दुनियाभर में 'मास्टर ब्लास्टर' कहकर पुकारे जाने वाले दिग्गज भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को विज़डन की सर्वकालिक विश्व टेस्ट एकादश टीम में चुना गया है। वह इस टीम में चुने गए एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं, जो अब तक खेल रहे हैं।
दरअसल, सचिन तेंदुलकर अगले महीने मुंबई में वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ अपने करियर के 200वें टेस्ट मैच में खेलने के बाद संन्यास लेने की घोषणा कर चुके हैं। विज़डन ने अपनी पत्रिका 'क्रिकेटर्स एल्मनैक' (Cricketers' Almanack) के प्रकाशन के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर इस टीम की घोषणा की, जिसमें सचिन तेंदुलकर को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए चुना गया है।
क्रिकेट के इतिहास में महानतम बल्लेबाजों में शुमार किए जाने वाली ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन की अगुवाई वाली इस टीम में इंग्लैंड के चार, वेस्ट इंडीज़ के तीन, ऑस्ट्रेलिया के दो और पाकिस्तान का एक खिलाड़ी शामिल है। वैसे, इस टीम में बहुत-से दिग्गज जगह नहीं बना पाए हैं, जिनमें सचिन तेंदुलकर के समकालीन रहे वेस्ट इंडीज़ के ब्रायन लारा, ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग, दक्षिण अफ्रीका के जैक कालिस और श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन शामिल हैं। इनके अलावा भारत के महान खिलाड़ियों में हमेशा शामिल किए जाते रहे 'लिटिल मास्टर' सुनील गावस्कर और 'हरियाणा हरिकेन' कपिल देव को भी इस टीम में स्थान नहीं मिल पाया है।
विज़डन की इस सर्वकालिक विश्व टेस्ट एकादश (ऑल-टाइम वर्ल्ड टेस्ट इलेवन) के सलामी बल्लेबाज होंगे इंग्लैंड के जैक हॉब्स, जिन्होंने अपने करियर के दौरान 61 टेस्ट मैचों में 56.94 की औसत से 5,410 रन बनाए। जैक हॉब्स को वर्ष 1909 में विज़डन की ओर से 'क्रिकेटर ऑफ द ईयर' का पुरस्कार दिया गया था।
टीम के दूसरे सलामी बल्लेबाज भी इंग्लैंड के ही डब्ल्यूजी ग्रेस होंगे, जिन्होंने 22 टेस्ट मैचों में 32.29 की औसत से 1,098 रन बनाए, और वर्ष 1896 में 'क्रिकेटर ऑफ द ईयर' चुने गए।
इस टीम में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आएंगे टीम के कप्तान ऑस्ट्रेलिया के सर डोनाल्ड (डॉन) ब्रैडमैन, जिनके 99.94 के अविश्वसनीय बल्लेबाजी औसत के आसपास भी कोई आज तक नहीं पहुंच पाया है। वर्ष 1931 में 'क्रिकेटर ऑफ द ईयर' से सम्मानित किए गए ब्रैडमैन ने अपने करियर के दौरान 52 टेस्ट मैचों में 99.94 की औसत से 6,996 बनाए थे।
वर्ष 1997 में 'क्रिकेटर ऑफ द ईयर' चुने गए भारतीय सचिन तेंदुलकर टीम में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरेंगे, जिन्होंने अपने बेहद लम्बे करियर में अब तक रिकॉर्ड 198 टेस्ट मैचों में 53.86 की औसत से 15,837 रन बनाए हैं।
पांचवें नंबर पर उतरेंगे अपने समय में विश्व के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में शुमार किए जाने वाले वेस्ट इंडीज़ के सर विवियन रिचर्ड्स, जिन्हें वर्ष 1977 में 'क्रिकेटर ऑफ द ईयर' चुना गया था। उन्होंने कुल 121 टेस्ट मैच खेले, जिनमें उन्होंने 50.23 की औसत से 8,540 रन बनाए।
क्रिकेट की दुनिया में सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर कहे जाने वाले वेस्ट इंडीज़ के सर गारफील्ड (गैरी) सोबर्स छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने आएंगे, जिन्हें वर्ष 1964 में 'क्रिकेटर ऑफ द ईयर' चुना गया था, और जिन्होंने अपने करियर के दौरान 93 टेस्ट मैचों में न सिर्फ 57.78 की औसत से 8,032 रन बनाए, बल्कि 34.03 की औसत से 235 विकेट भी चटकाए।
टीम में विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभालने के साथ-साथ सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए चुना गया है, इंग्लैंड के एलन नॉट को, जिन्होंने 95 टेस्ट मैचों के अपने करियर में 32.75 की औसत से 4,389 रन बनाए, 250 कैच लपके तथा 19 विपक्षी खिलाड़ियों को स्टम्प आउट किया। उन्हें वर्ष 1970 में 'क्रिकेटर ऑफ द ईयर' चुना गया था।
टीम में चार विशेषज्ञ गेंदबाज रखे गए हैं, जिनमें पाकिस्तान के वसीम अकरम इसलिए ज़्यादा महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि इस टीम में सचिन तेंदुलकर के अतिरिक्त वह एकमात्र एशियाई खिलाड़ी हैं। वर्ष 1970 में 'क्रिकेटर ऑफ द ईयर' चुने गए 'स्विंग के बादशाह' कहे जाने वाले वसीम अकरम ने अपने करियर के दौरान खेले 104 टेस्ट मैचों में 23.62 की औसत से 414 विकेट चटकाए थे।
इसके बाद टीम में अगला स्थान बनाया है, ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज लेग-स्पिनर शेन वॉर्न ने, जिन्होंने अपने करियर के दौरान 145 टेस्ट मैच खेले, और 25.41 की औसत से 708 विकेट लिए। वॉर्न को विज़डन ने वर्ष 1994 में 'क्रिकेटर ऑफ द ईयर' चुना था।
टीम के 10वें खिलाड़ी वह गेंदबाज हैं, जिनसे उनके वक्त के सभी बल्लेबाज डरते थे। वेस्ट इंडीज़ के मैल्कम मार्शल को वर्ष 1983 में 'क्रिकेटर ऑफ द ईयर' चुना गया था, और उन्होंने अपने करियर में खेले 81 टेस्ट मैचों में 20.94 की औसत से 376 विकेट चटकाए।
अंतिम खिलाड़ी हैं इंग्लैंड के सिडनी बार्न्स, जिन्हें स्विंग और स्पिन, दोनों में महारत हासिल थी। सिडनी बार्न्स को विज़डन ने वर्ष 1910 में 'क्रिकेटर ऑफ द ईयर' चुना था, और उन्होंने 27 टेस्ट मैचों के दौरान 16.43 की शानदार औसत से 189 विकेट चटकाए थे।
वैसे, इस टीम में शामिल जैक हॉब्स, डॉन ब्रैडमैन, विवियन रिचर्ड्स, गैरी सोबर्स तथा शेन वॉर्न को वर्ष 2000 में विज़डन ने 20वीं सदी के पांच सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर घोषित किया था।
विज़डन विश्व एकादश इस प्रकार है : जैक हॉब्स (इंग्लैंड), डब्ल्यूजी ग्रेस (इंग्लैंड), डॉन ब्रैडमैन - कप्तान (ऑस्ट्रेलिया), सचिन तेंदुलकर (भारत), विवियन रिचर्ड्स (वेस्ट इंडीज़), गैरी सोबर्स (वेस्ट इंडीज़), एलन नॉट - विकेटकीपर (इंग्लैंड), वसीम अकरम (पाकिस्तान), शेन वॉर्न (ऑस्ट्रेलिया), मैलकम मार्शल (वेस्ट इंडीज़) और सिडनी बार्न्स (इंग्लैंड)।
(इनपुट एजेंसियों से भी)
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