यह ख़बर 27 दिसंबर, 2014 को प्रकाशित हुई थी

प्रदीप कुमार की कलम से : टेस्ट क्रिकेट में 190 से 199 रन का रोमांच

स्टीवन स्मिथ

नई दिल्ली:

कई बार आंकड़े पूरी कहानी नहीं बताते, लेकिन हमेशा दिलचस्पी जरूर जगाते हैं। क्रिकेट में आंकड़ों का भी अपना एक अलग रोमांच है, क्रिकेट में अजीबोगरीब आंकड़ों में एक आंकड़ा नवर्स नाइंटीज़ का भी है।

कोई बल्लेबाज़ जब 90 से 99 के बीच में आउट होता है तो उसके बारे में कहते हैं कि वह शतक बनाने का दबाव झेल नहीं पाया। ऐसा ही एक आंकड़ा तब बनता है जब कोई बल्लेबाज़ 190 से 199 के बीच आउट हो जाता है।
 
इस लिहाज से देखें बीता एक महीना बेहद ख़ास साबित हो हुआ है। भारत के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट की पहली पारी में स्टीवन स्मिथ अपना दोहरा शतक पूरा नहीं कर पाए और 192 रन पर आउट हुए। उससे ठीक एक दिन पहले यानी 26 दिसंबर, 2014 को क्राइस्टचर्च में न्यूज़ीलैंड के कप्तान ब्रैंडन मैक्कलम ने तूफानी 195 रन ठोक दिए। मैक्कलम ने महज 134 गेंदों पर 195 रन बनाए, अगर पांच रन वह और बना लेते तो टेस्ट इतिहास का सबसे तेज दोहरा शतक उनके नाम होता।
 
एक महीने पहले 26 नवंबर को शारजाह में खेले गए पाकिस्तान और न्यूज़ीलैंड के बीच खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन मोहम्मद हफीज ने बेहतरीन 197 रन ठोक दिए। इसके जवाब में न्यूज़ीलैंड की पारी में केन विलियम्सन ने 192 रनों की पारी खेली। यानी 26 नवंबर से लेकर 27 दिसंबर के बीच क्रिकेट के मैदान में चार बल्लेबाज़ों ने 190 का आंकड़ा पार किया, लेकिन वे दोहरा शतक नहीं बना पाए।

अजीब संयोग यह है कि ब्रैंडन मैक्कलम को छोड़कर तीनों बल्लेबाज़ों के करियर में ये पहला मौका था, जब वे टेस्ट मुक़ाबले में दोहरा शतक बनाने के करीब तक पहुंचे, लेकिन अपना उसे पूरा नहीं कर पाए।
 
वैसे मैक्कलम और स्टीवन स्मिथ अब टेस्ट इतिहास के क्रमश तेरहवें और चौदहवें कप्तान बन गए हैं, जिन्होंने कप्तान के तौर पर 190 से ज्यादा रन बनाए, लेकिन दोहरा शतक पूरा नहीं कर पाए। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान इयन चैपल इकलौते ऐसे कप्तान हैं, जो 190 से 199 के बीच दो बार कप्तान रहते हुए आउट हुए।
 
इयन चैपल, भारत के मोहम्मद अजहरुद्दीन और इंग्लैंड के माइकल वॉन अपने करियर में दो-दो बार 190 प्लस स्कोर में पहुंचे, लेकिन कभी दोहरा शतक नहीं बना पाए। पाकिस्तान के मोहम्मद यूसुफ और श्रीलंका के कुमार संगाकारा तीन-तीन बार 190 से 199 के बीच आउट हो चुके हैं।

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श्रीलंका के कुमार संगाकारा और जिंबाब्वे के एंडी फ्लावर टेस्ट इतिहास में महज दो ऐसे बल्लेबाज़ हैं, जो 199 रन पर नॉट आउट रहे हैं, हालांकि दोनों अपने करियर में दोहरा शतक बनाने में कामयाब रहे। मोहम्मद अजहरुद्दीन और ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू एलिएट क्रिकेट इतिहास में महज दो ऐसे बल्लेबाज़ हैं, जो 199 रन पर आउट हुए और ये उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर रहा, जबकि मार्टिन क्रो 299 रन पर आउट होने वाले इकलौते बल्लेबाज़ हैं, जबकि डॉन ब्रैडमैन 1932 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक टेस्ट मैच में 299 रन पर नॉटआउट रहे थे।
 
वैसे वीरेंद्र सहवाग और इंग्लैंड के एलिस्टर कुक टेस्ट इतिहास के महज दो ऐसे बल्लेबाज़ हैं, 90 से 99 के बीच, 190 से 199 के बीच और 290 से 293 रन के बीच आउट हो चुके हैं।
 
और क्या आपको मालूम है, टेस्ट क्रिकेट में 45 शतक और 13289 रन बनाने वाले दक्षिण अफ्रीकी ऑलराउंडर जैक कैलिस 166 टेस्टों के अपने लंबे करियर में कभी 190 से 199 रन के बीच आउट नहीं हुए। ठीक यही स्थिति सुनील गावस्कर भी रही, जिन्होंने 34 टेस्ट शतक बनाए और इसमें कभी 190 से 199 के बीच आउट नहीं हुए।