दिल्ली और राजस्थान (DC vs RR) के बीच शुक्रवार को हुए मुकाबले में दिल्ली के बैटिंग कोच प्रवीण आमरे (Pravin Amre) को बैन कर दिया गया है. वे टीम के कप्तान ऋषभ पंत (Rishabh Pant) के कहने पर मैदान में घुसे और अंपायर से उस गेंद पर बहस कर ने लगे. मुख्य कोच रिकी पोटिंग की गैरमौजूदगी में प्रवीण आमरे पर बड़ी जिम्मेदारी थी.
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सोशल मीडिया पर कल से इस मुद्दे के बाद से लगातार उनको ट्रोल किया जा रहा है. चलिए आपको बताते हैं कि प्रवीण आमरे कौन हैं और कैसा रहा है उनका करियर. आपको बता दें कि साउथ अफ्रीका के दौरे पर भारत लिए पहला शतक लगाने वाले बल्लेबाज आमरे ही थे. डरबन में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट मैच में शतक जड़ने का कारनामा उन्होंने किया था. आमरे भी रमाकांत आचरेकर के शिष्य रहे हैं.
आपको बता दें कि सन 1992 में डरबन टेस्ट में जब दक्षिण अफ्रीका के 254 रन के स्कोर के जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने 38 रन पर 4 विकेट गंवा दिए थे. रवि शास्त्री, अजय जडेजा, संजय मांजरेकर और सचिन तेंदुलकर जैसे खिलाड़ी पवेलियन जा चुके थे. ऐसे में आमरे ने कप्तान अजहरुद्दीन के साथ मोर्चा संभाला और उनके साथ 87 रन की साझेदारी करके टीम को संभाला.
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आमरे ने उस मैच में 374 मिनट तक बल्लेबाजी की. इस दौरान 299 गेंद का सामना किया और 103 रन बनाकर आउट हुए. इस मैच में उनको प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया. लेकिन इसके बाद वे करियर में कभी दूसरा शतक नहीं लगा सके. दिल्ली और राजस्थान के मैच में हुए विवाद में उन पर एक मैच का बैन लगा दिया गया है.
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