नई दिल्ली:
आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित जस्टिस आर एस लोढा द्वारा गठित कमेटी ने अपना अहम फैसला सुनाते हुए चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स टीम के आईपीएल में हिस्सा लेने पर दो साल का प्रतिबंध लगा दिया। लेकिन अब सवाल यह है कि टीम प्रबंधनों द्वारा करोड़ों रुपए की बोली लगाकर खरीदे गए इन दोनों टीमों के खिलाड़ियों का क्या होगा? ऐसे में अब इन टीमों के खिलाड़ियों के पास क्या विकल्प बचते हैं?
चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी, सुरेश रैना, आर. अश्विन और रविंद्र जड़ेजा के अलावा राजस्थान रॉयल्स के अंजिक्य रहाणे, शेन वाटसन, स्टुअर्ट बिन्नी और स्टीव स्मिथ के पास अब तीन विकल्प हैं। इसमें पहला यह है कि या तो टीम के खिलाड़ियों की फिर से नीलामी की जाए। दूसरा विकल्प यह है कि खिलाड़ी खुद दो साल के लिए आईपीएल से दूर रहें और तीसरा एवं अंतिम विकल्प यह है कि खिलाड़ियों का दूसरी टीमों में ट्रांसफ़र कर दिया जाए।
वहीं, NDTV के सूत्रों के मुताबिक, BCCI प्रमुख जगमोहन डालमिया इस फैसले के बाद वकीलों से सलाह-मशविरा कर रहे हैं। आईपीएल के अगले संस्करण में एक साल बाकी है। सूत्रों के मुताबिक, इसमें दस टीमें हिस्सा ले सकती हैं। इस दौरान नई टीमों को जगह मिल सकती है या पुणे और कोच्चि को लाया जा सकता है।
चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी, सुरेश रैना, आर. अश्विन और रविंद्र जड़ेजा के अलावा राजस्थान रॉयल्स के अंजिक्य रहाणे, शेन वाटसन, स्टुअर्ट बिन्नी और स्टीव स्मिथ के पास अब तीन विकल्प हैं। इसमें पहला यह है कि या तो टीम के खिलाड़ियों की फिर से नीलामी की जाए। दूसरा विकल्प यह है कि खिलाड़ी खुद दो साल के लिए आईपीएल से दूर रहें और तीसरा एवं अंतिम विकल्प यह है कि खिलाड़ियों का दूसरी टीमों में ट्रांसफ़र कर दिया जाए।
वहीं, NDTV के सूत्रों के मुताबिक, BCCI प्रमुख जगमोहन डालमिया इस फैसले के बाद वकीलों से सलाह-मशविरा कर रहे हैं। आईपीएल के अगले संस्करण में एक साल बाकी है। सूत्रों के मुताबिक, इसमें दस टीमें हिस्सा ले सकती हैं। इस दौरान नई टीमों को जगह मिल सकती है या पुणे और कोच्चि को लाया जा सकता है।
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