
भारतीय अंडर 19 टीम ने कमाल का खेल दिखाया और पांचवीं बार अंडर 19 वर्ल्ड चैंपियन (Under 19 World Cup) बनकर इतिहास रच दिया. फाइनल में भारतीय अंडर 19 टीम (India Under 19 Team) ने इंग्लैंड को 4 विकेट से हराकर खिताब पर पांचवीं बार कब्जा किया. इस जीत में भारत के लिए कमाल का खेल राज बावा (Raj Bawa) ने दिखाया. गेंदबाजी और बल्लेबाजी से राज ने भारत को विश्व चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई. एक तरफ जहां बावा ने 5 विकेट लिए तो वहीं दूसरी ओर अहम समय में 35 रनों की पारी खेली. इस पूरे टूर्नामेंट में बावा ने 252 रन और 9 विकेट लिए.
Congratulations to the #BoysinBlue & the entire nation for winning the #U19CWC! Amazing spells by Ravi Kumar & Raj Bawa The future of Indian cricket looks bright 🇮🇳 Well played boys. Super proud! @BCCI
— Yuvraj Singh (@YUVSTRONG12) February 5, 2022
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राज बावा के दादा ने जीता था गोल्ड मेडल
बता दें कि क्रिकेटर राज बावा का परिवार खेल जगत से जुड़ा रहा है. उनके दादा स्वर्गीय तरलोचन सिंह बावा हॉकी के खिलाड़ी थे. जब भारतीय हॉकी टीम ने 1948 में लंदन ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था तो तरलोचन सिंह भारतीय हॉकी टीम के सदस्य थे. इतना ही नहीं राज बावा के दादा 1952 में भारतीय हॉकी टीम के कप्तान भी बने थे. दूसरी ओर बावा के पिता सुखविंदर बावा भारतीय पूर्व दिग्गज युवराज सिंह के कोच भी रह चुके हैं. युवी ने अपने शुरूआती दिनों में सुखविंदर बावा से क्रिकेट की ट्रेनिंग ली थी.
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THE STORY OF RAJ BAWA
— The Bharat Army (@thebharatarmy) February 5, 2022
- Grandson of Tarlochan Bawa, who scored 2 goals for India against Great Britain in the final at the 1948 London Olympics in hockey pic.twitter.com/Us3YNc6O34
राज बावा ने अपनी गेंदबाजी से किया कमाल
फाइनल में बावा का जबरदस्त प्रभाव रहा, वह आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में 5 विकेट हॉल करने वाले पहले भारतीय बने. बाबा ने बल्लेबाजी के दौरान 54 गेंदों में 35 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली. भारत ने यह मैच 14 गेंद शेष रहते जीत लिया. भारत को इंग्लैंड ने 190 रनों का टारगेट दिया था.
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