ऑस्ट्रेलियाई कोच डेरेन लीमैन ने एडीलेड में होने वाले दूसरे एशेज टेस्ट से पहले मैदानी छींटाकशी पर रोक लगाने के लिए इंग्लैंड के कोच एंडी फ्लावर से मिलने से इनकार कर दिया।
फ्लावर ने ब्रिटिश मीडिया से कहा था कि मैदानी छींटाकशी पर लगाम कसना जरूरी है। पहले टेस्ट में जबर्दस्त छींटाकशी के बाद ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क को मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना भरना पड़ा था।
स्टम्प पर लगे माइक्रोफोन में क्लार्क को इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जिमी एंडरसन से यह कहते सुना गया कि वह अपना हाथ तुड़वाने को तैयार रहे, जबकि ऑस्ट्रेलिया के महान स्पिनर शेन वार्न का कहना है कि एंडरसन ने पहले कहा था कि वह जार्ज बेली को मुक्का मारेगा।
फ्लावर ने कहा, अब चूंकि आपने लीमैन से बात करने का मसला उठाया है तो मैं इस पर सोचूंगा। मैदान पर प्रतिस्पर्धा के स्तर में संतुलन बनाना जरूरी है और किसी को मर्यादा नहीं लांघनी चाहिए। लीमैन ने हालांकि कहा कि बातचीत की कोई जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा, मेरे नजरिये से देखें तो हम दोनों अपनी अपनी टीमों को संभाल रहे हैं और यही हमारा काम है। उन्होंने कहा कि छींटाकशी क्रिकेट का हिस्सा है और इंग्लैंड केा यह समझना होगा।
लीमैन ने कहा, सभी परिपक्व हैं। हमने भी इंग्लैंड में खेला और छींटाकशी का सामना किया। इंग्लैंड को भी यह समझना होगा।
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