फाइल फोटो।
नई दिल्ली:
टेस्ट को छोड़कर सचिन तेंदुलकर क्रिकेट के सभी फ़ॉर्मेट्स को अलविदा कह चुके हैं। फ़ैन्स उन्हें रंगीन कपड़ों के क्रिकेट में आखिरी बार अगले तीन हफ़्ते में देख सकते हैं.. चैंपियंस लीग T20 में। तो क्या यह कहना ग़लत है कि सचिन अपने करियर में आखिरी पड़ाव पर हैं।
क़रीब ढाई साल पहले जब सचिन की उम्र 37 साल से ज़्यादा थी तो उन्होंने केपटाउन में (जनवरी 2011) में शतकीय पारी खेली। विदेशी ज़मीन पर सचिन की अब तक की यह आखिरी शतकीय पारी है…। इस शतक के सहारे टीम इंडिया केप टाउन टेस्ट को ड्रॉ ख़त्म करने में कामयाब रही। तीन टेस्ट मैच की वह सीरीज़ बराबरी पर ख़त्म हुई और टीम इंडिया की बड़ी कामयाबी मानी गई।
सचिन के आलोचक कहते हैं कि उनके बल्ले ने 38 पारियों से शतक का स्वाद नहीं चखा… इसलिए वह आउट ऑफ़ फ़ॉर्म हैं… लेकिन पिछली 10 पारियों में सचिन के नाम 81 और 76 रनों की पारियां हैं… शायद उनसे ज़्यादातर पारियों में शतक की उम्मीद उनकी रिटायरमेंट की ख़बर को हवा देने लगती है।
सचिन का शानदार करियर 198 टेस्ट मैच का गवाह रहा है जिनमें उन्होंने क़रीब 54 के औसत से पारियां खेलीं और 51 शतक लगाए... यानी औसतन चार टेस्ट मैच में उन्होंने एक शतक ज़रूर लगाया लेकिन सचिन के करियर में ऐसे भी दौर रहे जब उन्होंने लंबे समय तक शतकों से दूर रहे और फिर उन्होंने ज़ोरदार वापसी की। टीम के दूसरे टॉप खिलाड़ियों से ज़रूर वह इस वक्त थोड़ा पीछे नज़र आते हैं।
दिसंबर 2011 से लेकर अब तक उनकी तुलना दो ऐसे खिलाड़ियों से करें जिन्होंने क़रीब इतने ही टेस्ट खेले हैं तो वह उनके रिकॉर्ड से पीछे नज़र आते हैं।
दिसंबर 2011 से लेकर अब तक सचिन ने 14 टेस्ट मैच खेले जिनमें उन्होंने क़रीब 28 के औसत से 654 रन बनाए लेकिन कोई शतक नहीं बना सके।
इस दौरान, विराट कोहली और कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी से वह रन औसत और शतकों के मामले में ज़रूर पीछे नज़र आते हैं।
विराट कोहली ने इसी दौरान 14 टेस्ट मैचों में 47 के औसत से 984 रन बनाए जिनमें उनकी चार शतकीय पारियां शामिल हैं।
कप्तान एमएस धोनी ने इस दौरान खेले गए 13 टेस्ट मैचों में 47 के औसत से 802 रन जोड़े एक शतकीय पारी के साथ।
दिसंबर 2011 से लेकर अब तक
सचिन विराट धोनी
मैच 14 14 13
रन 654 984 802
औसत 28 47 47
100 0 4 1
सचिन इन सबका जवाब अगले ही महीने वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ में दे सकते हैं क्योंकि ये मैच घरेलू मैदान पर खेले जाएंगे। सचिन के लिए जवाब देने का यह बेहतर मौका साबित हो सकता है।
सचिन ने घरेलू मैदान पर आखिरी शतक क़रीब तीन साल पहले बेंगलुरु में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ लगाया। भारत ने बेंगलुरु टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को सात विकेट से शिकस्त दी।
वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ सचिन अपना 199वां और 200वां टेस्ट खेलेंगे तब उनपर ऐसी ही पारियां खेलने के लिए दबाव ज़रूर होगा लेकिन सचिन इस दबाव से उबरने का हुनर अच्छी तरह जानते हैं। सचिन हमेशा से अपने बल्ले से अपने आलोचकों को जवाब देते रहे हैं, इस बार भी उनसे कुछ ऐसी ही उम्मीद रहेगी।
क़रीब ढाई साल पहले जब सचिन की उम्र 37 साल से ज़्यादा थी तो उन्होंने केपटाउन में (जनवरी 2011) में शतकीय पारी खेली। विदेशी ज़मीन पर सचिन की अब तक की यह आखिरी शतकीय पारी है…। इस शतक के सहारे टीम इंडिया केप टाउन टेस्ट को ड्रॉ ख़त्म करने में कामयाब रही। तीन टेस्ट मैच की वह सीरीज़ बराबरी पर ख़त्म हुई और टीम इंडिया की बड़ी कामयाबी मानी गई।
सचिन के आलोचक कहते हैं कि उनके बल्ले ने 38 पारियों से शतक का स्वाद नहीं चखा… इसलिए वह आउट ऑफ़ फ़ॉर्म हैं… लेकिन पिछली 10 पारियों में सचिन के नाम 81 और 76 रनों की पारियां हैं… शायद उनसे ज़्यादातर पारियों में शतक की उम्मीद उनकी रिटायरमेंट की ख़बर को हवा देने लगती है।
सचिन का शानदार करियर 198 टेस्ट मैच का गवाह रहा है जिनमें उन्होंने क़रीब 54 के औसत से पारियां खेलीं और 51 शतक लगाए... यानी औसतन चार टेस्ट मैच में उन्होंने एक शतक ज़रूर लगाया लेकिन सचिन के करियर में ऐसे भी दौर रहे जब उन्होंने लंबे समय तक शतकों से दूर रहे और फिर उन्होंने ज़ोरदार वापसी की। टीम के दूसरे टॉप खिलाड़ियों से ज़रूर वह इस वक्त थोड़ा पीछे नज़र आते हैं।
दिसंबर 2011 से लेकर अब तक उनकी तुलना दो ऐसे खिलाड़ियों से करें जिन्होंने क़रीब इतने ही टेस्ट खेले हैं तो वह उनके रिकॉर्ड से पीछे नज़र आते हैं।
दिसंबर 2011 से लेकर अब तक सचिन ने 14 टेस्ट मैच खेले जिनमें उन्होंने क़रीब 28 के औसत से 654 रन बनाए लेकिन कोई शतक नहीं बना सके।
इस दौरान, विराट कोहली और कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी से वह रन औसत और शतकों के मामले में ज़रूर पीछे नज़र आते हैं।
विराट कोहली ने इसी दौरान 14 टेस्ट मैचों में 47 के औसत से 984 रन बनाए जिनमें उनकी चार शतकीय पारियां शामिल हैं।
कप्तान एमएस धोनी ने इस दौरान खेले गए 13 टेस्ट मैचों में 47 के औसत से 802 रन जोड़े एक शतकीय पारी के साथ।
दिसंबर 2011 से लेकर अब तक
सचिन विराट धोनी
मैच 14 14 13
रन 654 984 802
औसत 28 47 47
100 0 4 1
सचिन इन सबका जवाब अगले ही महीने वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ में दे सकते हैं क्योंकि ये मैच घरेलू मैदान पर खेले जाएंगे। सचिन के लिए जवाब देने का यह बेहतर मौका साबित हो सकता है।
सचिन ने घरेलू मैदान पर आखिरी शतक क़रीब तीन साल पहले बेंगलुरु में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ लगाया। भारत ने बेंगलुरु टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को सात विकेट से शिकस्त दी।
वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ सचिन अपना 199वां और 200वां टेस्ट खेलेंगे तब उनपर ऐसी ही पारियां खेलने के लिए दबाव ज़रूर होगा लेकिन सचिन इस दबाव से उबरने का हुनर अच्छी तरह जानते हैं। सचिन हमेशा से अपने बल्ले से अपने आलोचकों को जवाब देते रहे हैं, इस बार भी उनसे कुछ ऐसी ही उम्मीद रहेगी।
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