एशेज सीरीज के आखिरी टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की पकड़ मजबूत है, तो इसमें स्टीवन स्मिथ का अहम रोल है। ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले ही एशेज सीरीज हार चुकी है, लेकिन टीम की नजर अपने टेस्ट कप्तान माइकल क्लार्क को जीत के साथ विदाई देने पर है। ओवल टेस्ट क्लार्क के टेस्ट करियर का आखिरी टेस्ट है।
ऑस्ट्रेलिया का अगला दौरा बंग्लादेश का है और इस दौरे से नए टेस्ट कप्तान स्टीवन स्मिथ का दौर शुरू हो जाएगा। स्मिथ ने ओवल में शानदार शतक बनाया और इसी के साथ एक नया रिकॉर्ड बनाया। पिछले 18 साल से इंग्लैंड में हुए एशेज में किसी भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने 500 से ज्यादा रन नहीं बनाए थे।
स्मिथ ने ओवल टेस्ट में अपने करियर का 11वां टेस्ट शतक बनाया और इसी के साथ 18 साल बाद एशेज में 500 से ज्यादा रन बनाने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बने। स्मिथ मौजूदा एशेज के पांच टेस्ट की 9 पारियों में 508 रन बना चुके हैं। 55.44 की औसत से बनाए रन में दो शतक और एक अर्द्धशतकीय पारी शामिल है।
18 साल पहले यानी 1997 में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड में एशेज सीरीज़ को 3-2 से जीता था, जिसमें ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू इलियट ने 55.60 की औसत से 556 रन बनाए थे। इस दौरान मैथ्यू ने दो शतक और दो अर्द्धशतक बनाए थे।
इंग्लैंड में अगर किसी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज का दबदबा रहा है तो वो डॉन ब्रैडमैन हैं। ब्रैडमैन ने 1930 के एशेज में 974 रन बनाए थे, जो अब भी एक रिकॉर्ड है।
एशेज सीरीज के दूसरे टेस्ट, लॉर्ड्स में स्मिथ ने दोहरा शतक बनाया, लेकिन उसके बाद वो कुछ ख़ास नहीं कर सके। एजबेस्ट और नॉटिंघम टेस्ट में वो किसी पारी में 10 रन से आगे नहीं बढ़ सके। स्मिथ के खराब फॉर्म का हाल ऐसा रहा कि वो अभ्यास मैच में भी रन नहीं बना सके, लेकिन उन्होंने अपनी तकनीक में थोड़ा बदलाव किया और नतीजा सबके सामने है।
रिकी पॉन्टिंग ने ओवल टेस्ट शुरू होने से पहले स्मिथ की बल्लेबाजी पर भरोसा जताया था। पॉन्टिंग ने कहा था कि स्मिथ की बल्लेबाजी में कोई खराबी नहीं है और वो जल्दी ही एक बड़ा स्कोर बनाएंगे। टीम की सफलता टीम के खिलाड़ियों पर निर्भर रहती है, लेकिन कप्तान का रोल खिलाड़ियों से अहम होता है। स्मिथ का फ़ॉर्म में लौटना और ऑस्ट्रेलियाई टीम का एक नए दौर में जाने का संकेत है।