जो रूट और जॉनी बेयरस्टॉ के बीच 2016 में सर्वाधिक टेस्ट रन बनाने की होड़ लगी हुई है (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
वर्तमान टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया के हाथों इंग्लैंड क्रिकेट टीम की हालत भले ही खराब है, लेकिन उसके बल्लेबाज लगातार रन बना रहे हैं. इतना ही नहीं उसके चार बल्लेबाज साल 2016 में सर्वाधिक रन बनाने वाले पांच बल्लेबाजों की सूची में शामिल हैं. इसमें वर्ल्ड के अन्य बल्लेबाजों ने टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ही जगह बना सके हैं. टीम इंडिया के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में इंग्लैंड के धुरंधर बल्लेबाज जो रूट और जॉनी बेयरस्टॉ ने शानदार बल्लेबाजी की, जहां रूट एक और फिफ्टी बनाने में कामयाब रहे, वहीं बेयरस्टॉ इससे एक रन से चूक गए, लेकिन इन दोनों ने आउट होने से पहले क्रिकेट इतिहास में एक वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी कर ली और सूची में नंबर वन सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग के साथ अपना नाम दर्ज करवा लिया. (आदिल राशिद से जा भिड़े रवींद्र जडेजा, हो गए चित...)
टॉप फाइव में इंग्लैंड के 4 बल्लेबाज
साल 2016 में सर्वाधिक टेस्ट रन बनाने वाले टॉप फाइव बल्लेबाजों में इंग्लैंड का कोई सानी नहीं है. कप्तान एलिस्टर कुक, जॉनी बेयरस्टॉ, जो रूट और मोईन अली ये चार नाम इस सूची में आपको सहज ही मिल जाएंगे. खासतौर से रूट जहां इस सूची में टॉप पर हैं, वहीं बेयरस्टॉ दूसरे स्थान पर काबिज हैं. तीसरे स्थान पर एलिस्टर कुक हैं, जो टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली से 21 रन ही आगे हैं और कोहली उन्हें चेन्नई टेस्ट में पीछे छोड़ सकते हैं, लेकिन हम जिस वर्ल्ड रिकॉर्ड की बात कर रहे हैं, उसमें इंग्लैंड के ही दो बल्लेबाज हैं. दरअसल जो रूट और जॉनी बयेरस्टॉ एक ही टीम के ऐसे दो बल्लेबाज बन गए हैं, जिन्होंने एक कैलेंडर ईयर में 1400 से अधिक रन बना लिए हैं. टेस्ट क्रिकेट इतिहास में इनसे पहले टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाज रहे सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग ने यह कारनामा किया था.
6 साल बाद रूट-बेयरस्टॉ का कारनामा
साल 2010 में तेंदुलकर और सहवाग ने एक कैलेंडर में 1400 से अधिक रन बनाए थे. अब रूट और बेयरस्टॉ ने इसे दोहरा दिया है. रूट ने जहां 17 टेस्ट मैचों की 31 पारियों में 1471 रन बना लिए हैं, वहीं बेयरस्टॉ ने 17 टेस्ट मैचों की 28 पारियों में 1469 रन बना दिए हैं. इन दोनों के बीच नंबर वन को लेकर अनूठी जंग चल रही है, जबकि दोनों के पास अभी एक-एक पारी (चेन्नई टेस्ट की दूसरी पारी) बाकी है. रूट ने इस साल तीन शतक और 10 फिफ्टी लगाई हैं, जबकि बेयरस्टॉ ने तीन शतक और आठ फिफ्टी लगाई हैं.
11 बार 50 या अधिक रन का बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
जॉनी बेयरस्टॉ के बल्ले से कमाल को आप इसी से समझ सकते हैं कि उन्होंने 15 मैचों में 11 बार पचास से ज्यादा रन (3 सेंचुरी, 8 फिफ्टी) बना दिए हैं. इसके साथ ही बेयरस्टॉ ने किसी विकेटकीपर बल्लेबाज द्वारा एक कैलेंडर वर्ष में 50 रन या उससे अधिक की सर्वाधिक पारियां खेलने के वर्ल्ड रिकॉर्ड को इसी सीरीज में अपने नाम कर लिया था. इससे पहले यह रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स (AB De Villiers) के नाम था, जिन्होंने 2013 में टेस्ट में 9 बार 50 से अधिक रन (5 फिफ्टी, 4 सेंचुरी) की पारियां खेलीं थीं. उन्होंने 9 टेस्ट में 933 रन बनाए थे. 27 साल के बेयरस्टॉ की इस साल की सबसे बड़ी पारी नाबाद 167 रन की है. साल में 50 या अधिक की सबसे ज्यादा पारियां खेलेने वाले विकेटकीपरों में जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान एंडी फ्लावर तीसरे नंबर पर हैं. उन्होंने साल 2000 में 9 टेस्ट मैचों में 1045 रन बनाए थे, जिसमें 5 फिफ्टी और 3 सेंचुरी शामिल थीं. इस प्रकार उनके नाम साल में 50 से अधिक की 8 पारियां दर्ज हुईं.
विकेटकीपरों में टेस्ट में हजार रन का रिकॉर्ड
बेयरस्टॉ और एंडी फ्लावर के अलावा कोई अन्य विकेटकीपर बल्लेबाज टेस्ट में एक कैलेंडर में हजार रन नहीं बना पाया है. जॉनी बेटरस्टॉ ने बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव में हुए पहले टेस्ट मैच में 16 साल पुराना यह रिकॉर्ड तोड़ा था. बेयरस्टॉ ने जिम्बाब्वे के विकेटकीपर बल्लेबाज एंडी फ्लावर का रिकॉर्ड अपने नाम किया था. बेयरस्टॉ ने यह उपलब्धि साल के 11वें टेस्ट में हासिल की थी, जबकि फ्लॉवर ने साल 2000 में 9 टेस्ट मैचों में 1045 रन बनाए थे. उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट में पहली पारी में 52, तो दूसरी पारी में 47 रन की पारी खेली और टीम की जीत में अहम योगदान दिया था.
रूट और बेयरस्टॉ के अलावा 2016 के सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में एलिस्टेयर कुक तीसरे नंबर पर हैं. कुक ने चेन्नई में एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. वह टेस्ट क्रिकेट में 11000 रन बनाने वाले 10वें बल्लेबाज बन गए हैं. कुक ने सबसे कम उम्र (31 साल 357 दिन) में यह रिकॉर्ड बनाया है और सचिन तेंदुलकर (34 साल 95 दिन) का रिकॉर्ड तोड़ा है.
टॉप फाइव में इंग्लैंड के 4 बल्लेबाज
साल 2016 में सर्वाधिक टेस्ट रन बनाने वाले टॉप फाइव बल्लेबाजों में इंग्लैंड का कोई सानी नहीं है. कप्तान एलिस्टर कुक, जॉनी बेयरस्टॉ, जो रूट और मोईन अली ये चार नाम इस सूची में आपको सहज ही मिल जाएंगे. खासतौर से रूट जहां इस सूची में टॉप पर हैं, वहीं बेयरस्टॉ दूसरे स्थान पर काबिज हैं. तीसरे स्थान पर एलिस्टर कुक हैं, जो टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली से 21 रन ही आगे हैं और कोहली उन्हें चेन्नई टेस्ट में पीछे छोड़ सकते हैं, लेकिन हम जिस वर्ल्ड रिकॉर्ड की बात कर रहे हैं, उसमें इंग्लैंड के ही दो बल्लेबाज हैं. दरअसल जो रूट और जॉनी बयेरस्टॉ एक ही टीम के ऐसे दो बल्लेबाज बन गए हैं, जिन्होंने एक कैलेंडर ईयर में 1400 से अधिक रन बना लिए हैं. टेस्ट क्रिकेट इतिहास में इनसे पहले टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाज रहे सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग ने यह कारनामा किया था.
6 साल बाद रूट-बेयरस्टॉ का कारनामा
साल 2010 में तेंदुलकर और सहवाग ने एक कैलेंडर में 1400 से अधिक रन बनाए थे. अब रूट और बेयरस्टॉ ने इसे दोहरा दिया है. रूट ने जहां 17 टेस्ट मैचों की 31 पारियों में 1471 रन बना लिए हैं, वहीं बेयरस्टॉ ने 17 टेस्ट मैचों की 28 पारियों में 1469 रन बना दिए हैं. इन दोनों के बीच नंबर वन को लेकर अनूठी जंग चल रही है, जबकि दोनों के पास अभी एक-एक पारी (चेन्नई टेस्ट की दूसरी पारी) बाकी है. रूट ने इस साल तीन शतक और 10 फिफ्टी लगाई हैं, जबकि बेयरस्टॉ ने तीन शतक और आठ फिफ्टी लगाई हैं.
11 बार 50 या अधिक रन का बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
जॉनी बेयरस्टॉ के बल्ले से कमाल को आप इसी से समझ सकते हैं कि उन्होंने 15 मैचों में 11 बार पचास से ज्यादा रन (3 सेंचुरी, 8 फिफ्टी) बना दिए हैं. इसके साथ ही बेयरस्टॉ ने किसी विकेटकीपर बल्लेबाज द्वारा एक कैलेंडर वर्ष में 50 रन या उससे अधिक की सर्वाधिक पारियां खेलने के वर्ल्ड रिकॉर्ड को इसी सीरीज में अपने नाम कर लिया था. इससे पहले यह रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स (AB De Villiers) के नाम था, जिन्होंने 2013 में टेस्ट में 9 बार 50 से अधिक रन (5 फिफ्टी, 4 सेंचुरी) की पारियां खेलीं थीं. उन्होंने 9 टेस्ट में 933 रन बनाए थे. 27 साल के बेयरस्टॉ की इस साल की सबसे बड़ी पारी नाबाद 167 रन की है. साल में 50 या अधिक की सबसे ज्यादा पारियां खेलेने वाले विकेटकीपरों में जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान एंडी फ्लावर तीसरे नंबर पर हैं. उन्होंने साल 2000 में 9 टेस्ट मैचों में 1045 रन बनाए थे, जिसमें 5 फिफ्टी और 3 सेंचुरी शामिल थीं. इस प्रकार उनके नाम साल में 50 से अधिक की 8 पारियां दर्ज हुईं.
विकेटकीपरों में टेस्ट में हजार रन का रिकॉर्ड
बेयरस्टॉ और एंडी फ्लावर के अलावा कोई अन्य विकेटकीपर बल्लेबाज टेस्ट में एक कैलेंडर में हजार रन नहीं बना पाया है. जॉनी बेटरस्टॉ ने बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव में हुए पहले टेस्ट मैच में 16 साल पुराना यह रिकॉर्ड तोड़ा था. बेयरस्टॉ ने जिम्बाब्वे के विकेटकीपर बल्लेबाज एंडी फ्लावर का रिकॉर्ड अपने नाम किया था. बेयरस्टॉ ने यह उपलब्धि साल के 11वें टेस्ट में हासिल की थी, जबकि फ्लॉवर ने साल 2000 में 9 टेस्ट मैचों में 1045 रन बनाए थे. उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट में पहली पारी में 52, तो दूसरी पारी में 47 रन की पारी खेली और टीम की जीत में अहम योगदान दिया था.
रूट और बेयरस्टॉ के अलावा 2016 के सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में एलिस्टेयर कुक तीसरे नंबर पर हैं. कुक ने चेन्नई में एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. वह टेस्ट क्रिकेट में 11000 रन बनाने वाले 10वें बल्लेबाज बन गए हैं. कुक ने सबसे कम उम्र (31 साल 357 दिन) में यह रिकॉर्ड बनाया है और सचिन तेंदुलकर (34 साल 95 दिन) का रिकॉर्ड तोड़ा है.
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