Jasprit Bumrah Big Statement: ऐसा माना जाता है कि क्रिकेट के मैदान में बल्लेबाज मैच को बनाते हैं, जबकि गेंदबाज मैच को जिताते हैं. यह टेस्ट क्रिकेट में पूरी तरह से लागू होती है. यहां जीत हासिल करने के लिए एक टीम को विपक्षी टीम के खिलाफ 20 विकेट चटकाने होते हैं. यह काम इतना भी आसान नहीं होता है. हालांकि, जब से जसप्रीत बुमराह ने भारतीय क्रिकेट टीम में दस्तक दी है. तब से भारतीय टीम विपक्षी टीम को ऑल आउट ही नहीं कर रही है. उन्हें बुरी तरह से रौंदने का भी काम कर रही है.
30 वर्षीय बुमराह के भारतीय टीम के साथ जुड़ने से भारतीय गेंदबाजी क्रम काफी मजबूत हुई है. नहीं तो एक समय ऐसा था जब दुनिया की अन्य टीमें भारत की पेस अटैक को काफी हल्के में लेती थी. मगर मौजूदा समय में पूरी दुनिया भारत के पेस अटैक से खौफ खाती है. इसकी कहीं न कहीं मुख्य वजह जसप्रीत बुमराह ही हैं.
इंडियन एक्सप्रेस के साथ हुई खास बातचीत के दौरान बुमराह ने कहा, ''मैं गेंदबाजों का पक्षधर हूं. मैं मानता हूं कि हमारा देश बड़े बल्लेबाजों को पसंद करता है, लेकिन मेरे हिसाब से गेंदबाज का ही मुकाबले में दबदबा रहता है.''
स्टार तेज गेंदबाज ने टेस्ट फॉर्मेट की सराहना की है. उनका मानना है कि एक खिलाड़ी रेड बॉल क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकता है तो वह वाइट बॉल में भी कर सकता है.
बुमराह के अनुसार, ''मैं उस पीढ़ी से आता हूं. जहां टेस्ट क्रिकेट टीवी पर ज्यादा दिखाए जाते थे. आज भी यह सबसे बड़ा फॉर्मेट है. मुझे लगता है अगर मैं यहां बेहतरीन प्रदर्शन करता हूं तो अन्य फॉर्मेट में खुद ब खुद प्रदर्शन सही हो जाएंगे.''
गेंदबाजों के लिए अपना समर्थन व्यक्त करते हुए बुमराह का कहना है 2 नियम ऐसे हैं जिसे वह खत्म करने के पक्ष में हैं. तेज गेंदबाज के मुताबिक, ''क्रिकेट से नो बॉल और फ्री हिट को खत्म कर देना चाहिए.''
बात करें जसप्रीत बुमराह के क्रिकेट करियर के बारे में तो उन्होंने देश के लिए अबतक कुल 36 टेस्ट मुकाबले खेले हैं. इस बीच उनको 69 पारियों में 20.7 की औसत से 159 विकेट हासिल हुए हैं. टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 10 बार 5 विकेट लेने का कारनामा है.
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