मिलिए, स्ट्रोक प्लेयर सरफराज खान और गेंदबाजी की नई रफ्तार नाथू सिंह से

मिलिए, स्ट्रोक प्लेयर सरफराज खान और गेंदबाजी की नई रफ्तार नाथू सिंह से

आईपीएल मैच के दौरान सरफराज खान और विराट कोहली (फोटो सरफराज के Twitter पेज से साभार)

भारतीय क्रिकेट के घरेलू सत्र की शुरुआत गुरुवार से हो गई। रणजी ट्रॉफी के इन मुकाबलों में वैसे तो कई उभरते सितारे हिस्सा लेंगे, लेकिन जिन युवा खिलाड़ियों ने कुछ समय से सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है, उनमें जम्मू-कश्मीर के उत्तरप्रदेश के सरफराज आलम, राजस्थान के नाथू सिंह, शुभम खजूरिया और दिल्ली के मोहित अहलावत खास हैं। रणजी के इस सत्र में ये चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित करना चाहेंगे।

सरफराज खान
पिछले आईपीएल में बेंगलुरू की ओर से खेलते हुए सबका ध्यान आकर्षित वाले इस खिलाड़ी ने हाल ही में मुंबई के स्थान पर उत्तरप्रदेश की टीम से खेलने का फैसला करके सबको चौंका दिया। इस सरफराज ने अंडर-19 वर्ल्ड कप 2014 में पाकिस्तान के खिलाफ 74 रनों की संघर्ष भरी पारी खेलकर सबका ध्यान आकर्षित किया था। 17 साल के सरफराज का कहना है कि उन्हें रणजी में प्रदर्शन का मतलब पता है। टीम इंडिया के सभी महान खिलाड़ी रणजी खेलकर ही आगे बढ़े हैं। वे अपनी बैटिंग टेक्निक पर ध्यान दे रहे हैं। (पढ़ें - साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टी-20 मैच में ये हो सकते हैं टीम इंडिया के गेम चेंजर)

नाथू सिंह
राजस्थान के इस 20 वर्षीय तेज बॉलर ने नई उम्मीदें जगाई हैं। उन्हें खेलते हुए अभी ज्यादा एक्सपर्ट्स ने नहीं देखा है, लेकिन जिसने भी देखा वह उनकी तेजी का कायल हो गया। 140 किमी प्रति घंटे की स्पीड से बॉलिंग करने वाला यह खिलाड़ी लगातार इसी स्पीड से बॉलिंग करने पर ध्यान दे रहा है। एमआरएफ पेस एकेडमी में नाथू को ग्लेन मैकग्राथ के अंडर भी ट्रेनिंग करने का मौका मिला। उन्होंने मैकग्राथ को अपनी तेज बॉलिंग से काफी प्रभावित किया। इस रणजी सत्र में सरफराज अब उत्तरप्रदेश की ओर से अपनी तेज बॉलिंग का जलवा दिखाएंगे। (पढ़ें - विराट को प्यार से 'चीकू' बुलाते हैं, जानिए क्रिकेट सितारों को कैसे मिले निकनेम)

शुभम खजूरिया
जम्मू-कश्मीर की टीम से खेलने वाले इस क्रिकेटर के भाग्य ने पिछले सत्र में साथ नहीं दिया था। पिछले सत्र के पहले ही मैच में इस 20 वर्षीय बल्लेबाज ने मुंबई जैसी मजबूत टीम के खिलाफ शतक और अर्धशतक लगाकर अपनी टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी, लेकिन इसके बाद उनके कंधे में चोट लग गई और रणजी सत्र की उनकी सुनहरी शुरुआत पर पानी फिर गया। इस चोट के कारण शुभम न केवल रणजी ट्रॉफी के बाकी मैच खेलने से वंचित रह गए, बल्कि उन्हीं सर्जरी भी करवानी पड़ी। मुंबई और बेंगलुरू में कड़ी ट्रेनिंग के बाद अब शुभम एक बार फिर अपनी टीम के लिए तैयार हैं।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

मोहित अहलावत
रणजी ट्रॉफी मैच के लिए दिल्ली टीम में शामिल किए गए 23 वर्षीय मोहित अहलावत विकेटकीपर बल्लेबाज हैं। वे गरीब परिवार से हैं और उनके पिता पिकअप ड्राइवर हैं। उन्होंने सिटी लीग और अन्य टूर्नामेंट में लगातार अच्छा खेल दिखाया। लोवर लेवल के मैचों में 158 और 137 रन की शानदार पारियों से सरफराज ने दिल्ली के चयनकर्ताओं और कप्तान गौतम गंभीर का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। टीम इंडिया के फिनिशर कैप्टन कूल एमएस धोनी की तरह ही उन्हें भी कूल माना जाता है। अहलावत ने निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ साझेदारी करके अपनी टीमों को कई मैच जिताए हैं। वे बेहतरीन विकेटकीपर भी हैं।