उमरान मलिक का भारतीय टीम में चयन हुआ, तो पूरा जम्मू-कश्मीर खुशी की बारिश में भीग उठा. नेताओं से लेकर जमीन पर आम फैंस ने उमरान के चयन का जश्न अपने ही अंदाज में मनाया. वहीं, उमरान अपने चयन की खुशी मेंटोर इरफान पठान के साथ भी बांटना नहीं भूले. होटल में उमरान के करियर में अहम भूमिका निभाने वाले और हैदराबाद और जम्मू-कश्मीर के साथी खिलाड़ी अब्दुल समाद दोनों ने अपने मेंटोर इरफान पठान का मुंह मीठा कर चयन का जश्न मनाया. इरफान पठान जम्मू-कश्मीर रणजी ट्रॉफी टीम के कोच रहे हैं और इन दोनों के विकास में पठान की खासी भूमिका रही है. चलिए 5 प्वाइंट्स से जानिए उमरान की फर्श से अर्श तक की कहानी
A tiny Celebration … #debut ???????? #UmranMalik pic.twitter.com/OzSBRoaRVZ
— Irfan Pathan (@IrfanPathan) May 23, 2022
तीन साल पहले टेनिस बॉल से खेलते थे
उमरान मलिक साल 2019 तक टेनिस बॉल से क्रिकेट खेला करते थे. स्पीड से ही प्रभावित होकर जम्मू में उनके कोच रणधीर सिंह ने उन्हें नियमित अभ्यास के लिए आने के लिए कहा. तब उमरान के पास खेलने के लिए एक जोड़ी अच्छे जूते नहीं थे. एक सीनियर ने उमरान के लिए जूतों की व्यवस्था की. कोच ने रोज न आने के लिए फटकार लगायी. और जब हर दिन प्रैक्टिस के लिए आना शुरू किया, तो उमरान की गति भी बढ़ती गयी
अब्दुल समाद की भूमिका बहुत ही अहम
हैदराबाद के लिए पहले से ही खेल रहे अब्दुल समाद ने उमरान की खासी मदद की. उन्होंने लक्ष्मण को वीडियो दिखाया, तो हैदराबाद ने पहले उन्हें नेट बॉलर के रूप में जोड़ा. यहां तक कि पहले साल उमरान को नेट बॉलर के रूप में मिलने वाला वेतन (दस हजार महीना) भी नहीं मिला, लेकिन समाद की जिद पर हैदराबाद ने फैसला लिया, तो यह एकदम सही साबित हुआ. यहां से उमरान का खेल लगातार निखरता ही गया.
कुछ ऐसे आए विराट कोहली की निगाह में
साल 2020 के आईपीएल संस्करण में उमरान मलिक ने जब रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ 153 किमी/घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी तो की ही, साथ ही विराट सहित कई बल्लेबाज उनके खिलाफ असहज दिखायी पड़े. इस साल वह नेट बॉलर थे, लेकिन टी. नटराजन के चोटिल होने पर उन्हें टीम में शामिल किया गया था. पिछले साल यूं तो उन्होंने 2 ही मैच खेले और विकेट भी 2 ही चटकाए, लेकिन गति से उमरान विश्व कप के लिए भारतीय टीम में नेट बॉलर के रूप में चयनित हो गए.
हैदराबाद ने किया मोटी रकम में रिटेन
साल 2022 के लिए हैदराबाद ने बड़ा फैसला लिया, जब उन्हें और अब्दुल समाद दोनों को रिटेन करने का फैसला किया गया. और पिछले सीजन तक दो मैच खेलने वाले उमरान को हैदराबाद ने सालाना चार करोड़ रुपये की रकम पर खरीदा. निश्चित ही, इस फैसले इस पेसर को वह जरूरी कॉन्फिडेंस दिया, जो जारी आईपीएल में सिर चढ़कर बोला
...और गाड़ दिया उमरान ने झंडा
हैदराबाद के निवेश को उमरान ने एकदम सही साबित किया. और इस साल आईपीएल के इतिहास की 157 किमी/घंटा से सबसे तेज गेंद फेंककर उमरान सभी के दिलों में बस गए. कुछ मैच बेकार गए, तो कुछ में उमरान ने जबर्दस्त गेंदबाजी की और देखते ही देखते वह टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले चोटी के गेंदबाजों में शुमार हो गए. उमरान ने 14 मैचों में फेंके 49.1 ओवरों में 22 विकेट चटकाए. उनका इकॉ.रेट 9.03 रहा. और इसका रिवार्ड यह रहा कि कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेलेक्टरर्स उन्हें भारतीय टी20 टीम में जगह देने पर मजबूर हो गए
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