बुधवार को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2022) के तहत खेले गए इलिमिनेटर मुकाबले में लखनऊ सुपर किंग्स फैफ डु प्लेसी की आरसीबी के हाथों 14 रन से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए, लेकिन यह भी सही है कि यह मुकाबला जीता जा सकता था. लेकिन शायद दबाव के पलों को बेंगलोर टीम ज्यादा बेहतर तरीके से नियंत्रित करने में सफल रही और यह लखनऊ के टपकाए कई कैच और खराब फील्डिंग में भी साफ झलकता है. बहरहाल, हार के बाद दिग्गज रवि शास्त्री ने 208 रनों का पीछा करते हुए केएल राहुल की एप्रोच पर सवाल खड़ा किया है.
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शास्त्री ने स्टार स्पोर्ट्स चैनल से बातचीत में कहा कि लखनऊ को कुछ पहले ही आक्रामक रवैया अख्तियार करना था, लेकिन आपने इसके लिए लंबा इंतजार किया. पारी के 9वें से 14वें ओवर के बीच किसी एक को अटैक करना चाहिए था. खासतौर पर उस साझेदारी के दौरान. पूर्व कोच बोले कि जब केएल और हूडा की साझेदारी चल रही थी, तो इस दौरान केएल राहुल और जोखिम ले सकते थे. हालांकि इस दौरान हूडा ने अपना काम सही तरह से किए, लेकिन केएल राहुल ज्यादा ही ठंडे पड़ गए. राहुल पारी के 9वें से 13वें ओवर के बीच किसी गेंदबाज को निशाना बना सकते थे. पूर्व दिग्गज ने कहा कि अगर वे स समय जरूरी रन रेट को नीचे ले आते, तो इससे आरसीबी जरूर थोड़ा नर्वस होता.
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यह कारण रहा राहुल पर उंगली उठनने का
इसमें दो राय नहीं कि पारी के बीच के ओवरों में केएल राहुल का रवैया समझ से परे रहा. और फैंस और बाकी लोग मैच के खत्म होने के बाद से ही इस बारे में बात कर रहे थे. केएल ने डिकॉक का विकेट जल्द गिरने के बावजूद पावर-प्ले में तेजी से रन बटोरे और शुरुआती 6 ओवरों में केएल के 17 गेंदों पर 26 रन थे. लेकिन इसके बाद अगले सात ओवरों में राहुल एक ही बाउंड्री बटोर सके और इससे जरूरी रन औसत तेजी से बढ़ता गया. सात से 13 ओवर के बीच लखनऊ 49 ही रनबना सका.
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