रोहित शर्मा (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
बीसीसीआई ने सोमवार को खिलाड़ियों के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान कर दिया गया। खिलाड़ियों को इस बार भी तीन ग्रेड में बांटा गया है हालांकि इस बार 32 खिलाड़ियों के जगह केवल 26 खिलाड़ियों को करार दिया गया ।
सुरेश रैना का डिमोशन
ग्रेड 'ए' में इस बार केवल 4 खिलाड़ियों एमएस धोनी, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे और आर. अश्विन को रखा गया है। सुरेश रैना और भुवनेश्वर कुमार को इस बार ग्रेड 'बी' में जगह मिली उनका डिमोशन किया गया जबकि हरभजन सिंह इस साल ग्रेड सी में जगह पाने में कामयाब रहे। पिछले साल उन्हें करार नहीं मिला था। अच्छी बात ये रही है कि पुरुष क्रिकेटरों के साथ महिलाओं को भी इस बार वादे के मुताबिक करार दिया गया है।
महिला खिलाड़ियों को भी करार
बोर्ड सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा कि 'इस बार भी पुरुष खिलाड़ियों को तीन श्रेणियों में बाटा गया है। साथ ही महिला खिलाड़ियों को भी हमने करार दिया है। महिलाओं को 2 श्रेणी में 15 और 10 लाख रुपए सालाना मिलेंगे।' इस घोषणा के साथ ही करार को लेकर सवाल भी उठने शुरू हो गए हैं।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि तीनों फ़ॉर्मेट में खेलने वाले रोहित शर्मा को ग्रेड 'बी' देने का आधार क्या था, वह भी तब जब रोहित वनडे मैचों में दो दोहरे शतक अपने नाम पर कर चुके हैं। यहां तक कि वनडे के सर्वाधिक स्कोर (264 रन) उनके नाम पर ही दर्ज है। इस साल वनडे में अब तक उनका प्रदर्शन शानदार रहा है।
धोनी को ग्रेड 'ए' में रखने की वजह आखिर क्या
सवाल यह भी उठा है कि हर फ़ॉर्मेट में खेलने वाले अमित मिश्रा को ग्रेड 'सी' में क्यों रखा गया, वहीं वनडे के कप्तान एमएस धोनी टेस्ट मैचों से संन्यास लेने के बाद भी ग्रेड 'ए' में क्यों बरकरार हैं? इन सवालों के जवाब नहीं मिला है और फैसले पर तमाम तरह के तर्क और कयास लगाए जा रहे हैं। वैसे, इतना तय है कि करार बांटने में इस बार बीसीसीआई ने कटौती की है। इतना जरूर है कि जो भी खिलाड़ी इस सीजन न्यूनतम 3 टेस्ट, 3 वनडे या 3 टी-20 मैच खेलेगा, उसे ग्रेड 'सी' या 'बी' में जगह दी जा सकती है।
सुरेश रैना का डिमोशन
ग्रेड 'ए' में इस बार केवल 4 खिलाड़ियों एमएस धोनी, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे और आर. अश्विन को रखा गया है। सुरेश रैना और भुवनेश्वर कुमार को इस बार ग्रेड 'बी' में जगह मिली उनका डिमोशन किया गया जबकि हरभजन सिंह इस साल ग्रेड सी में जगह पाने में कामयाब रहे। पिछले साल उन्हें करार नहीं मिला था। अच्छी बात ये रही है कि पुरुष क्रिकेटरों के साथ महिलाओं को भी इस बार वादे के मुताबिक करार दिया गया है।
महिला खिलाड़ियों को भी करार
बोर्ड सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा कि 'इस बार भी पुरुष खिलाड़ियों को तीन श्रेणियों में बाटा गया है। साथ ही महिला खिलाड़ियों को भी हमने करार दिया है। महिलाओं को 2 श्रेणी में 15 और 10 लाख रुपए सालाना मिलेंगे।' इस घोषणा के साथ ही करार को लेकर सवाल भी उठने शुरू हो गए हैं।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि तीनों फ़ॉर्मेट में खेलने वाले रोहित शर्मा को ग्रेड 'बी' देने का आधार क्या था, वह भी तब जब रोहित वनडे मैचों में दो दोहरे शतक अपने नाम पर कर चुके हैं। यहां तक कि वनडे के सर्वाधिक स्कोर (264 रन) उनके नाम पर ही दर्ज है। इस साल वनडे में अब तक उनका प्रदर्शन शानदार रहा है।
धोनी को ग्रेड 'ए' में रखने की वजह आखिर क्या
सवाल यह भी उठा है कि हर फ़ॉर्मेट में खेलने वाले अमित मिश्रा को ग्रेड 'सी' में क्यों रखा गया, वहीं वनडे के कप्तान एमएस धोनी टेस्ट मैचों से संन्यास लेने के बाद भी ग्रेड 'ए' में क्यों बरकरार हैं? इन सवालों के जवाब नहीं मिला है और फैसले पर तमाम तरह के तर्क और कयास लगाए जा रहे हैं। वैसे, इतना तय है कि करार बांटने में इस बार बीसीसीआई ने कटौती की है। इतना जरूर है कि जो भी खिलाड़ी इस सीजन न्यूनतम 3 टेस्ट, 3 वनडे या 3 टी-20 मैच खेलेगा, उसे ग्रेड 'सी' या 'बी' में जगह दी जा सकती है।
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