नया साल विराट कोहली के लिए नया तोहफा लेकर आया है, लेकिन साथ ही नए कप्तान के लिए 'विराट' चुनौतियां भी लेकर आया है।
ऑस्ट्रेलिया के निशाने पर सीरीज़ के आखिरी टेस्ट में अब विराट कोहली होंगे। ऑस्ट्रेलियाई कोच डैरेन लेहमैन ने इसका इशारा भी कर दिया है। उन्होंने यह इशारा बड़े ही दिलचस्प अंदाज़ में किया कि उन्होंने अभी तो कोहली के ख़िलाफ़ शुरुआत भी नहीं की है।
सिडनी में 6 तारीख़ से शुरू होने वाले टेस्ट से पहले भारतीय टीम मैनेजमेंट और ड्रेसिंग रूम में ज़ाहिर तौर पर पूर्व टेस्ट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को लेकर बात होती ही रहेगी, लेकिन विराट कोहली को घेरने के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम नए प्लान पर काम करना शुरू कर चुकी है।
मेज़बान टीम के कोच डैरेन लेहमैन साफ़ तौर पर कह चुके हैं कि वह गर्ममिज़ाज और आक्रामक कोहली के स्वभाव का पूरा फ़ायदा उठाने की कोशिश करेंगे। साफ़ है कि कप्तान कोहली को अब और तेज़ स्लेजिंग का सामना करना पड़ेगा। कोहली इसका जवाब पहले की तरह ही देंगे या फिर कप्तानी की ज़िम्मेदारी उन्हें गंभीर बनाएगी, यह देखना दिलचस्प होगा।
इस बात की भी पूरी संभावना है कि कप्तान कोहली बल्लेबाज़ी के लिए आएंगे, तब ये स्लेजिंग और अलग होगी, क्योंकि मेलबर्न टेस्ट के दौरान नाइनटीज़ में खेलते हुए कोहली के ख़िलाफ़ ऑस्ट्रेलिया का यह फ़ॉर्मूला कारगर रहा था। उस दौरान कोहली ने विपक्षी टीम को कैच के तीन मौक़े दे दिए। यह बात अलग है कि वह शतक बनाने में कामयाब रहे।
कोहली ने एडिलेड में अपनी कप्तानी के दौरान आक्रामक तेवर अपनाया था और टीम को जीत की दहलीज़ तक ले आए थे, लेकिन एडिलेड की दोनों पारियों में कोहली, मुरली विजय और अजिंक्य रहाणे के अलावा बाक़ी बल्लेबाज़ नाकाम ही रहे थे।
कप्तान कोहली के सामने अपनी टीम को प्रेरित या टीम में जोश भरने की अलग चुनौती होगी। एडिलेड की दोनों पारियों में टीम इंडिया के गेंदबाज़ पूरी विपक्षी टीम को आउट नहीं कर पाए थे। विराट कोहली के सामने गेंदबाज़ों से उनका बेस्ट हासिल करने की चुनौती तो होगी ही। ऑस्ट्रेलियाई टीम उन्हें इस फ़्रंट पर घेरने की योजना भी ज़रूर बनाएगी।