श्रीसंत की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
एस श्रीसंत की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी के लिए उनके राज्य की तरफ से कोशिशें तेज हो गई हैं। केरल क्रिकेट संघ के बाद राज्य के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने कहा कि कोर्ट से बरी होने के बाद बीसीसीआई श्रीसंत से बैन न हटाकर गलत कर रही है। उनके मुताबिक देश के कानून ने श्रीसंत को बरी किया है ऐसे में उन्हें बीसीसीआई से भी न्याय मिलना चाहिए।
मुख्यमंत्री के मुताबिक देश का कानून जब खिलाड़ी को बरी कर चुका है तो बीसीसीआई को कोर्ट का फैसला स्वीकार कर बैन हटाने से परहेज़ नहीं करना चाहिए। इससे पहले केरल क्रिकेट संघ भी बीसीसीआई से बैन हटाने के लिए मांग कर चुकी है। इस मामले में संघ ने बोर्ड को पत्र भी लिखा है। हालांकि बोर्ड के सचिव अनुराग ठाकुर कई बार सभी तीन खिलाड़ियों पर से बैन हटाने से इनकार कर चुके हैं।
उधर, मुंबई क्रिकेट संघ ने अंकित चव्हाण पर से बैन हटाने से मना कर दिया है। एमसीए के उपाध्यक्ष आशीष शेलार ने कहा कि संघ की बैठक में सभी की सहमति से बैन न हटाने का फैसला लिया गया है। आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग में दिल्ली की निचली अदालत से आरोप मुक्त होने के बाद अंकित ने एमसीए को पत्र लिखकर बैन हटाने की गुज़ारिश की थी। हालांकि इससे पहले एमसीए के सयुक्त सचिव पीवी सेट्टी ने कहा था कि संघ बीसीसीआई से बैन हटाने की मांग करेगी।
मुख्यमंत्री के मुताबिक देश का कानून जब खिलाड़ी को बरी कर चुका है तो बीसीसीआई को कोर्ट का फैसला स्वीकार कर बैन हटाने से परहेज़ नहीं करना चाहिए। इससे पहले केरल क्रिकेट संघ भी बीसीसीआई से बैन हटाने के लिए मांग कर चुकी है। इस मामले में संघ ने बोर्ड को पत्र भी लिखा है। हालांकि बोर्ड के सचिव अनुराग ठाकुर कई बार सभी तीन खिलाड़ियों पर से बैन हटाने से इनकार कर चुके हैं।
उधर, मुंबई क्रिकेट संघ ने अंकित चव्हाण पर से बैन हटाने से मना कर दिया है। एमसीए के उपाध्यक्ष आशीष शेलार ने कहा कि संघ की बैठक में सभी की सहमति से बैन न हटाने का फैसला लिया गया है। आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग में दिल्ली की निचली अदालत से आरोप मुक्त होने के बाद अंकित ने एमसीए को पत्र लिखकर बैन हटाने की गुज़ारिश की थी। हालांकि इससे पहले एमसीए के सयुक्त सचिव पीवी सेट्टी ने कहा था कि संघ बीसीसीआई से बैन हटाने की मांग करेगी।
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