विज्ञापन

'इस वजह से मैंने संन्यास लेने का फैसला किया', अमित मिश्रा ने डाली 25 साल के करियर पर रोशनी

Amit Mishra retires: फैंस हैरान रह सकते हैं कि अमित मिश्रा का करियर इतने साल तक खिंचा, लेकिन यह सच है

'इस वजह से मैंने संन्यास लेने का फैसला किया', अमित मिश्रा ने डाली 25 साल के करियर पर रोशनी
  • अमित मिश्रा ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने की घोषणा एक प्रेस रिलीज के माध्यम से की
  • उन्होंने भारत के लिए 22 टेस्ट, 36 वनडे और 10 टी20 मैच खेलते हुए महत्वपूर्ण विकेट लिए हैं
  • आईपीएल में 162 मैचों में 174 विकेट लेकर सबसे ज्यादा तीन हैट्रिक लेने का रिकॉर्ड उनके नाम है
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्ली:

Amit Mishra on his career:  अपनी लेग स्पिन से दुनिया के बड़े-बड़े बल्लेबाजों को छकाने वाले अमित मिश्रा ने गुरुवार को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया. मिश्रा ने एक प्रेस रिलीज के माध्यम से संन्यास की घोषणा की. अमित मिश्रा एक बेहतरीन लेग स्पिनर रहे. गुगली,फ्लाइट, टर्न से करियर के दौरान दिग्गज बल्लेबाजों के लिए चुनौती बने मिश्रा ने 2003 से 2017 के बीच भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 22 टेस्ट, 36 वनडे और 10 टी20 मैच खेले. टेस्ट में 76, वनडे में 64 और टी20 में 16 विकेट उन्होंने लिए. मिश्रा 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली और 2014 की टी20 विश्व कप उपविजेता रही भारतीय टीम के सदस्य रहे थे. साल 2008 से 2024 के बीच आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स, डेक्कन चार्जर्स, सनराइजर्स हैदराबाद, दिल्ली कैपिटल्स और एलएसजी के लिए खेलते हुए उन्होंने 162 मैचों में 174 विकेट लिए. आईपीएल में सर्वाधिक 3 हैट्रिक लेने का रिकॉर्ड उनके नाम है.

संन्यास की घोषणा करने के बाद अमित मिश्रा ने कहा, 'मैं पिछले 25 सालों से क्रिकेट खेल रहा हूं. एक समय के बाद शरीर साथ नहीं देता. चोट लगने के बाद मैं वापसी की कोशिश कर रहा था. लेकिन एक के बाद एक चोट लगने से मुझे एहसास हुआ कि शरीर पर बोझ है और मैं चोटों से जल्दी उबर नहीं पा रहा हूं. पिछले साल मैं चोटिल हो गया था, इसलिए मैंने आईपीएल नीलामी में अपना नाम नहीं डाला. मैं घरेलू क्रिकेट नहीं खेल सका,' 

'मुझे कोई पछतावा नहीं'

पूर्व स्पिनर ने कहा, 'जब भी मुझे भारतीय टीम के लिए खेलने का मौका मिला, मैंने अच्छा प्रदर्शन किया. अक्सर कहा जाता है कि मुझे ज्यादा मौके मिलने चाहिए थे, लेकिन मुझे पछतावा नहीं है. मैं अपने क्रिकेट करियर से बहुत संतुष्ट हूं, खुश हूं. आप वही कर सकते हैं जो आपके हाथ में है. मैंने कड़ी मेहनत को कभी नजरअंदाज नहीं किया. मुझे जो भी सुधार करने के लिए कहा गया, मैंने किया. हां, लगभग 9-10 या 15 साल पहले, मेरी फिटनेस को लेकर बातें कही गई थीं और मैंने इसे बेहतर बनाने का पूरा ध्यान रखा. मैंने अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी में भी सुधार किया.'

इस वजह से मिला था अमित को मौका

करियर के यादगार पलों के सवाल पर मिश्रा बोले, 'ऐसे कई पल हैं, लेकिन मोहाली टेस्ट में डेब्यू करना मेरे लिए सबसे खास है. मुझे अनिल कुंबले के चोटिल होने की वजह से टीम में मौका मिला था. मैच के दिन सुबह उन्हीं ने मुझे मेरे डेब्यू के बारे में बताया और अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया. अनिल भाई की जगह टेस्ट में डेब्यू करना मेरे लिए विशेष था. मैच में मैंने 8 विकेट लिए थे, जिसमें पांच विकेट हॉल भी शामिल था. वह मेरे करियर का सबसे अहम और खास पल है और हमेशा रहेगा.'


 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com