
मेलबर्न:
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने साफ कर दिया है कि वह अपने फ्यूचर्स टूर प्रोग्राम (एफटीपी) में बेहद लोकप्रिय इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के लिए आधिकारिक तौर पर कोई जगह नहीं बनाएगा।
आईसीसी के निवर्तमान मुख्य कार्यकारी अधिकारी हारून लोगार्ट ने बुधवार को यह स्थिति साफ की। लोगार्ट ने कहा कि आईपीएल के लिए जगह बनाने का यह मतलब होगा कि आने वाले समय में दूसरी लीगों के लिए भी जगह बनाने की समस्या आएगी।
लोगार्ट ने कहा, "अगर हम आईपीएल के लिए अलग से जगह बनाएंगे तो फिर बिग बैश लीग का क्या होगा। यही नहीं, दूसरी अन्य लीगों का क्या होगा। श्रीलंका में एक ऐसी ही लीग की शुरुआत होने जा रही है और बांग्लादेश में लीग शुरू हो चुका है।"
"मैं जानता हूं कि लोग यह कहेंगे कि आईपीएल प्रमुख लीग है और इस लिहाज से इसे एफटीपी में जगह मिलनी चाहिए लेकिन अगर हम किसी एक सदस्य देश द्वारा आयोजित एक लीग को जगह देंगे तो फिर दूसरी लीगों का क्या होगा। हम घरेलू लीगों को एफटीपी में जगह देने के कभी भी पक्षधर नहीं रहे हैं। ऐसे में आईपीएल को लेकर हमारी राय बिल्कुल स्पष्ट है।"
वर्ष 2008 में आईपीएल की शुरुआत के बाद से ही विदेशी टीमों का कार्यक्रम आईपीएल के लिए अड़चन बना हुआ है। इस साल भी वेस्टइंडीज और आस्ट्रेलिया तथा इंग्लैंड और श्रीलंका के बीच खेली गई श्रृंखला के कारण कई प्रमुख खिलाड़ी अपनी टीमों के लिए सभी आईपीएल मैच नहीं खेल सके।
ऐसे में खिलाड़ियों ने इस जबरदस्त कमाई वाली लीग में खेलने का एक रास्ता निकाला है। उन्होंने राष्ट्रीय टीम के लिए खेलने की बजाय आईपीएल में खेलने को तरजीह दी। कई खिलाड़ियों ने आईपीएल में खेलने के लिए टेस्ट मैचों से संन्यास ले लिया।
खिलाड़ियों के इस कदम के कारण आईसीसी पर आईपीएल के लिए अलग से विंडो तैयार करने का दबाव बना लेकिन आईसीसी ने साफ कर दिया है कि वह एफटीपी में आईपीएल के लिए दो महीने का वक्त नहीं निकाल सकता।
खिलाड़ियों को आईपीएल जैसी लीगों में खेलने देने के सम्बंध में क्रिकेट आस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड ने कहा कि इस सम्बंध में बोर्ड अपनी ओर से पूरी कोशिश करते हैं।
आईसीसी के निवर्तमान मुख्य कार्यकारी अधिकारी हारून लोगार्ट ने बुधवार को यह स्थिति साफ की। लोगार्ट ने कहा कि आईपीएल के लिए जगह बनाने का यह मतलब होगा कि आने वाले समय में दूसरी लीगों के लिए भी जगह बनाने की समस्या आएगी।
लोगार्ट ने कहा, "अगर हम आईपीएल के लिए अलग से जगह बनाएंगे तो फिर बिग बैश लीग का क्या होगा। यही नहीं, दूसरी अन्य लीगों का क्या होगा। श्रीलंका में एक ऐसी ही लीग की शुरुआत होने जा रही है और बांग्लादेश में लीग शुरू हो चुका है।"
"मैं जानता हूं कि लोग यह कहेंगे कि आईपीएल प्रमुख लीग है और इस लिहाज से इसे एफटीपी में जगह मिलनी चाहिए लेकिन अगर हम किसी एक सदस्य देश द्वारा आयोजित एक लीग को जगह देंगे तो फिर दूसरी लीगों का क्या होगा। हम घरेलू लीगों को एफटीपी में जगह देने के कभी भी पक्षधर नहीं रहे हैं। ऐसे में आईपीएल को लेकर हमारी राय बिल्कुल स्पष्ट है।"
वर्ष 2008 में आईपीएल की शुरुआत के बाद से ही विदेशी टीमों का कार्यक्रम आईपीएल के लिए अड़चन बना हुआ है। इस साल भी वेस्टइंडीज और आस्ट्रेलिया तथा इंग्लैंड और श्रीलंका के बीच खेली गई श्रृंखला के कारण कई प्रमुख खिलाड़ी अपनी टीमों के लिए सभी आईपीएल मैच नहीं खेल सके।
ऐसे में खिलाड़ियों ने इस जबरदस्त कमाई वाली लीग में खेलने का एक रास्ता निकाला है। उन्होंने राष्ट्रीय टीम के लिए खेलने की बजाय आईपीएल में खेलने को तरजीह दी। कई खिलाड़ियों ने आईपीएल में खेलने के लिए टेस्ट मैचों से संन्यास ले लिया।
खिलाड़ियों के इस कदम के कारण आईसीसी पर आईपीएल के लिए अलग से विंडो तैयार करने का दबाव बना लेकिन आईसीसी ने साफ कर दिया है कि वह एफटीपी में आईपीएल के लिए दो महीने का वक्त नहीं निकाल सकता।
खिलाड़ियों को आईपीएल जैसी लीगों में खेलने देने के सम्बंध में क्रिकेट आस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड ने कहा कि इस सम्बंध में बोर्ड अपनी ओर से पूरी कोशिश करते हैं।
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