतक लगाकर रिकॉर्ड बना दिया है. वह लगातार सीरीजों में सबसे अधिक दोहरे शतक लगाने के मामले में नंबर वन पर आ गए हैं. उन्होंने इससे पहले वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ दोहरे शतक लगाए थे. उनसे पहले ऑस्ट्रेलिया के सर डॉन ब्रैडमैन और भारत के राहुल द्रविड़ ने लगातार 3 सीरीज में 3 दोहरे शतक जड़े थे.
अश्विन बना सकते हैं रिकॉर्ड
साल 2016 में आईसीसी की ओर से बेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर और टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर का खिताब पाने वाले आर अश्विन एक और रिकॉर्ड की दहलीज पर खड़े हैं. यदि वह बांग्लादेश के खिलाफ इस टेस्ट में दो विकेट और झटक लेते हैं, तो वह सबसे तेजी से 250 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बन जाएंगे. अश्विन के करियर का यह 45वां टेस्ट मैच है. सबसे कम मैचों में 250 टेस्ट विकेट लेने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के महान तेज गेंदबाज डेनिस लिली के नाम है. लिली ने 48 टेस्ट में यह कमाल किया था.
दूसरे दिन के खेल का अपडेट
दिन का अंतिम सत्र : साहा का शतक, जडेजा की फिफ्टी, पारी घोषित
चायकाल के बाद ऋद्धिमान साहा (83) और रवींद्र जडेजा (16) ने टीम इंडिया का पारी को 6 विकेट पर 620 रन से आगे बढ़ाया. जडेजा ने खुलकर बल्लेबाजी की, जबकि शतक के नजदीक पहुंच चुके साहा संभलकर खेले. साहा ने करियर का दूसरा शतक छक्के के साथ 153 गेंदों में पूरा किया, जबकि जडेजा ने पांचवीं फिफ्टी पूरी की. दोनों ही बल्लेबाजों को एक-एक जीवनदान मिला. साहा की 4 रन पर स्टंपिंग छूटी, तो जडेजा का 40 रन पर कैच छूटा. इन दोनों के बीच 118 रन की अहम साझेदारी हुई. साहा (106) और रवींद्र जडेजा (60) नाबाद लौटे. टीम इंडिया- 687/6 पारी घोषित. जवाब में बांग्लादेश ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक एक विकेट पर 41 रन बना लिए. तमीम इकबाल (24) और मोमिनुल हसन (1) नाबाद लौटे. टीम इंडिया को एकमात्र सफलता उमेश यादव ने सौम्य सरकार (15) के रूप में दिलाई.
ऋद्धिमान साहा ने चोट के बाद वापसी की है. उन्होंने ईरानी कप में भी दोहरा शतक लगाया था (फोटो: AFP)
चायकाल से पहले : विराट की रिकॉर्डतोड़ पारी का अंत
लंच के बाद विराट कोहली को दोहरा शतक बनाने के लिए 5 रन चाहिए थे, जो उन्होंने दूसरे सत्र के तीसरे ओवर में ही हासिल कर लिए. विराट ने ताइजुल इस्लाम की गेंद पर चौका लगाकर लगातार चौथी सीरीज में रिकॉर्डतोड़ चौथा दोहरा शतक पूरा किया. हालांकि इसके बाद वह ज्यादा देर नहीं टिके और इस्लाम ने उन्हें अपने अगले ही ओवर की पहली गेंद पर पगबाधा आउट कर दिया. विराट ने 204 रनों की पारी में 246 गेंदें खेलीं और 24 चौके जड़े. इसके बाद आर अश्विन और ऋद्धिमान साहा ने 74 रनों की साझेदारी करके टीम के स्कोर को काफी मजबूती दे दी. अश्विन 34 रन बनाकर मेहदी हसन का शिकार बने. अश्विन के बाद साहा ने जीवनदान का फायदा उठाते हुए 86 गेंदों में करियर की 5वीं फिफ्टी बनाई. इस सत्र में 32 ओवरों में 143 रन बने और दो विकेट गिरे. चायकाल के समय टीम इंडिया का स्कोर 620/6 रहा. ऋद्धिमान साहा 83 और रवींद्र जडेजा 16 रन पर नाबाद रहे.
विराट ने सहवाग का भी रिकॉर्ड तोड़ा, ऐसे पहले भारतीय कप्तान
विराट कोहली ने किसी घरेलू सीजन में सर्वाधिक रन बनाने के वीरेंद्र सहवाग के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है. कोहली ने 2016-17 के सीजन में अब तक की 15 पारियों में 1140 से अधिक रन बना लिए हैं, जबकि सहवाग ने 2004-05 में 17 पारियों में 1105 रन बनाए थे. तीसरे नंबर पर इंग्लैंड के ग्राहम गूच हैं, जिन्होंने 1990 के सीजन में 11 पारियों में 1058 रन ठोके थे. गौरतलब है कि पहले दिन विराट ने हैदराबाद में 36 रन बनाते ही एक सीजन में हजार रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया था. वह ऐसा करने वाले पहले भारतीय कप्तान और सातवें भारतीय खिलाड़ी हैं. हैदराबाद टेस्ट से पहले कोहली ने 2016-17 में 8 टेस्ट मैच खेले थे, जिनमें 964 रन बनाए थे. उन्हें 1000 के आंकड़े तक पहुंचने के लिए 36 रन चाहिए थे, जबकि विराट ने इससे कहीं अधिक स्कोर करते हुए पहले दिन करियर का 16वां शतक ही जड़ दिया था.
दूसरे दिन लंच तक : रहाणे आउट, कोहली दोहरे शतक के करीब, साहा को जीवनदान
टीम इंडिया की ओर से दूसरे दिन पहले दिन के नाबाद शतकवीर विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे ने पारी को 3 विकेट पर 356 रन से आगे बढ़ाया. कप्तान विराट ने शुरुआत से ही चढ़कर खेलने की कोशिश की और इसमें सफल भी रहे. बांग्लादेश की फील्डिंग एक बार फिर खराब रही और कुछ करीबी मौके गंवा दिए. ऐसे में देखते ही देखते विराट और रहाणे ने टीम का स्कोर 400 रन के पार पहुंचा दिया, वहीं विराट ने अपने 150 रन भी पूरे कर लिए. दोनों के बीच 222 रनों की साझेदारी हो चुकी थी, जब अजिंक्य रहाणे 82 रन (11 चौके) पर आउट हो गए. उन्हें ताइजुल इस्लाम की गेंद पर मेहदी हसन मिराज ने शानदार तरीके से लपका. लंच के समय टीम इंडिया का स्कोर 477/4 रहा, विराट कोहली 191 और ऋद्धिमान साहा 4 रन पर नाबाद रहे. साहा की 4 रन पर ही विकेटकीपर मुशफिकुर रहीम ने स्टंपिंग मिस कर दी.
पहले दिन के खेल का अपडेट
टॉस जीतने के बाद कप्तान विराट कोहली ने पहले बैटिंग का फैसला किया. हालांकि जब लोकेश राहुल महज 2 रन पर बोल्ड हो गए, तो लगा कि कहीं यह फैसला गलत तो साबित नहीं हो जाएगा, लेकिन इसके बाद मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा ने बांग्लादेशी गेंदबाजो को कोई मौका नहीं दिया. दोनों ने धमाकेदार बल्लेबाजी की. मुरली विजय (Murali Vijay) ने टेस्ट करियर का नौवां शतक लगाया और 108 रन बनाए. हालांकि विजय को 35 रन के निजी स्कोर पर जीवनदान भी मिला, जब मेहदी हसन ने रनआउट का आसान मौका गंवा दिया.
चेतेश्वर पुजारा ने 12वीं टेस्ट फिफ्टी बनाई और 83 रन बनाकर आउट हुए. पुजारा-विजय के बीच 178 रन की साझेदारी हुई, जबकि कोहली ने रहाणे के साथ 122 रन की नाबाद साझेदारी की. इससे पहले कोहली ने विजय के साथ 54 रन जोड़े थे. उन्होंने 130 गेंदों में 10 चौकों के साथ करियर का 16वां शतक जड़ा. बांग्लादेश के गेंदबाजों को जब 2 रन पर ही पहली सफलता मिली थी, तो लगा था कि वह टीम इंडिया पर दबाव बनाने में सफल होंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हालांकि उसकी खराब फील्डिंग का भी इसमें योगदान रहा. तस्कीन अहमद, मेहदी हसन मिराज और ताइजुल इस्लाम ने एक-एक विकेट लिए. टीम इंडिया ने दिन का खेल खत्म होने तक 3 विकेट पर 356 रन बनाए थे. विराट कोहली (111) और अजिंक्य रहाणे (45) नाबाद लौटे.
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