यह ख़बर 23 दिसंबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

जोहानिसबर्ग में शानदार प्रदर्शन के लिए वेसेल्स ने भारतीय टीम की तारीफ की

जोहानिसबर्ग:

पहले टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों की तकनीकी और मानसिक रवैये की तारीफ करते हुए दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान कैपलर वेसेल्स ने कहा कि मेहमान टीम के गुरुवार से डरबन में शुरू हो रहे दूसरे मैच में भी 'शानदार' प्रदर्शन जारी रखने की जरूरत है।

वेसेल्स ने कहा, 'पहले मैच में वे (भारतीय टीम) शानदार थे। शृंखला से पहले काफी बातें की जा रही थी और भारतीय बल्लेबाज तथा गेंदबाज दोनों मैदान पर इस मैच में अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहे।'

टेस्ट शृंखला से पहले भारतीय टीम को डरा हुआ कहा गया था और टीम के सीमित ओवरों के कप्तान एबी डिविलियर्स और उसके शीर्ष तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने विशेष तौर पर तीन मैचों की वन-डे शृंखला के दौरान ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया था।

विराट कोहली स्टेन के निशाने पर रहे और जोहानिसबर्ग में पहले वन-डे के दौरान उन्हें मोर्ने मोर्कल की गेंद भी लगी।

कोहली ने इसका जवाब पहले टेस्ट में 119 और 96 रन की पारियों के साथ 215 रन जुटाकर दिया। उनके सकारात्मक रवैये का फायदा अन्य बल्लेबाजों को भी मिला और चेतेश्वर पुजारा ने दूसरी पारी में 153 रन बनाए।

वेसेल्स ने कहा, 'भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार तकनीक का नजारा पेश किया। वे बेजोड़ थे। गेंद को खाली छोड़ना उनकी पारी का अहम बिंदू था।' मैच के अंतिम दिन अलग अलग समय पर दोनों टीमों जीतने की स्थिति में थी। इस टेस्ट मैच में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिले। यह मैच उस समय ड्रा हुआ जब दक्षिण अफ्रीका जीत से आठ रन जबकि भारत तीन विकेट दूर था।

यह कहना काफी मुश्किल होगा कि मैच नहीं जीतने से कौन सी टीम अधिक निराश होगी। शायद दोनों टीमें ड्रा मैच से बराबर खुश होंगी।

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उन्होंने कहा, 'आप किसी टीम के बल्लेबाजों या गेंदबाजों को दोषी नहीं ठहरा सकते। पहली पारी में बल्लेबाजी मुश्किल थी और गेंदबाजों का दबदबा रहा। दूसरी पारी में गेंदबाजी मुश्किल थी क्योंकि पिच आसान हो गई थी। भारतीय गेंदबाजों ने दूसरी पारी में बिलकुल भी खराब प्रदर्शन नहीं किया। बस दक्षिण अफ्रीका ने काफी अच्छी बल्लेबाजी की।'