चेन्नई सुपर किंग्स को चैंपियंस लीग टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट में खिताबी जीत दिलाने वाले सुरेश रैना ने कहा कि वह विराट कोहली समेत अपने समकालीन खिलाड़ियों से सीखकर परिपक्व खिलाड़ी बने हैं।
रैना ने कहा, मैंने इन सात सालों में बहुत कुछ सीखा है। शुरुआत में मैथ्यू हेडन, माइक हसी और कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने मेरी मदद की। भारतीय टीम में मैंने विराट कोहली को वनडे क्रिकेट में अच्छी शुरुआत को शतकीय पारियों में बदलते देखा। धोनी के साथ अपनी साझेदारी को मैं नहीं भूल सकता। मैं युवराज सिंह का नाम भी लेना चाहूंगा।
उन्होंने कहा, बड़े मैच में अच्छा प्रदर्शन करना जरूरी है। मेरा मानना है कि वे 20 रन पीछे रह गए। मैं अंत तक बल्लेबाजी करने के इरादे से उतरा था। मैंने कुलदीप, यूसुफ भाई और पीयूष को पहले भी खेला है और मैं पॉजीटिव रहना चाहता था। तीन साल बाद मिली खिताबी जीत के बारे में उन्होंने कहा कि टीम का माहौल ही सफलता का राज है।
उन्होंने कहा, हमारे पास ब्रेंडन मैकुलम, फाफ डु प्लेसिस और ब्रावो जैसे शानदार खिलाड़ी हैं। टीम का माहौल बहुत अच्छा है। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी टीम के प्रदर्शन पर खुशी जताई।
उन्होंने कहा, हमारे लिए यह शानदार मैच था। उन्होंने कहा, टॉस जीतना अच्छा रहा, जिससे विरोधी गेंदबाजों को मुश्किलें आईं। हमने शुरुआत अच्छी नहीं की और फील्डिंग भी उम्दा नहीं थी। फाइनल में हमें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है।
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