टिम पेन ने सुनाया 2018-19 बॉर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज का किस्सा
नई दिल्ली: विराट कोहली (Virat Kohli) ने अपने करियर में कई शानदार पारियां खेली हैं लेकिन एक ऐसी पारी है जिसे ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान टिम पेन (Tim Paine) खास तौर पर याद करते हैं. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2018-19 बॉर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज (Border Gavaskar) के दौरान पेन और कोहली का आमना-सामना कई बार हुआ. विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने 71 साल बाद ऑस्ट्रेलिया में अपनी पहली टेस्ट सीरीज (AUS vs IND Test Series) जीता था. उन चार मैचों के दौरान दोनों कप्तानों के बीच ड्रामा और स्लेजिंग की घटनाओं में कोई कमी नहीं थी.
उसके दो साल बाद भारत ने फिर ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया, लेकिन इस बार कोहली सिर्फ पहले टेस्ट में ही भाग ले सके. उन्हें अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए भारत वापस लौटना पड़ा था. लेकिन एडिलेड में खेले गए डे-नाइट टेस्ट की पहली पारी में कोहली ने 74 रन की शानदार पारी खेली. कोहली अपनी बल्लेबाजी पर इतने अधिक नियंत्रण में नजर आ रहे थे कि पेन को लगा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए ये रात लंबी रहने वाली है.
पाइन ने वूट पर स्ट्रीम की जा रही डॉक्यूमेंट्री-सीरीज 'बंदो में था दम' में कहा, "हाँ, मुझे मानना होगा कि जब वह बल्लेबाजी कर रहे थे... वह 20-30 पर थे. फिर लाइट्स चालु कर दी गई, और मुझे लगा 'वाह, वह आउट होने की तरह तो नहीं लग रहे हैं', है ना? और मुझे ऐसा लग रहा था कि हम यहां पर किसी गंभीर मुश्किल में पड़ चुके हैं. मुझे याद है, लगभग 15 मिनट तक मेरा 'ओह क्राइस्ट' जैसा हाल था! हाँ, जब वो रात के उस पहले दौर से गुजरे, तो मैंने सोचा 'ओह मुसीबत'. कुछ समय के लिए रहाणे भी वहां उतने ही अच्छे दिख रहे थे."
जैसा कि पेन ने बताया, कोहली और रहाणे एक ठोस साझेदारी के साथ भारत को मैच में वापस ला रहे थे, लेकिन जब ऐसा लगा कि भारत एक बड़े स्कोर की ओर बढ़ रहा है, तभी मुसीबत आ गई. रहाणे ने एक रन के लिए दौड़ लगाई और फिर भारतीय कप्तान कोहली को दूसरी छोर पर रन आउट होकर वापस जाना पड़ा. 188/4 पर मौजूद भारतीय पारी अचानक बिखर कर 244 रन पर पूरी तरह सिमट गई.
पेन ने कहा, "वो खूबसूरती से बल्लेबाजी कर रहे थे और फिर, शुक्र है, रहाणे ने उन्हें रन आउट कर वाया. यह शानदार था. खास तौर पर जब आपको लग रहा हो कि आप खेल से बाहर हो चुके हैं, तो हम एक मौका नहीं बना सके और वे इतनी अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे, तब सचमुच ये सिर्फ उपहार में की तरह महसूस हुआ. और वास्तव में वो भी बेहद आसानी से, वो भी उनके सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का, जो इसे बहुत आसानी से रन बना रहा था. एक मुश्किल स्थिति में एक नए बल्लेबाज के लिए गुलाबी गेंद के खिलाफ रोशनी में, यह आपके लिए पारी शुरू करने के लिए एक कठिन जगह है, वह एक ऐसा पल था जिसने खेल में भारी बदलाव लाया. उससे पहले वो मैच को हमसे पूरी तरह दूर ले जा रहे थे."