रवींद्र जडेजा का पिछले एक साल का गेंदबाजी और बल्लेबाजी प्रदर्शन जबर्दस्त रहा है (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन भारतीय टीम का नंबर 1 मैच विनर रवींद्र जडेजा अब विश्व का नंबर 1 ऑलराउंडर और नंबर 1 गेंदबाज़ भी हैं. किसी भी मैच का रुख पलटने की अपनी काबिलियत के कारण जडेजा अपने कप्तान की पहली पसंद बन गए हैं. बल्लेबाज़ी, गेंदबाज़ी और फ़ील्डिंग तीनों ही क्षेत्रों में अपने प्रदर्शन से वे हर किसी को चौंकाने की क्षमता रखते हैं. भारत के सर्वश्रेष्ठ फ़ील्डर्स में से एक तो वे हैं ही, ताज़ा रैंकिंग ने उनकी गेंदबाज़ी और ऑलराउंड क्षमता पर भी मुहर लगा दी है.
डेब्यू के बाद से गेंदबाज़ी में वे भारत के लिए महज़ रविचंद्रन अश्विन से पीछे हैं. दिसंबर 2012 में टेस्ट कैप मिलने के बाद से अब तक जडेजा ने 32 टेस्ट में 23.60 की औसत से 155 विकेट लिए हैं, इसमें 9 बार पारी में 5 विकेट और 1 बार मैच में 10 विकेट शामिल हैं. वहीं जुलाई 2016 के बाद से देखें तो ये आंकड़े और ज्यादा ख़तरनाक दिखते हैं.16 टेस्ट में रवींद्र जडेजा ने 23.47 की औसत से 87 विकेट झटके हैं, इसमें 5 बार पारी में 5 विकेट और 1 बार 10 विकेट शामिल हैं.
यह भी पढ़ें : टीम इंडिया को झटका, कोलंबो टेस्ट के 'हीरो' जडेजा पर चला आईसीसी का चाबुक
यही नहीं बल्लेबाज़ी में भी जडेजा ने कमाल किया है. उन्होंने 32 टेस्ट में 29.89 की औसत से 1136 रन बनाए हैं, इसमें 8 अर्धशतक शामिल हैं. महत्वपूर्ण बात यह है कि इन 8 में से 7 अर्धशतक जुलाई 2016 के बाद आए हैं. जडेजा की बल्लेबाज़ी का औसत भी इस दौरान 41.43 का रहा है.
यह भी पढ़ें : जडेजा ने धनंजय डिसिल्वा को आउट करते हुए हासिल की यह उपलब्धि
पिछले सीज़न में जडेजा 500 रन और 50 विकेट के आंकड़े को छूने वाले विश्व के तीसरे खिलाड़ी बने. उनसे पहले ये उपलब्धि कपिल देव और मिचेल जॉनसन ने हासिल की थी, लेकिन 13 टेस्ट में 556 रन और 71 विकेट के साथ जडेजा ने उन दोनों से ही एक सीज़न में बेहतर प्रदर्शन करके दिखाया.
वीडियो : टीम इंडिया की सीरीज जीत में रवींद्र जडेजा ने किया कमाल
गौरतलब है कि रवीद्र जडेजा के नाम घरेलू क्रिकेट में 3 तिहरे शतक दर्ज हैं, लेकिन पिछले साल से पहले तक उनकी बल्लेबाज़ी को लेकर हमेशा सवाल उठते रहे हैं. बहरहाल, अब जडेजा ने दिखाया है कि वे इस भारतीय टीम का अभिन्न अंग ही नहीं बल्कि नंबर 1 मैच विनर भी हैं.
डेब्यू के बाद से गेंदबाज़ी में वे भारत के लिए महज़ रविचंद्रन अश्विन से पीछे हैं. दिसंबर 2012 में टेस्ट कैप मिलने के बाद से अब तक जडेजा ने 32 टेस्ट में 23.60 की औसत से 155 विकेट लिए हैं, इसमें 9 बार पारी में 5 विकेट और 1 बार मैच में 10 विकेट शामिल हैं. वहीं जुलाई 2016 के बाद से देखें तो ये आंकड़े और ज्यादा ख़तरनाक दिखते हैं.16 टेस्ट में रवींद्र जडेजा ने 23.47 की औसत से 87 विकेट झटके हैं, इसमें 5 बार पारी में 5 विकेट और 1 बार 10 विकेट शामिल हैं.
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यही नहीं बल्लेबाज़ी में भी जडेजा ने कमाल किया है. उन्होंने 32 टेस्ट में 29.89 की औसत से 1136 रन बनाए हैं, इसमें 8 अर्धशतक शामिल हैं. महत्वपूर्ण बात यह है कि इन 8 में से 7 अर्धशतक जुलाई 2016 के बाद आए हैं. जडेजा की बल्लेबाज़ी का औसत भी इस दौरान 41.43 का रहा है.
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पिछले सीज़न में जडेजा 500 रन और 50 विकेट के आंकड़े को छूने वाले विश्व के तीसरे खिलाड़ी बने. उनसे पहले ये उपलब्धि कपिल देव और मिचेल जॉनसन ने हासिल की थी, लेकिन 13 टेस्ट में 556 रन और 71 विकेट के साथ जडेजा ने उन दोनों से ही एक सीज़न में बेहतर प्रदर्शन करके दिखाया.
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गौरतलब है कि रवीद्र जडेजा के नाम घरेलू क्रिकेट में 3 तिहरे शतक दर्ज हैं, लेकिन पिछले साल से पहले तक उनकी बल्लेबाज़ी को लेकर हमेशा सवाल उठते रहे हैं. बहरहाल, अब जडेजा ने दिखाया है कि वे इस भारतीय टीम का अभिन्न अंग ही नहीं बल्कि नंबर 1 मैच विनर भी हैं.
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