इंग्लैंड के विकेटकीपर-बल्लेबाज़ मैट प्रायर पैर की तकलीफ के कारण टीम से बाहर हैं, और इस दौरान उनका झुकाव एक नए खेल की ओर हो गया है। प्रायर ने अब 'वन प्रो साइकिलिंग टीम' बनाई है, जो अगले साल से इंग्लैंड के घरेलू साइकिलिंग टूर्नामेंट में हिस्सा लेगी। हालांकि प्रायर चाहते हैं कि उनकी टीम आगे चलकर 'टुअर डी फ्रांस' जैसी रेस में भी शामिल हो।
प्रायर का कहना है, "हम बड़ा लक्ष्य पाना चाहते हैं... यह कब हासिल होगा, नहीं मालूम... मैं सपनों पर भरोसा करता हूं... सपना होगा, तभी आप कुछ बड़ा कर सकते हैं... लक्ष्य के करीब पहुंचना भी बड़ी बात होती है..."
जुलाई में लॉर्ड्स टेस्ट में भारत के हाथों हार के बाद से इंग्लैंड के 32 साल के विकेटकीपर-बल्लेबाज़ टीम से बाहर हैं, और पैर की सर्जरी के बाद उन्हें छह महीने तक आराम करने की सलाह दी गई है। वह खुद भी मानते हैं कि टीम में वापसी उनके लिए आसान नहीं होगी। उन्होंने कहा, "मेरी स्थिति ऐसी है कि मैं बहुत आगे नहीं देख सकता... जनवरी या फरवरी तक फिटनेस बेहतर होगी... जुलाई में एशेज़ शृंखला में खेलना चाहता हूं... जो भी मौके मिलेंगे, उनके लिए तैयार रहूंगा... मैं वापसी के लिए बहुत बेचैन हूं..."
इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर और प्रायर के साथी खिलाड़ी केविन पीटरसन ने अपनी आत्मकथा में आरोप लगाया था कि मैट प्रायर इंग्लिश ड्रेसिंग रूम में दादागिरी संस्कृति के सरगना थे। प्रायर मानते हैं कि पीटरसन के आरोप से उन्हें बेहद तकलीफ हुई। उन्होंने कहा, "वह मेरे लिए निराशाजनक समय था... मैं बेहद दुखी था... मेरे और मेरे परिवार के लिए मुश्किल समय था..." हालांकि उनका कहना है कि साइकिलिंग में दिलचस्पी के बाद उन्हें अपने आप को संभालने में मदद मिली है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं