
- पाकिस्तान के खिलाड़ियों साहिबजादा फरहान और हारिस रऊफ ने मैदान पर आचार संहिता का उल्लंघन किया
- आईसीसी ने दोनों खिलाड़ियों को लेवल-2 अपराध में दोषी पाया और कड़ी सजा का प्रावधान किया
- लेवल-2 अपराध में गाली-गलौज, भद्दे इशारे, अंपायर के फैसले पर गुस्सा दिखाना जैसे कार्य शामिल होते हैं
यूएई (UAE) में खेले जा रहे एशिया कप (Asia Cup 2025) में करोड़ों भारतीय फैंस पाकिस्तान को दोनों मुकाबलों में पटखनी से गद्गद हैं. और उन्हें पूरा भरोसा है कि अब फाइनली 'ऑपरेशन एशिया कप' (Opreation Asia Cup 2025) में पड़ोसी का कुछ ऐसा ही हाल होगा. लेकिन इसके बावजूद पूरा देश उस बदतमीजी से बहुत ही ज्यादा गुस्से में है, जो दूसरे मुकाबले में साहिबजादा फरहान (Sahibzada Farhan) और हारिस रऊफ (Haris Rauf) ने मैदान पर की. बहरहाल, चर्चाओं और शुरुआती खबरों के उलट ये दोनों ही बड़ी सजा से बच गए हैं, जो खासा हैरान करने वाला है कि ICC आखिर ऐसा कैसे कर सकता है? सूत्रों के अनुसार ICC ने जहां हारिस रऊफ पर मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया है, तो वहीं साहिबजादा फरहान को वॉर्निंग देकर छोड़ दिया गया है. अब ICC ने हुई सुनवाई के बाद इन दोनों को अपनी आचार संहिता लेवल-2 के उल्लंघन का दोषी पाया, लेकिन सजा दोनों को इस अपराध से कम दी गई. इस फैसले के बाद सवाल आईसीसी को लेकर भी है.
ICC ने सस्ते में क्यों जाने दिया दोनों को?
सवाल यह है कि जब दोनों का ही अपराध आईसीसी की आचार संहिता के लेवल-2 के तहत आता है, तो इन दोनों को सस्ते में क्यों जाने दिया गया? एक दिन पहले ही ICC ने भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव पर लीग राउंड में पाकिस्तान के खिलाफ मैच के बाद बयान के लिए लेवल-1 के उल्लंघन के लिए मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया था. वहीं, करोड़ों भारतीय फैंस इस बात से भी बहुत नाराज थे कि सूर्य के खिलाफ शिकायत बनती भी थी या नहीं? आखिर सूर्यकुमार ने आतंकी हमले में पीड़ितों के साथ खड़े होने की बात कहकर कौन सा अपराध कर दिया था? लेकिन सूर्या के उलट साहिबजादा फरहान और खासकर हारिस रऊफ की बदतमीजी को पूरे क्रिकेट जगत ने कैमरे पर देखा. इसके बावजूद इन दोनों को ICC ने बहुत ही सस्ते में बचकर क्यों जाने दिया, यह पूरी तरह समझ से परे है.
जानिए क्या है ICC के लेवल-2 का अपराध
ICC की आचार-संहिता के तहत आने वाले इस अपराध में अंपायर के फैसले के खिलाफ बहुत ज्यादा गुस्सा दिखाना, गाली-गलौज करना, खेल शुरू करने में देरी करना, दूसरे खिलाड़ी, अंपायर या अधिकारी के साथ गलत तरीके से शारीरिक संपर्क, खतरनाक तरीके से गेंद थ्रो करना, मैच में शामिल किसी भी शख्स के प्रति भद्दे इशारे या भंगिमा, अपमानजन भाषा, जनता की आलोचना आदि करना शामिल है. भद्दे इशारे (गन सेलिब्रेशन) के कारण ही साहिबजादा फरहान और हारिस रऊफ इस लेवल-2 अपराध के दोषी पाए गए.
लेवल-2 के अपराध के तहत सजा का प्रावधान
मैच का प्रतिबंध: इसके तहत खिलाड़ी पर एक टेस्ट या दो वनडे मैचों का प्रतिबंध लगाया जा सकता है, या:-
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डिमेरिट प्वाइंट्स: डिमेरिट प्वाइंट्स खिलाड़ी विशेष के अनुशासन का रिकॉर्ड होता है. इसके तहत 24 महीने के भीतर स्कोर चार डिमेरिट प्वाइंट्स पहुंचने पर एक मैच का प्रतिबंध या दो वनडे मैचों का प्रतिबंध शामिल है. स्कोर 8 प्वाइंट्स होने पर प्रतबिंध लंबा हो सकता है, या:
जुर्माना: तीसरे विकलप के तहत दोनों ही खिलाड़ियों पर पचास से लेकर मैच फीस का 100 प्रतिशत जुर्माना भी लगाया जा सकता है.
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