टीम इंडिया के इस क्रिकेटर ने पहले वनडे में बनाया 0 तो पहले टेस्‍ट में बना डाला शतक..

टीम इंडिया के इस क्रिकेटर ने पहले वनडे में बनाया 0 तो पहले टेस्‍ट में बना डाला शतक..

वनडे क्रिकेट में रैना टीम इंडिया के लिए कई धमाकेदार पारियां खेल चुके हैं (फाइल फोटो)

खास बातें

  • तीनों फॉर्मेट में शतक बनाने वाले भारत के पहले खिलाड़ी हैं रैना
  • टेस्‍ट क्रिकेट के बजाय वनडे, टी20 में ज्‍यादा कामयाब रहे हैं
  • शार्ट पिच गेंदों के खिलाफ उनकी तकनीक पर उठते रहे हैं सवाल
नई दिल्‍ली:

बाएं हाथ के बल्‍लेबाज सुरेश रैना ने भले ही अपने टेस्‍ट करियर के शुरुआती टेस्‍ट में शतक लगाकर बड़ा धमाका किया था, लेकिन उन्‍हें टेस्‍ट क्रिकेट के बजाय शॉर्टर फॉर्मेट का बेहतरीन खिलाड़ी माना जाता है. यूपी के गाजियाबाद में जन्‍मे सुरेश रैना को अपने क्रिकेट कौशल के कारण किसी भी टीम के लिए 'एसेट' माना जा सकता है. अपने जबर्दस्‍त बल्‍लेबाजी से वे किसी भी गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां बिखरने में सक्षम हैं.

सुरेश ऐसे बल्‍लेबाज हैं जो विकेट के बीच तेजी से दौड़ लगाकर रन बनाने के अलावा जरूरत पड़ने पर लंबे छक्‍के भी लगा सकते हैं. क्षेत्ररक्षण के मामले में भी उनका कोई सानी नहीं हैं. मौजूदा समय में रैना को टीम इंडिया के सबसे चुस्‍त-दुरुस्‍त फील्‍डरों में शुमार किया जा सकता है. यही नहीं, अपनी ऑफ स्पिन गेंदबाजी से भी रैना रनों पर अंकुश लगाने के साथ विकेट झटकते हैं.

रैना को देश के एक पहले भारतीय खिलाड़ी होने का गौरव हासिल है जिसने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट (टेस्‍ट, वनडे और टी20) में शतक लगाए हैं. सुरेश रैना के नाम के साथ एक और रोचक तथ्‍य जुड़ा है. टेस्‍ट क्रिकेट में अपने डेब्‍यू मैच में शतक जमाने के बावजूद वे इस फॉर्मेंट के क्रिकेट से बाहर हैं जबकि अपने पहले वनडे में शून्‍य पर आउट होने के बावजूद उन्‍हें इस फॉर्मेट का 'बेशकीमती खिलाड़ी' माना जाता है. हालांकि हाल के समय कमजोर प्रदर्शन कारण उन्‍हें कुछ समय वनडे टीम से भी बाहर बैठना पड़ा है. टेस्‍ट क्रिकेट के लिहाज से बात करें तो ऑफ स्‍टंप के बाहर निकलती गेंदों और बाउंसर के खिलाफ उनकी बल्‍लेबाजी तकनीक पर सवाल खड़े किए जाते हैं. दूसरी ओर, अपने पहले वनडे मुकाबले में रैना श्रीलंका के खिलाफ रैना बिना कोई रन बनाकर आउट हो गए थे.

सुरेश रैना को अच्‍छा नेतृत्‍वकर्ता भी माना जाता है. वे कुछ वनडे मैचों में टीम इंडिया की कप्‍तानी भी कर चुके हैं. आईपीएल में लंबे समय तक चेन्‍नई सुपरकिंग्‍स टीम में महेंद्र सिंह धोनी के खास सिपहसालार रैना पिछले सीजन में गुजरात लायंस के कप्‍तान थे. उनके नेतृत्‍व को गुजरात लायंस टीम ने पहले सीजन में ही शानदार प्रदर्शन से हर किसी को प्रभावित किया था. वर्ष 2005 में श्रीलंका के खिलाफ दाम्‍बुला में वनडे करियर का आगाज करने वाले रैना ने अब तक 223 मैचों में 35.46 के औसत से 5568 रन (स्‍ट्राइक रेट 93.76) बनाए हैं जिसमें पांच शतक शामिल हैं. यही नहीं, गेंदबाजी और फील्डिंग में भी कुशलता का होने का परिचय देते हुए वे इस फॉमेट में 36 विकेट और 100 कैच ले चुके हैं.

देश के लिए 62 टी20 मैच खेलते हुए इस खब्‍बू बल्‍लेबाज ने 29.34 के औसत से 1203 रन (स्‍ट्राइक रेट 132.92)बनाए हैं जिसमें एक शतक शामिल हैं. टी20 में 12 विकेट भी उनके नाम पर दर्ज हैं. टेस्‍ट क्रिकेट का प्रदर्शन जरूर उनकी प्रतिभा से न्‍याय करता नजर नहीं आता. रैना ने अब तक 18 मैचों में 26.48 के औसत से 768 रन बनाए हैं जिसमें एक शतक शामिल है. रविवार को ही 30 वर्ष के हुए रैना में अभी काफी क्रिकेट बाकी है. उम्‍मीद है कि वे क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट के नियमित सदस्‍य बनकर भारतीय क्रिकेट और अपने प्रदर्शन को और बेहतर बनाने में सफल रहेंगे..


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com