
पुरस्कार वितरण समारोह में सचिन के पैर छूते विनोद कांबली
नई दिल्ली:
बुधवार को पहली मुंबई टी20 लीग का पुरस्कार वितरण समारोह था. लेकिन यह समारोह तब एक अलग ही चर्चा का विषय बन गया, जब वह नजारा देखने को मिला, जिस पर हर कोई चौंका गया. दरअसल उपविजेता टीम के कोच और पूर्व दिग्गज क्रिकेटर विनोद कांबली ने पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान मंच पर जब सचिन तेंदुलकर के पैर छुए, तो हर कोई हैरान रह गया. दरअसल सचिन तेंदुलकर इस लीग के ब्रांड एंबेसडर हैं. और वह मुख्य अतिथि के तौर पर आए हुए थे.
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ध्यान दिला दें कि जब सचिन ने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अपने घर पर प्रसिद्ध पार्टी का आयोजन किया था, तो उसमें बाल सखा कांबली को न्यौता नहीं दिया था. यहां तक कि सचिन ने साल 2013 में अपनी फेयरवेल स्पीच में भी कांबली का जिक्र तक नहीं किया था इससे कांबली बहुत ज्यादा आहत हुए थे. तब विनोद कांबली ने रुआंसा होते हुए यह भी कहा था कि सचिन उनके भेजे गए एसएमएस का जवाब नहीं देते.
वास्तव में इन दोनों दोस्तों के रिश्ते ने एक घटना ने यू-टर्न ले लिया था. लेकिन अब पिछले दिनों काफी घटनाए हुईं. और पुराने दोस्तों के प्रयासों से इन दोनों के रिश्ते सुधरे. यह सचिन ही थे, जिनके जोर देने पर कांबली ने फिर से कोचिंग को चुना और सचिन के कहने पर ही शिवाजी पार्क टीम ने उन्हें अपना कोच बनाया. शायद यह भी एक कारण रहा कि कांबली ने सचिन को ऐसा सम्मान दिया.
और इससे कई साल पहले दोनों के बीच हुआ विवाद पूरी तरह जमींदोज हो गया. दरअसल साल 2009 में रियलिटी शो 'सच का सामना' में कांबली ने कहा था कि उनके साथ टीम इंडिया में भेदभाव हुआ था. उन्होंने कहा कि जब वो बुरे दौर से गुजर रहे थे तो सचिन को उनकी मदद करनी चाहिए थी. ख़बरों के मुताबिक इस शो से कांबली को 10 लाख रुपये मिले थे
VIDEO: मोहम्मद शमी का जांच में निर्दोष बाहर निकलना उनके लिए एक तरह पुनर्जन्म की तरह है
कांबली ने बाद में भी कहा कि जब मुझे सचिन की सबसे ज़्यादा ज़रूरत थी तो उसने मेरी मदद नहीं की, इसलिए मैंने रियलिटी शो में ऐसा कहा. कांबली यह कहते-कहते रो पड़े थे. लेकिन इस शो के बाद से दोनों के रिश्ते पूरी तरह खराब हो गए. और अब करीब आठ या नौ साल बाद अब कांबली ने सचिन के पैर छूकर अपनी गलती पूरी तरह से सुधार ली.
विनोद कांबली की टीम शिवाजी पार्क लॉयन्स फाइनल में मुंबई नॉर्थ ईस्ट के हाथों 3 रन से हार गई थी. पुरस्कार समारोह में उपविजेता टीम के खिलाड़ियों और कोचिंग स्टॉफ के सदस्यों को मंच पर बुलाने के दौरान यह घटना घटी. इस दौरान जैसे ही विनोद कांबली ने सचिन के पैर छुए, तो वह हैरान होते हुए झेंप से गए. सचिन ने कांबली को रोकने की कोशिश की. और इसके बाद दोनों ने काफी देर एक-दूसरे को गले लगाए रखा. कांबली ने अपनी इस अदा से उस विवाद के खात्म पर पूरी तरह मुहर लगा दी, जिसके चलते कई साल इनके रिश्तों के बीच तल्खी आ गई थी.The latest The Dheeraj Srivastava Daily! https://t.co/zroO8y1XjP #watch #mumbait20league
— धीरज श्रीवास्तव (@Hungry_Old_Man) March 22, 2018
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ध्यान दिला दें कि जब सचिन ने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अपने घर पर प्रसिद्ध पार्टी का आयोजन किया था, तो उसमें बाल सखा कांबली को न्यौता नहीं दिया था. यहां तक कि सचिन ने साल 2013 में अपनी फेयरवेल स्पीच में भी कांबली का जिक्र तक नहीं किया था इससे कांबली बहुत ज्यादा आहत हुए थे. तब विनोद कांबली ने रुआंसा होते हुए यह भी कहा था कि सचिन उनके भेजे गए एसएमएस का जवाब नहीं देते.
Vinod Kambli Touches Sachin Tendulkar's Feet, His Reaction Is Priceless https://t.co/2bdNCDeakj
— Neelam Bahal (@neelambahal42) March 23, 2018
वास्तव में इन दोनों दोस्तों के रिश्ते ने एक घटना ने यू-टर्न ले लिया था. लेकिन अब पिछले दिनों काफी घटनाए हुईं. और पुराने दोस्तों के प्रयासों से इन दोनों के रिश्ते सुधरे. यह सचिन ही थे, जिनके जोर देने पर कांबली ने फिर से कोचिंग को चुना और सचिन के कहने पर ही शिवाजी पार्क टीम ने उन्हें अपना कोच बनाया. शायद यह भी एक कारण रहा कि कांबली ने सचिन को ऐसा सम्मान दिया.
Vinod Kambli Touches Sachin Tendulkar's Feet, His Reaction Is Priceless https://t.co/Prxo63oNnA
— Jigyasa Solanki (@jigyasasolanki1) March 23, 2018
और इससे कई साल पहले दोनों के बीच हुआ विवाद पूरी तरह जमींदोज हो गया. दरअसल साल 2009 में रियलिटी शो 'सच का सामना' में कांबली ने कहा था कि उनके साथ टीम इंडिया में भेदभाव हुआ था. उन्होंने कहा कि जब वो बुरे दौर से गुजर रहे थे तो सचिन को उनकी मदद करनी चाहिए थी. ख़बरों के मुताबिक इस शो से कांबली को 10 लाख रुपये मिले थे
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कांबली ने बाद में भी कहा कि जब मुझे सचिन की सबसे ज़्यादा ज़रूरत थी तो उसने मेरी मदद नहीं की, इसलिए मैंने रियलिटी शो में ऐसा कहा. कांबली यह कहते-कहते रो पड़े थे. लेकिन इस शो के बाद से दोनों के रिश्ते पूरी तरह खराब हो गए. और अब करीब आठ या नौ साल बाद अब कांबली ने सचिन के पैर छूकर अपनी गलती पूरी तरह से सुधार ली.
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