"रोहित में इस बात की कमी है", अख्तर बोले कि भारत को ICC ट्रॉफी जिताने वाले धोनी आखिरी कप्तान

शोएब बोले कि जब से धोनी ने कप्तानी छोड़ी, तभी से भारत के लिए हालात बदल गए. मैं मैं रोहित को देखता हूं, तो मैं खुद से सवाल पूछता रहता हूं

नई दिल्ली:

वक्त जैसे-जैसे World Cup 2023 की बढ़ रहा है, वैसे-वैसे रोमांच का ग्राफ भी ऊपर जा रहा है. और इस रोमांच को हवा दे रहे हैं पूर्व क्रिकेटरों के बयान और उनकी टीमें. यूं तो मेगा इवेंट से पहले Asia Cup 2023 का आयोजन होगा, लेकिन टीम इंडिया को ताने तो अभी से ही सुनने को मजबूर होना पड़ रहा है कि उसने पिछले करीब एक दशक में एक भी ICC खिताब नहीं जीता है. बहरहाल, जिस अंदाज में टीम इंडिया का हालिया प्रदर्शन रहा है, उससे कइयों को भारत के विश्व कप में बेहतर करने को लेकर शक पैदा हो गया है. और पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज शोएब अख्तर भी इन्हीं में से एक हैं. इसकी बड़ी वजह यह है कि वह रोहित की कप्तानी से पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं. 

एक यू-ट्यूबर से बातचीत में शोएब ने स्वीकारते हुए कहा कि भारतीय टीम पर बहुत ज्यादा दबाव होने जा रहा है क्योंकि अपनी धरती पर फैंस को ट्रॉफी से कम कुछ भी मंजूर नहीं है. उन्होंने कहा कि पहली बात तो यह है कि यह दबाव है, जो आप बहुत ही ज्यादा अपनी टीम पर डालने जा रहे हैं. इस दबाव के साथ खेलना लगभग असंभव है. जैसा मैंने आपसे कहा कि यह ऐसा है कि आप हार न हीं सकते. और अगर आप हारते हैं, तो समझो नरक के रास्ते खुल जाएंगे.

अख्तर ने बताया कि किसी भी कप्तान के लिए दबाव से निपटना और अपनी टीम के बेहतर करने में मदद करना बहुत ही ज्यादा अहम है. आखिरी बार भारत के ICC ट्रॉफी जीतने में मदद करने वाले कप्तान एमएस धोनी थे. अख्तर ने कहा कि उनका मानना है कि रोहित दबाव ओढ़ लते हैं और यह उन पर हावी हो जाता है. दिग्गज पेसर ने कहा कि दूसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि पूर्व में आपके पास ऐसा कप्तान था, जो सारा दबाव सोख लेता था और अपने खिलाड़ियों की सुरक्षा करता था. धोनी ने अपने खिलाड़ियों को दबाव महसूस नहीं करने दिया और यही एमएस की सबसे अच्छी बात थी. आपने उनकी कप्तानी में साल 2007 में विश्व कप जीता, फिर 2011 में विश्व कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती.

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शोएब बोले कि जब से धोनी ने कप्तानी छोड़ी, तभी से भारत के लिए हालात बदल गए. मैं मैं रोहित को देखता हूं, तो मैं खुद से सवाल पूछता रहता हूं कि पहली बार में क्या रोहित को कप्तानी स्वीकार करनी चाहिए थी? मुझे लगता है कि कई मौकों पर रोहित दबाव महसूस करते है और यह दबाव उन पर हावी हो जाता है. कप्तानी का दबाव आपको प्रभावित करता है और कोहली के साथ भी ऐसा ही हुआ. और यही वजह ही कि भारत ने कोई बड़ा टूर्नामेंट नहीं जीता.  हालांकि, शोएब यह कहना नहीं भूले कि इसके बावजूद भारत के पास ऐसी टीम है, जो World Cup 2023 जीत सकती है.