यह ख़बर 08 सितंबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

नैटवेस्ट शृंखला : ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 88 रन से हराया

खास बातें

  • इंग्लैंड के मैनचेस्टर में रविवार को हुए नैटवेस्ट शृंखला के दूसरे एकदिवसीय मैच में ओल्ड ट्रेफोर्ड में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इंग्लैंड को 88 रन के अंतर से हरा दिया है।
मैनचेस्टर:

इंग्लैंड के मैनचेस्टर में रविवार को हुए नैटवेस्ट शृंखला के दूसरे एकदिवसीय मैच में ओल्ड ट्रेफोर्ड में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इंग्लैंड को 88 रन के अंतर से हरा दिया है।

ऑस्ट्रेलिया ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान माइकल क्लार्क (105) के शानदार शतक की बदौलत इंग्लैंड के सामने 316 का विशाल लक्ष्य रखा, फिर बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए पूरी इंग्लैंड टीम को 44.2 ओवरों में 227 रनों पर ध्वस्त कर दिया। ऑस्ट्रेलिया की जीत के नायक रहे क्लार्क ने 102 गेंदों की पारी में 14 चौके लगाए।

ऑस्ट्रेलिया से मिले विशाल लक्ष्य का दबाव इंग्लैंड पर शुरू से दिखाई दिया और इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों ने अतिरिक्त सजगता बरतते हुए बेहद धीमी शुरुआत की। इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज पहले दो ओवर में खाता भी नहीं खोल सके, तथा चौथे ओवर की पांचवीं गेंद पर माइकल कारबेरी (4) के रूप में पहला विकेट गंवा बैठे।

अगली ही गेंद पर जोनाथन ट्रॉट भी शून्य को निजी स्कोर पर विकेट के पीछे लपके गए। 11वें ओवर तक इंग्लैंड का तीसरा विकेट भी गिर चुका था।

इसके बाद बेहद मुश्किल परिस्थितियों में केविन पीटरसन (60) और कप्तान इयान मोर्गन (54) ने अपनी अर्द्धशतकीय पारियों की बदौलत टीम को संभालने की पूरी कोशिश की, लेकिन इस बीच आवश्यक रन रेट बढ़ता चला गया।

पीटरसन को 22वें ओवर की पहली गेंद पर शेन वाटसन ने जेम्स फॉकनर के हाथों कैच आउट करवाया। पीटरसन ने 66 गेंदों का सामना कर छह चौके और दो छक्का लगाया। वहीं मोर्गन ने क्लिंट मैके की गेंद पर क्लार्क को कैच थमाने से पहले 69 गेंदों का सामना कर चार चौके लगाए।

इंग्लैंड के लिए अगली संघर्षभरी पारी विकेटकीपर जोश बटलर (75) ने खेली। बटलर ने स्टुअर्ट फिन (16) के साथ नौंवें विकेट की साझेदारी में 47 रन जोड़े। 47 रनों की इस साझेदारी में बटलर ने अकेले 41 रनों का योगदान दिया। बटलर को फवाह अहमद ने 44वें ओवर की दूसरी गेंद पर मिशेल जॉन्सन के हाथों कैच आउट करवाया। बटलर ने 65 गेंदों में पांच चौके और तीन छक्के लगाए। इंग्लैंड का आखिरी विकेट 45वें ओवर की दूसरी गेंद पर फिन के रूप में गिरा।

ऑस्ट्रेलिया के लिए मैके ने तीन, जॉन्सन ने दो तथा फॉक्नर, एडम वोग्स, अहमद और वाटसन ने एक-एक विकेट हासिल किया।

इससे पहले टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई पारी की शुरुआत विकेट के साथ हुई, लेकिन मध्यक्रम की सधी हुई गेंदबाजी की बदौलत उसने निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 315 रनों का विशाल स्कोर खड़ा कर लिया।

ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज शॉन मार्श बिना खाता खोले शून्य के कुल योग पर विकेट के पीछे लपके गए। इसके बाद आरोन फिंच (45) और वाटसन (38) ने दूसरे विकेट की साझेदारी में 60 रन जोड़कर टीम को स्थिरता प्रदान की। फिंच-वाट्सन की जोड़ी को रवि बोपारा ने तोड़ा।

वाट्सन, बोपारा की गेंद पर विकेट के पीछे बटलर के हाथों लपके गए। वाट्सन के जाने के बाद फिंच ने कप्तान क्लार्क के साथ भी 56 रनों की साझेदारी निभाई। फिंच को जेम्स ट्रेडवेल ने 22वें ओवर की पांचवी गेंद पर जोए रूट के हाथों लपकवाया।

फिंच पांच रन से अर्द्धशतक से चूक गए। उन्होंने इतनी ही गेंदों में चार चौके और एक छक्का जड़ा।

फिंच के जाने के बाद चौथे विकेट के लिए ऑस्ट्रेलिया की सबसे सफल साझेदारी हुई। क्लार्क ने जॉर्ज बैले (82) के साथ 130 गेंदों में तेज 155 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया को मजबूत स्कोर की ओर अग्रसर किया।

बैले हालांकि शतक नहीं बना सके और बोपारा की गेंद पर ट्रेडवेल को कैच थमा बैठे, लेकिन टीम के लिए उन्होंने तेजी से रन जुटाए। बैले ने 67 गेंदों का सामना किया और पांच चौके तथा चार छक्का लगाया।

बैले के जाने के कुछ ही देर बाद क्लार्क भी बॉयड रैनकिन की गेंद पर विकेट के पीछे कैच थमा बैठे।

इंग्लैंड के लिए बोपारा, रैनकिन और स्टुअर्ट फिन ने दो-दो विकेट, तथा ट्रेडवेल ने एक विकेट हासिल किया।

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पांच मैचों की इस शृंखला का पहला मैच बारिश की भेंट चढ़ गया, और इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज पर 1-0 से बढ़त बना ली है।