पंजाब के खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने शुक्रवार को भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड BCCI के अध्यक्ष रोजर बिन्नी और सचिव जय शाह को पत्र लिखकर उन मानदंडों पर सवाल उठाया, जिसके तहत आईसीसी विश्व कप के दौरान मैच की मेजबानी करने वाले शहरों की सूची से मोहाली को बाहर कर दिया गया. क्रिकेट विश्व कप 2023 की शुरुआत अहमदाबाद में पांच अक्टूबर होने वाली है.
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BCCI प्रमुख को लिखे अपने पत्र में हेयर ने कहा कि पंजाब के पास सबसे अच्छा खेल बुनियादी ढांचा है. उन्होंने यह भी बताया कि मोहाली के आईएस बिंद्रा स्टेडियम को दो विश्व कप सेमीफाइनल मुकाबलों की मेजबानी करने का भी गौरव प्राप्त है. उनहोंने लिखे पत्र में लिखा कि खेल के क्षेत्र में पंजाब देश का ध्वजवाहक रहा है. और जब बात क्रिकेट की आती है, तो पंजाब ने लाला अमरनाथ, बिशन सिंह बेदी, मोहिंदर अमरनाथ, यशपाल शर्मा, मदन लाल, नवजोत सिंह सिद्धू, हरभजन सिंह, युवराज सिंद रीतिंदर सिंह सोढ़ी, दिनेश मोंगिया, हरविंदर सिंह, विक्रम राठौर, शरनदीप सिंह और सबसे हालिया शुभमन गिल ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया है.
लेटर में आगे कहा गया है कि पंजाब का खेल ढांचा विश्व स्तरीय है. हेयर ने लिखा कि आईएस बिंद्रा पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन, मोहाली दो विश्व सेमीफाइनल मैच आयोजित कर चुका है. एक 1996 में सेमीफाइन का आयोजन हमारे यहां हुआ, तो साल 2011 के संस्करण में दो लीग मैचों के अलावा अंतिम चार का मुकाबला खेला गया.
पंजाब के मंत्री ने मीडिया में बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला के बयान का भी जिक्र किया और कहा कि शुक्ला ने बताया था कि पीसीए मोहाली स्टेडियम 'मैच आयोजित करने के लिए आईसीसी के मानदंडों को पूरा नहीं करता है. उन्होंने पत्र में लिखा, 'मुझे पूरा विश्वास है कि इस बेहद जरूरी मामले में पंजाब के साथ न्याय किया जाएगा'
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