ऑफ स्पिनर मोइन खान की बलखाती गेंदों की बदौलत इंग्लैंड ने चौथे क्रिकेट टेस्ट के तीसरे ही दिन शनिवार को मैनचेस्टर में भारत को पारी और 54 रन से हराकर पांच टेस्ट की शृंखला में 2-1 की बढ़त बना ली।
मोइन ने 39 रन देकर चार विकेट चटकाए जबकि जेम्स एंडरसन और क्रिस जोर्डन ने उनका अच्छा साथ निभाते हुए दो-दो विकेट अपने नाम किए जिससे पहली पारी में 215 रन से पिछड़ने के बाद भारत दूसरी पारी में भी सिर्फ 161 रन पर ढेर हो गया। एंडरसन ने 18 जबकि जोर्डन ने 65 रन खर्च किए।
भारत की ओर से रविचंद्रन अश्विन ने सर्वाधिक नाबाद 46 रन बनाए जबकि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 27 रन का योगदान दिया। भारत की दूसरी पारी सिर्फ 43 ओवर चली।
इससे पहले भारत के पहली पारी में 152 रन के स्कोर के जवाब में इंग्लैंड ने 367 रन बनाए थे।
इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में तेज स्टुअर्ट ब्राड के बिना खेल रही थी जिन्होंने पहली पारी में 25 रन देकर छह विकेट चटकाए थे लेकिन मोइन और अन्य तेज गेंदबाजों ने मेजबान टीम को उनकी कमी महसूस नहीं होने दी। ब्राड को बल्लेबाजी के दौरान वरूण आरोन की उछाल लेती गेंद पर नाक में चोट लग गई थी।
शृंखला का पांचवां और अंतिम टेस्ट 15 अगस्त से लंदन के केनिंगटन ओवल में खेल जाएगा।
इससे पहले इंग्लैंड की टीम आज छह विकेट पर 237 रन से आगे खेलने उतरी और उसने जो रूट (77) और जोस बटलर (70) के अर्द्धशतकों की मदद से 367 रन बनाए। दोनों ने सातवें विकेट के लिए 134 रन की साझेदारी की। दूसरी पारी में भी भारत की शुरुआत खराब रही। क्रिस वोक्स ने मुरली विजय (18) को पगबाधा आउट करके इंग्लैंड को पहली सफलता दिलाई।
सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर (18) और चेतेश्वर पुजारा (17) ने दूसरे विकेट के लिए 27 रन जोड़कर कुछ देर इंग्लैंड के गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा।
डेढ़ साल से भी अधिक समय बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी कर रहे गंभीर ने हालांकि इसके बाद गलती की और एंडरसन की उछाल लेती गेंद से छेड़छाड़ की कोशिश में विकेटकीपर जोस बटलर को आसान कैच दे बैठे।
मोइन ने अगले ओवर की पहली गेंद पर पुजारा को पगबाधा आउट करके भारत को तीसरा झटका दिया। पुजारा का खराब प्रदर्शन यहां भी जारी रहा। यह बल्लेबाज पिछली पांच पारियों में अर्द्धशतक भी नहीं बना पाए हैं। मोइन ने इसके बाद अजिंक्य रहाणे (01) को अपनी ही गेंद पर लपका जबकि मौजूदा दौरे पर अब तक अर्द्धशतक जड़ने में नाकाम रहे विराट कोहली एक बार फिर विफल रहे और एंडरसन की गेंद को स्लिप में इयान बेल के हाथों में खेल गए।
मोइन ने रविंद्र जडेजा (04) को स्लिप में जोर्डन के हाथों कैच कराके भारत का स्कोर छह विकेट पर 66 रन किया। भारत ने मोइन और एंडरसन के स्पिन और तेज गेंदबाजी के मिश्रित आक्रमण के सामने 29 गेंद में 13 रन के भीतर पांच विकेट गंवाए।
पहली पारी में भारत की ओर से सबसे बड़ी साझेदारी निभाने वाले कप्तान धोनी और अश्विन ने कुछ देर विकेटों के पतझड़ को रोका। दोनों ने 32वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन तक पहुंचाया। धोनी ने वोक्स को विशेष रूप से निशाना बनाया और उनके दो ओवरों में दो-दो चौके मारे। अश्विन ने भी मोइन पर चौका मारा।
धोनी को हालांकि अति आक्रामकता का खामियाजा उठाना पड़ा। उन्होंने मोइन पर करारा शॉट मारा, लेकिन मिडविकेट पर गैरी बैलेंस ने दाईं ओर गोता लगाने उन्हें उनका शानदार कैच लपका। धोनी ने 22 गेंद में 27 रन बनाए।
जोर्डन ने इसके बाद वरूण आरोन (09) और पंकज सिंह (00) को लगातार गेंदों पर आउट करके इंग्लैंड को जीत दिलाई। अश्विन ने अपनी नाबाद पारी के दौरान 56 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके और एक छक्का मारा।
आज सुबह के सत्र में तेज गेंदबाज पंकज सिंह (113 रन पर दो विकेट) ने दो विकेट चटकाए जबकि लंच के बाद एक अन्य विकेट रविंद्र जडेजा (36 रन पर एक विकेट) के खाते में गया। भुवनेश्वर कुमार (75 रन पर तीन विकेट) और वरूण आरोन (97 रन पर दो विकेट) को आज कोई विकेट नहीं मिला।
इससे पहले एंडरसन (09) और वोक्स (नाबाद 26, 39 गेंद, तीन चौके) की अंतिम जोड़ी ने 29 रन जोड़कर भारत की परेशानी को और बढ़ाया। जडेजा ने पारी के 106वें ओवर में एंडरसन को आउट करके इंग्लैंड की पारी का अंत किया क्योंकि चोटिल ब्राड दोबारा बल्लेबाजी को नहीं उतरे।
सुबह के सत्र में पंकज ने कल के अविजित बल्लेबाजों रूट और बटलर को अंतिम क्षणों में आउट किया।
राजस्थान के इस गेंदबाज ने इस तरह से 69.2 ओवर में अपना पहला विकेट लिया, लेकिन उन्होंने जल्द ही बटलर को मिडऑफ पर चेतेश्वर पुजारा के हाथों कैच कराकर अपना दूसरा विकेट लेने के लिए ज्यादा इंतजार नहीं किया। रूट और बटलर ने धीमी शुरुआत की। इन दोनों ने पहले दस ओवरों में केवल 14 रन जोड़े। रूट ने दिन के दूसरे ओवर में अपना अर्द्धशतक पूरा किया जिसके लिए उन्होंने 103 गेंद खेली तथा पांच चौके लगाए। भारत ने जब दूसरी नई गेंद ली तब रूट और बटलर ने तेजी दिखायी और अगले दस ओवर में 39 रन ठोक दिए।
इस बीच भारतीयों का क्षेत्ररक्षण भी खराब रहा। बटलर को 34 और 45 रन के निजी योग पर जीवनदान दिया गया। इनमें से पहली बार विराट कोहली ने गली में कैच छोड़ा जबकि दूसरी बार धोनी ने रन आउट का सुनहरा अवसर गंवाया। इसके दो ओवर बाद बटलर ने 108 गेंदों पर छह चौकों की मदद से अपना अर्द्धशतक पूरा किया।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं