मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सौरव गांगुली (फाइल फोटो : PTI)
कोलकाता:
बीसीसीआई अध्यक्ष जगमोहन डालमिया की मौत के बाद बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष पद के लिए सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस बीच टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली बुधवार को इस बारे में बात करने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात करेंगे।
गौरतलब है कि डालमिया की रविवार को मौत हो गई थी, जिससे बंगाल क्रिकेट प्रशासन में शून्य की स्थिति उत्पन्न हो गई, क्योंकि उनका कोई उत्तराधिकारी तय नहीं है। हालांकि गांगुली इसके लिए पहली पसंद हैं, लेकिन क्रिकेट प्रशासन में अनुभव की कमी उनके चयन में बाधक हो सकती है। कैब के अधिकारी के रूप में काम करते हुए अभी उन्हें एक साल से अधिक समय ही हुआ है।
कैब के सूत्रों ने NDTV.com को बताया कि गांगुली को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का आशीर्वाद प्राप्त है। डालमिया के अंतिम संस्कार कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहे कैब के एक पूर्व अधिकारी ने बताया, 'सोमवार को डालमिया के अंतिम संस्कार कार्यक्रम के दौरान दीदी ने गांगुली को डालमिया की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए कहा।'
लेकिन इस सबके बावजूद गांगुली के लिए रास्ता इतना आसान नहीं होगा। कैब के चुनाव में 121 इकाइयां के पास वोट देने का अधिकार है और उसमें दो पूर्व बीसीसीआई सदस्य चित्रक मित्रा और गौतम दासगुप्ता शामिल हैं, जिनकी नजर कैब अध्यक्ष की कुर्सी पर है। कैब के वर्तमान कोषाध्यक्ष बिस्वरूप डे भी इसके मजबूत दावेदार हैं, क्योंकि उनका कई इकाइयों से प्रगाढ़ संबंध है।
गौरतलब है कि डालमिया की रविवार को मौत हो गई थी, जिससे बंगाल क्रिकेट प्रशासन में शून्य की स्थिति उत्पन्न हो गई, क्योंकि उनका कोई उत्तराधिकारी तय नहीं है। हालांकि गांगुली इसके लिए पहली पसंद हैं, लेकिन क्रिकेट प्रशासन में अनुभव की कमी उनके चयन में बाधक हो सकती है। कैब के अधिकारी के रूप में काम करते हुए अभी उन्हें एक साल से अधिक समय ही हुआ है।
कैब के सूत्रों ने NDTV.com को बताया कि गांगुली को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का आशीर्वाद प्राप्त है। डालमिया के अंतिम संस्कार कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहे कैब के एक पूर्व अधिकारी ने बताया, 'सोमवार को डालमिया के अंतिम संस्कार कार्यक्रम के दौरान दीदी ने गांगुली को डालमिया की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए कहा।'
लेकिन इस सबके बावजूद गांगुली के लिए रास्ता इतना आसान नहीं होगा। कैब के चुनाव में 121 इकाइयां के पास वोट देने का अधिकार है और उसमें दो पूर्व बीसीसीआई सदस्य चित्रक मित्रा और गौतम दासगुप्ता शामिल हैं, जिनकी नजर कैब अध्यक्ष की कुर्सी पर है। कैब के वर्तमान कोषाध्यक्ष बिस्वरूप डे भी इसके मजबूत दावेदार हैं, क्योंकि उनका कई इकाइयों से प्रगाढ़ संबंध है।
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