पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को 2015 से 2023 के आठ साल के अगले भविष्य दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) में भारत के खिलाफ स्वदेश और विरोधी के देश में छह टेस्ट सीरीज खेलने की उम्मीद है। इसमें संयुक्त अरब अमीरात में ‘तटस्थ स्थान’ पर घरेलू टेस्ट सीरीज भी शामिल है।
ईएसपीएन क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, पीसीबी को बीसीसीआई की कार्य समिति की बैठक के बाद उससे अंतिम स्वीकृति मिलने का इंतजार है। पीसीबी को बताया गया है कि इस बैठक के अगले 15 दिन में होने की उम्मीद है। ऐसा होने पर पीसीबी दीर्घकालीन प्रसारण करार कर पाएगा, जिसका केंद्र भारत के खिलाफ नियमित सीरीज होगी। इससे पहले पीसीबी अध्यक्ष नजम सेठी ने साफ किया कि आईसीसी में आमूलचूल बदलाव को पाकिस्तान का सशर्त समर्थन भारत के खिलाफ उपरोक्त शृंखलाओं के वादे पर निर्भर करेगा।
पीसीबी के रवैये में यह बदलाव इस शर्त पर आया है कि पाकिस्तान को भारत सहित सभी पूर्ण सदस्यों के खिलाफ द्विपक्षीय शृंखलाओं में शामिल किया जाएगा।
रिपोर्ट के अनुसार, अगर भारत..पाक सीरीज को आधिकारिक तौर पर आठ साल के एफटीपी में शामिल किया जाता है तो इसमें संयुक्त अरब अमीरात में भारत के खिलाफ पाकिस्तान की ‘घरेलू’ सीरीज भी शामिल हो सकती है।
पता चला है कि सभी नौ सदस्य बोर्डों ने 2020 तक पाकिस्तान के साथ अपनी पूर्व की प्रतिबद्धताओं की पुष्टि कर दी है और वे 2020 से 2023 तक के लिए नई योजना बना रहे हैं। मौजूदा एफटीपी कलेंडर में समय के कारण बीसीसीआई पाकिस्तान के खिलाफ छह शृंखलाओं को शामिल करने पर गौर कर सकता है। इनमें से पहली द्विपक्षीय शृंखला 2015 की सर्दियों में यूएई में हो सकती है।
मुंबई में नंबवर 2011 में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान ने किसी पूर्ण द्विपक्षीय शृंखला में हिस्सा नहीं लिया है।
पाकिस्तान ने दिसंबर 2012 में सीमित ओवरों की शृंखला के लिए भारत का दौरा किया था जिसमें तीन वनडे और दो टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच शामिल थे।
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