फाइल फोटो
कराची:
पाकिस्तान के कलंकित तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ ने बुधवार को 2010 के स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण में शामिल होने की बात सरेआम कबूल की और अपने देशवासियों से माफी भी मांगी।
आईसीसी द्वारा सात साल का प्रतिबंध लगाए जाने के तीन साल बाद 30 वर्षीय तेज गेंदबाज ने पहली बार अपनी गलती स्वीकार की।
आसिफ ने कराची प्रेस क्लब में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा, ‘मैं आईसीसी ट्रिब्यूनल से मिली सजा को स्वीकार करता हूं। मैं अपनी गलती के लिए माफी मांगता हूं जिसकी वजह से देशवासियों को शर्मिंदा होना पड़ा। जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं तो मुझे काफी खेद महसूस होता है।’
आसिफ, तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर और तत्कालीन कप्तान सलमान बट पर आईसीसी ने प्रतिबंध लगा दिया था। इन पर 2010 में इंग्लैंड के खिलाफ लार्ड्स टेस्ट में पैसे की एवज में जान बूझकर नोबाल फेंकने का आरोप था।
आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक ट्रिब्यूनल ने बट पर 10 साल, आसिफ पर सात और आमिर पर पांच साल का प्रतिबंध लगाया था।
आसिफ ने कहा, ‘देश के लिए खेलने वाले सभी खिलाड़ियों से मेरी गुजारिश है कि सभी तरह के भ्रष्टाचार से दूर रहे।’ उसने कहा, ‘मैं हर खिलाड़ी की मदद को तैयार हूं। मैं खेल से भ्रष्टाचार को मिटाने में आईसीसी और पीसीबी से पूरा सहयोग करूंगा।’
आसिफ ने यह भी कहा कि वह पीसीबी के रिहैबिलिटेशन कार्यक्रम के लिए तैयार हैं। उसने कहा, ‘मैं आईसीसी के सहयोग से पीसीबी द्वारा कराए जा रहे रिहैबिलिटेशन कार्यक्रम के लिये तैयार हूं।’ उसने कहा, ‘मैंने अपनी गलतियों के लिए काफी कुछ सहा है। अब अपने मुल्क के आजादी के दिन मैं वादा करता हूं कि बंदिश की मियाद पूरी होने के बाद मैं अपनी गलती से हुए नुकसान की भरपाई की पूरी कोशिश करूंगा। मैं नई जिंदगी का आगाज करूंगा।’
आईसीसी द्वारा सात साल का प्रतिबंध लगाए जाने के तीन साल बाद 30 वर्षीय तेज गेंदबाज ने पहली बार अपनी गलती स्वीकार की।
आसिफ ने कराची प्रेस क्लब में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा, ‘मैं आईसीसी ट्रिब्यूनल से मिली सजा को स्वीकार करता हूं। मैं अपनी गलती के लिए माफी मांगता हूं जिसकी वजह से देशवासियों को शर्मिंदा होना पड़ा। जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं तो मुझे काफी खेद महसूस होता है।’
आसिफ, तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर और तत्कालीन कप्तान सलमान बट पर आईसीसी ने प्रतिबंध लगा दिया था। इन पर 2010 में इंग्लैंड के खिलाफ लार्ड्स टेस्ट में पैसे की एवज में जान बूझकर नोबाल फेंकने का आरोप था।
आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक ट्रिब्यूनल ने बट पर 10 साल, आसिफ पर सात और आमिर पर पांच साल का प्रतिबंध लगाया था।
आसिफ ने कहा, ‘देश के लिए खेलने वाले सभी खिलाड़ियों से मेरी गुजारिश है कि सभी तरह के भ्रष्टाचार से दूर रहे।’ उसने कहा, ‘मैं हर खिलाड़ी की मदद को तैयार हूं। मैं खेल से भ्रष्टाचार को मिटाने में आईसीसी और पीसीबी से पूरा सहयोग करूंगा।’
आसिफ ने यह भी कहा कि वह पीसीबी के रिहैबिलिटेशन कार्यक्रम के लिए तैयार हैं। उसने कहा, ‘मैं आईसीसी के सहयोग से पीसीबी द्वारा कराए जा रहे रिहैबिलिटेशन कार्यक्रम के लिये तैयार हूं।’ उसने कहा, ‘मैंने अपनी गलतियों के लिए काफी कुछ सहा है। अब अपने मुल्क के आजादी के दिन मैं वादा करता हूं कि बंदिश की मियाद पूरी होने के बाद मैं अपनी गलती से हुए नुकसान की भरपाई की पूरी कोशिश करूंगा। मैं नई जिंदगी का आगाज करूंगा।’
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