भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने बाइकिंग के अपने जुनून के लिए कुछ समय निकाला और चेन्नई सुपरकिंग्स को चैम्पियंस लीग टी-20 का दूसरा खिताब दिलाने के एक दिन बाद यहां बुद्ध अंतरराष्ट्रीय सर्किट पर बाइकिंग का जलवा बिखेरते दिखाई दिए।
क्रिकेटरों की मौजूदगी से हमेशा ही अफरातफरी हो जाती है और भारत की एकमात्र फार्मूला वन ट्रैक पर भी नजारा कुछ अलग नहीं था। धोनी यहां 'बाइक उत्सव' को प्रोमोट करने के लिए पहुंचे लेकिन जैसे ही वह ट्रैक पर पहुंचे, दर्शक उनकी झलक पाने को बेताब हो गए।
कई तरह की 'विंटेज' और 'स्पोर्ट्स' बाइक देखने के बाद धोनी याम्हा आर-1 पर बैठकर ट्रैक पर एक लैप लेने के लिए राइडरों के समूह से जुड़ गए।
यहां एक गैराज धोनी की बाइकों के लिए भी थी, जिसमें हेलीकट से लेकर याम्हा आरडी350 शामिल हैं, जिसे वह एक समय खरीद नहीं सकते थे। अब उनके पास 30 के करीब बाइक हैं।
धोनी ने हेरिटेज गैराज में ज्यादातर समय बिताया जिसमें 100 साल पुरानी बाइक भी थीं। उन्होंने कहा, 'यहां का अनुभव शानदार रहा। मैं कुछ बाइक से नजर नहीं हटा पा रहा था। मैं लोगों को दिखाना चाहता था कि मेरी बाइक उनकी बाइक से अलग कैसे हैं। आप इन शक्तिशाली बाइकों को सड़क पर नहीं चला सकते, इसलिे इन्हें देखना और जानना मेरे लिए शानदार चीज थी।'
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