दस महीने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर रहे बाएं हाथ के स्टायलिश बल्लेबाज युवराज सिंह (नाबाद 77) की तूफानी पारी की बदौलत भारतीय क्रिकेट टीम ने गुरुवार को सौराष्ट्र क्रिकेट संघ मैदान पर खेले गए एकमात्र ट्वेंटी-20 मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को छह विकेट से हरा दिया। युवराज और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद 24) ने पांचवें विकेट के लिए 102 रन जोड़ते हुए भारत की जीत पक्की की।
भारत ने एक समय 100 रनों पर चार विकेट गंवा दिए थे और 11 ओवर समाप्त हो चुके थे। विकेट कम थे और रन रेट का दबाव काफी अधिक हो चुका था। भारत 202 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए उम्मीद खोता जा रहा था, लेकिन युवराज ने वापसी का जश्न मनाते हुए ट्वेंटी-20 मैचों में अपनी अब तक की सबसे बड़ी और शायद सबसे बहुमूल्य पारी खेली और भारत को 19.4 ओवरों में जीत की दहलीज तक पहुंचा दिया।
ट्वेंटी-20 मैचों में अपना लगातार दूसरा अर्धशतक लगाने वाले युवराज 35 गेंदों पर आठ चौके और पांच छक्के लगाकर नाबाद लौटे। युवराज ने इससे पहले दिसम्बर 2012 में अहमदाबाद में 70 रनों की पारी खेली थी। युवराज को मैन ऑफ द मैच चुना गया और यह पुरस्कार उन्हें दिया ऑस्ट्रेलिया के महान स्पिन गेंदबाज शेन वार्न ने।
धोनी ने अपनी सूझबूझभरी पारी में 21 गेंदों का सामना करते हुए दो चौके लगाए। युवराज और धोनी ने मात्र 8.3 ओवरों में नाबाद 102 रन जोड़े। इसमें हालांकि युवराज का 69 रनों का योगदान रहा जबकि धोनी ने सिर्फ 24 रनों का योगदान दिया। ऑस्ट्रेलिया की यह बीते आठ मैचों में सातवीं हार है।
भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी। रोहित शर्मा (8) का विकेट 12 के कुल योग पर गिर गया था लेकिन इसके बाद शिखर धवन (32) और सुरेश रैना (19) ने दूसरे विकेट के लिए 32 रन जोड़े और स्थिति को सम्भालने की कोशिश की। रैना का विकेट 50 के कुल योग पर गिरा। रैना ने 13 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया।
धवन ने इसके बाद विराट कोहली (29) के साथ तीसरे विकेट के लिए 30 रन जोड़े। धवन 19 गेंदों पर पांच चौके लगाकर आउट हुए। 100 के कुल योग पर कोहली भी अपना संयम खो बैठे। कोहली ने 22 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया। इस योग पर भारत मुश्किल में नजर आ रहा था लेकिन युवराज और धोनी ने इस मुश्किल को खत्म करते हुए एक शानदार जीत की इबारत लिखी।
इससे पहले, टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी आस्ट्रेलियाई टीम ने सलामी बल्लेबाज एरॉन फिंच (89) और निक मैडिसन (34) की आतिशी पारियों की बदौलत निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट पर 201 रनों का स्कोर खड़ा किया।
भारतीय बल्लेबाज एक छोर से विकेट लेते रहे, लेकिन दूसरे छोर से फिंच ने लगातार आक्रमण जारी रखा। फिंच ने मैडिंसन के साथ पहले विकेट के लिए 11.58 की औसत से 56 रनों की साझेदारी की और चौथे विकेट के लिए ग्लेन मैक्सवेल (27) के साथ 10.90 के औसत से 40 रनों की दो महत्वपूर्ण साझेदारियां निभाईं।
फिंच और मैक्सवेल ने रविचंद्रन अश्विन द्वारा किए गए मैच के 10वें ओवर में तीन छक्कों और एक चौके की मदद से 24 रन जुटाए। फिंच ने अपनी 52 गेंदों की पारी में 14 चौके और एक छक्का लगाया।
भारत की तरफ से भुवनेश्वर कुमार और विनय कुमार ने तीन-तीन विकेट चटकाए और रवींद्र जडेजा को एक विकेट मिला। जडेजा सबसे किफायती गेंदबाज रहे।
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