
जून में अमेरिका और विंडीज में आयोजित होने वाले टी20 विश्व कप (T20 World Cup 2024) के लिए गुजरे मंगलवार को भारतीय टीम के ऐलान के बाद से ही टीम इंडिया का पोस्टमार्टम जारी है. बहुत से दिग्गज कुछ और कह रहे हैं, तो कोई कुछ और, लेकिन इसके साथ ही कुछ गंभीर सवाल है, जो मुंह उठाए खड़े हैं. जितनी आसानी से कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जवाब दिए, वह इतना आसान होने नहीं जा रहा. खासकर भारतीय टीम के सुपर-8 राउंड में पहुंचने के बाद ये सवाल और ज्यादा कड़े और मुश्किल हो जाएंगे. चलिए आपको बारी-बारी से इन मुश्किल सवालों के बारे में बताते हैं.
1. बॉलर हार्दिक क्या करेंगे?
इंडियंस के लिए हार्दिक की बैटिंग यह रही है कि दस मैचों के बाद उनका औसत 21.88 का है. हार्दिक की क्षमता के कारण उनका चयन किया गया है, लेकिन सवाल यह है कि बॉलर हार्दिक क्या करेंगे? आईपीएल में उन्होंने दस मैचों में 23 ओवर फेंके हैं. मतलब प्रति मैच ढाई ओवर से भी कम. और उन्होंने इसमें 6 विकेट चटकाए हैं. ऐसे में अगर पांड्या के बल्ले की फॉर्म को छोड़ दें, तो सवाल यही है कि क्या हार्दिक हर मैच में चार ओवर का कोटा पूरा करेंगे? और अगर करेंगे, तो क्या वह प्रदर्शन के लिहाज से न्याय कर पाएंगे?
2. कहीं औपचारिता न बन जाए पांचवें गेंदबाज का कोटा?
हार्दिक के विकल्प कहे जा रहे शिवम दुबे के बारे में रोहित ने कहा कि उनसे कुछ ओवर कराए जाएंगे. शिवम दुबे को चेन्नई ने पूरे आईपीएल में बतौर बॉलर इस्तेमाल नहीं किया. गेंदबाजी कर लेते हैं, गेंदबाजी कर रहे और विकेट लेने वाली गेंदबाजी कर रहे हैं या विकेट चटका रहे हैं, ये सभी अलग-अलग बाते हैं. संयोजन के हिसाब से पांचवें ओवर का कोटा हार्दिक, दुबे और रवींद्र जडेजा के बीच बंटता दिख रहा है. यहां जडेजा का पलड़ा भारी है, लेकिन बेहतर संयोजन की कोशिश में पांचवें ओवर का कोटा कमजोर दिखाई पड़ रहा है. और सुपर-8 राउंड में इसकी बहुत ज्यादा कमी खल सकती है.
3. कहीं न खल जाए पेसर की कमी?
जारी इंडियन प्रीमियर लीग में मोहम्मद सिराज का प्रदर्शन सभी के सामने है. सिराज ने 6 मैचों में सिर्फ 9 ही विकेट चटकाए हैं. यह सही है कि विंडीज की पिचों को ध्यान में रखते हए भारत ने चार स्पिनर चुने हैं, लेकिन सिराज की फॉर्म चिंता का विषय है. और अगर उनके प्रदर्शन में सुधार नहीं हुआ, या पिच एकदम अलग मिली तो भारत को दूसरे छोर पर एक पेसर की कमी खेल सकती है.
4. रोहित को जल्द तलाशनी होगी फॉर्म
भारत की पाटा पिचों पर आईपीएल में अभी तक रोहित ने खासा निराश किया है. हालिया विवाद भी उनके साथ रहे हैं, जिससे उनकी मनोदशा पर असर पड़ सकता है, लेकिन भारत का कप्तान पद प्रेरणा के लिए बहुत बड़ा कारण है. अभी तक रोहित 10 मैचों में 35.00 का ही औसत निकाल सके हैं. विंडीज में अलग पिचें मिलेंगी. शुरुआती राउंड में तुलनात्मक रूप से कमजोर टीमें हैं. ऐसे में रोहित को समय रहते फॉर्म हासिल करनी होगी. खासकर पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले से पहले.
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