विराट की कप्तानी में टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रृंखला को 3-1 से जीत लिया (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान शायद ही कभी अपने हाथ में आए बल्ले को निराश करते होंगे, इसीलिए तो उन्हें रन मशीन कहा जाता है. और बात जब किसी टीम द्वारा तय लक्ष्य का पीछा करने की, तो कोहली से बेहतर कोई नहीं है.
भारतीय कप्तान ने इस साल जनवरी में ही वनडे क्रिकेट में लक्ष्य का पीछा करते हुए शतक लगाने के मामले में सचिन की बराबरी कर ली थी और गुरुवार को किंग्स्टन में सबीना पार्क में वेस्टइंडीज के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी करते हुए एकदिवसीय मैचों में अपना 28वां शतक जड़कर क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन का रिकॉर्ड तोड़ दिया. कोहली से पहले सचिन ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 17 शतक लगाए थे.
हालांकि, क्रिकेट के इन दो दिग्गजों के बीच जब पीछा करते हुए शतक जमाने के अंतर की बात आती है तो यह अंतर वाकई चौंकाने वाला है कि कोहली ने 102 पारियों में 18 शतक लगाए हैं जबिक तेंदुलकर को 17 शतक लगाने के लिए 232 पारियां खेलनी पड़ी थीं. इस तरह के रिकॉर्ड में श्रीलंका के तिलकरत्ने दिलशान तीसरे स्थान पर हैं. दिलशान ने 116 पारियों में 11 शतक बनाए.
इसके अलावा कोहली ऐसे पहले भारतीय कप्तान बन गए हैं जिन्होंने कैरेबियन में वेस्टइंडीज के खिलाफ दो शतक बनाए हैं. पहले, राहुल द्रविड़ ने वेस्टइंडीज के खिलाफ कप्तान के रूप में एक शतक जड़ा था. कुल मिलाकर, यह वेस्टइंडीज के खिलाफ कोहली का चौथा शतक है.
गुरुवार को सबीनापार्क में खेले गए पांचवें और इस श्रृंखला के अंतिम वनडे में विंडीज ने पहले बैटिंग करते हुए 50 ओवर में 9 विकेट पर 205 रन बनाए, जिसके जवाब में टीम भारत ने 36.5 ओवर में 2 विकेट पर 206 रन बनाते हुए जीत दर्ज कर ली. कप्तान कोहली ने नाबाद रहते हुए 115 गेंदों पर 12 चौके और दो छक्कों की मदद से शानदार 111 रन बनाए.
इस तरह भारत ने यह श्रृंखला 3-1 से अपने नाम कर ली.
भारतीय कप्तान ने इस साल जनवरी में ही वनडे क्रिकेट में लक्ष्य का पीछा करते हुए शतक लगाने के मामले में सचिन की बराबरी कर ली थी और गुरुवार को किंग्स्टन में सबीना पार्क में वेस्टइंडीज के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी करते हुए एकदिवसीय मैचों में अपना 28वां शतक जड़कर क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन का रिकॉर्ड तोड़ दिया. कोहली से पहले सचिन ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 17 शतक लगाए थे.
हालांकि, क्रिकेट के इन दो दिग्गजों के बीच जब पीछा करते हुए शतक जमाने के अंतर की बात आती है तो यह अंतर वाकई चौंकाने वाला है कि कोहली ने 102 पारियों में 18 शतक लगाए हैं जबिक तेंदुलकर को 17 शतक लगाने के लिए 232 पारियां खेलनी पड़ी थीं. इस तरह के रिकॉर्ड में श्रीलंका के तिलकरत्ने दिलशान तीसरे स्थान पर हैं. दिलशान ने 116 पारियों में 11 शतक बनाए.
इसके अलावा कोहली ऐसे पहले भारतीय कप्तान बन गए हैं जिन्होंने कैरेबियन में वेस्टइंडीज के खिलाफ दो शतक बनाए हैं. पहले, राहुल द्रविड़ ने वेस्टइंडीज के खिलाफ कप्तान के रूप में एक शतक जड़ा था. कुल मिलाकर, यह वेस्टइंडीज के खिलाफ कोहली का चौथा शतक है.
गुरुवार को सबीनापार्क में खेले गए पांचवें और इस श्रृंखला के अंतिम वनडे में विंडीज ने पहले बैटिंग करते हुए 50 ओवर में 9 विकेट पर 205 रन बनाए, जिसके जवाब में टीम भारत ने 36.5 ओवर में 2 विकेट पर 206 रन बनाते हुए जीत दर्ज कर ली. कप्तान कोहली ने नाबाद रहते हुए 115 गेंदों पर 12 चौके और दो छक्कों की मदद से शानदार 111 रन बनाए.
इस तरह भारत ने यह श्रृंखला 3-1 से अपने नाम कर ली.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं