मुम्बई:
बीते रविवार को एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले सचिन तेंदुलकर ने मुम्बई के लिए रणजी ट्रॉफी में नॉकआउट दौर में खेलने का फैसला किया है। सचिन मुम्बई के लिए अंतिम दौर के लीग मैच में नहीं खेलेंगे।
मुम्बई क्रिकेट संघ के संयुक्त सचिव नितिन दलाल ने कहा कि अगर 39 बार की चैम्पियन मुम्बई की टीम नॉकआउट दौर में पहुंचने में सफल रहती है तो उसे महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का सहारा मिलेगा।
दलाल ने कहा, "मैंने सचिन से पूछा कि क्या वह गुजरात के साथ होने वाले अंतिम दौर के लीग मैच में खेलना पसंद करेंगे तो उन्होंने कहा कि वह इस मैच में नहीं खेल सकेंगे लेकिन वह नॉकआउट दौर में टीम के साथ जरूर होंगे।"
सचिन ने खराब फार्म से उबरने के लिए रणजी ट्रॉफी का सहारा लेते हुए सत्र के पहले ही मैच में रेलवे के खिलाफ शानदार शतक लगाया था लेकिन वह अपने इस फार्म को इंग्लैंड के साथ हुई टेस्ट शृंखला में बरकरार नहीं रख सके थे।
सचिन ने रेलवे के खिलाफ 137 रनों की शानदार पारी खेली थी लेकिन इंग्लैंड के साथ हुई चार मैचों की टेस्ट शृंखला में वह सिर्फ एक अर्द्धशतक लगा सके थे। सचिन ने कोलकाता टेस्ट की पहली पारी में 76 रन बनाए थे।
मुम्बई क्रिकेट संघ के संयुक्त सचिव नितिन दलाल ने कहा कि अगर 39 बार की चैम्पियन मुम्बई की टीम नॉकआउट दौर में पहुंचने में सफल रहती है तो उसे महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का सहारा मिलेगा।
दलाल ने कहा, "मैंने सचिन से पूछा कि क्या वह गुजरात के साथ होने वाले अंतिम दौर के लीग मैच में खेलना पसंद करेंगे तो उन्होंने कहा कि वह इस मैच में नहीं खेल सकेंगे लेकिन वह नॉकआउट दौर में टीम के साथ जरूर होंगे।"
सचिन ने खराब फार्म से उबरने के लिए रणजी ट्रॉफी का सहारा लेते हुए सत्र के पहले ही मैच में रेलवे के खिलाफ शानदार शतक लगाया था लेकिन वह अपने इस फार्म को इंग्लैंड के साथ हुई टेस्ट शृंखला में बरकरार नहीं रख सके थे।
सचिन ने रेलवे के खिलाफ 137 रनों की शानदार पारी खेली थी लेकिन इंग्लैंड के साथ हुई चार मैचों की टेस्ट शृंखला में वह सिर्फ एक अर्द्धशतक लगा सके थे। सचिन ने कोलकाता टेस्ट की पहली पारी में 76 रन बनाए थे।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं