कोलकाता:
करिश्माई ऑफ स्पिनर सुनील नारायण ने इंडियन प्रीमियर लीग के उद्घाटन मैच में भी अपनी बलखाती गेंदों का कमाल दिखाया जिससे मौजूदा चैंपियन कोलकाता ने बुधवार को ईडन गार्डन्स पर दिल्ली को छह विकेट से हराकर अपने खिताब बचाओ अभियान का शानदार आगाज किया। पिछले साल 5.47 के इकोनोमी रेट से 24 विकेट लेकर केकेआर की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाने वाले नारायण ने आज चार ओवर में 13 रन देकर चार विकेट लिये।
कई चोटी के खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में खेल रहे दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से कप्तान जयवर्धने ने 52 गेंद पर आठ चौकों और एक छक्के की मदद से 66 रन बनाये लेकिन इसके बावजूद उसकी टीम 20 ओवर में 128 रन पर सिमट गई।
कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) ने कप्तान गौतम गंभीर की 29 गेंद पर पांच चौकों और एक छक्के की मदद से खेली गई 42 रन की पारी और मध्यक्रम के बल्लेबाजों के उपयोगी योगदान से 18.3 ओवर में छह विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। गंभीर के अलावा जाक कैलिस (20 गेंद पर 23), मनोज तिवारी (23 गेंद पर 23) और यूसुफ पठान (16 गेंद पर नाबाद 18) ने भी उपयोगी योगदान दिया।
शाहरुख खान जब टीम के लिए भाग्यशाली रही अपनी बेटी के साथ खिलाड़ियों की हौसलाअफजाई कर रहे थे तब उनकी टीम अपनी प्रतिद्वंद्वी पर खेल के हर विभाग में अव्वल साबित हुई। दिल्ली के लिए टॉस गंवाने से लेकर आखिर तक कुछ भी अनुकूल नहीं रहा।
पहले उसे अपने चोटी के बल्लेबाजों की कमी खली। उसके दोनों स्पिनरों शाहबाज नदीम और योहान बोथा को छोड़कर कोई अन्य गेंदबाज प्रभाव नहीं छोड़ पाया।
कैलिस ने पठान के इसी ओवर में चौका जड़कर खाता खोला और फिर अगले ओवर में नेहरा की दो गेंदों को सीमा रेखा तक पहुंचाया। गंभीर ने उमेश यादव का स्वागत भी दो चौकों से किया। मतलब ईडन गार्डन्स पर वह सब कुछ हो रहा था जिसकी अधिकतर क्रिकेट प्रेमी उम्मीद कर रहे थे। आखिर में बायें हाथ के स्पिनर शाहबाज नदीम को गेंदबाजी के लिए बुलाया गया और उन्होंने दूसरी गेंद पर ही कैलिस को आउट कर दिया। उनका कैच भी उन्मुक्त चंद ने ही लिया।
कैलिस ने 20 गेंद की पारी में पांच चौके लगाए। उन्होंने गंभीर के साथ दूसरे विकेट के लिए 47 रन जोड़े। गंभीर ने तिवारी ने रणनीतिक बल्लेबाजी करके तीसरे विकेट के लिए 41 रन की साझेदारी की, लेकिन स्पिनरों ने फिर से कमाल दिखाया। दिल्ली ने इन दोनों को छह रन के अंदर पवेलियन भेजकर उम्मीद जगाई।
ऑफ स्पिनर योहान बोथा ने गंभीर को बैकफुट पर भेजकर एलबीडब्ल्यू आउट किया तो नदीम ने तिवारी को विकेटकीपर के हाथों कैच कराकर अपना दूसरा विकेट लिया। यूसुफ पठान और इयोन मोर्गन (15 गेंद पर नाबाद 14) ने आगे टीम को कोई झटका नहीं लगने दिया। पठान ने इस बीच आंद्रे रसेल पर छक्का भी जमाया।
केविन पीटरसन, वीरेंद्र सहवाग और जेसी राइडर जैसे खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में सारा दारोमदार जयवर्धने और डेविड वार्नर पर था। इन दोनों ने ली और कैलिस पर कुछ अच्छे शाट लगाकर पहले पांच ओवर में स्कोर 41 रन तक पहुंचाया। गंभीर ने पावरप्ले के आखिरी ओवर में अपने तुरुप के इक्के नारायण को गेंद सौंपी और इस कैरेबियाई स्पिनर ने कप्तान को निराश नहीं किया।
वार्नर ने उनकी जो पहली गेंद खेली उसी पर स्लिप में कैच थमा दिया। यह ऑस्ट्रेलियाई विस्फोटक बल्लेबाज 19 गेंद पर 21 रन ही बना पाया जिसमें चार चौके शामिल हैं। जयवर्धने ने एक छोर संभाले रखा लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरते रहे। मनप्रीत जुनेजा (8) उम्मीदों पर खरा नहीं उतरे, जबकि रजत भाटिया ने विकेटकीपर बल्लेबाज नमन ओझा (9) और बोथा (7) को आउट करके दिल्ली के मध्यक्रम की कमजोरियां उजागर की। अब इरफान पठान (सात गेंद पर 4 रन) और आंद्रे रसेल (आठ गेंद पर 4 रन) से कुछ लप्पेबाजी की उम्मीद थी लेकिन नारायण ने दूसरे स्पैल में इन दोनों को आसान शिकार बनाया।
जयवर्धने ने 17वें ओवर में ली की गेंद बैकवर्ड प्वाइंट से चार रन के लिए भेजकर स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया। इस तरह से 20 गेंद के बाद केई चौका पड़ा। दिल्ली के कप्तान ने इसी ओवर में अपने करियर का 24वां टी-20 अर्धशतक पूरा किया। जयवर्धने ने ली की गेंद पर टूर्नामेंट का पहला और पारी का एकमात्र छक्का जड़ने के बाद अगली गेंद लांग आन पर चार रन के लिए भेजी। ली ने हालांकि ओवर की आखिरी गेंद पर उन्हें नारायण के हाथों कैच करा दिया।
कई चोटी के खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में खेल रहे दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से कप्तान जयवर्धने ने 52 गेंद पर आठ चौकों और एक छक्के की मदद से 66 रन बनाये लेकिन इसके बावजूद उसकी टीम 20 ओवर में 128 रन पर सिमट गई।
कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) ने कप्तान गौतम गंभीर की 29 गेंद पर पांच चौकों और एक छक्के की मदद से खेली गई 42 रन की पारी और मध्यक्रम के बल्लेबाजों के उपयोगी योगदान से 18.3 ओवर में छह विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। गंभीर के अलावा जाक कैलिस (20 गेंद पर 23), मनोज तिवारी (23 गेंद पर 23) और यूसुफ पठान (16 गेंद पर नाबाद 18) ने भी उपयोगी योगदान दिया।
शाहरुख खान जब टीम के लिए भाग्यशाली रही अपनी बेटी के साथ खिलाड़ियों की हौसलाअफजाई कर रहे थे तब उनकी टीम अपनी प्रतिद्वंद्वी पर खेल के हर विभाग में अव्वल साबित हुई। दिल्ली के लिए टॉस गंवाने से लेकर आखिर तक कुछ भी अनुकूल नहीं रहा।
पहले उसे अपने चोटी के बल्लेबाजों की कमी खली। उसके दोनों स्पिनरों शाहबाज नदीम और योहान बोथा को छोड़कर कोई अन्य गेंदबाज प्रभाव नहीं छोड़ पाया।
कैलिस ने पठान के इसी ओवर में चौका जड़कर खाता खोला और फिर अगले ओवर में नेहरा की दो गेंदों को सीमा रेखा तक पहुंचाया। गंभीर ने उमेश यादव का स्वागत भी दो चौकों से किया। मतलब ईडन गार्डन्स पर वह सब कुछ हो रहा था जिसकी अधिकतर क्रिकेट प्रेमी उम्मीद कर रहे थे। आखिर में बायें हाथ के स्पिनर शाहबाज नदीम को गेंदबाजी के लिए बुलाया गया और उन्होंने दूसरी गेंद पर ही कैलिस को आउट कर दिया। उनका कैच भी उन्मुक्त चंद ने ही लिया।
कैलिस ने 20 गेंद की पारी में पांच चौके लगाए। उन्होंने गंभीर के साथ दूसरे विकेट के लिए 47 रन जोड़े। गंभीर ने तिवारी ने रणनीतिक बल्लेबाजी करके तीसरे विकेट के लिए 41 रन की साझेदारी की, लेकिन स्पिनरों ने फिर से कमाल दिखाया। दिल्ली ने इन दोनों को छह रन के अंदर पवेलियन भेजकर उम्मीद जगाई।
ऑफ स्पिनर योहान बोथा ने गंभीर को बैकफुट पर भेजकर एलबीडब्ल्यू आउट किया तो नदीम ने तिवारी को विकेटकीपर के हाथों कैच कराकर अपना दूसरा विकेट लिया। यूसुफ पठान और इयोन मोर्गन (15 गेंद पर नाबाद 14) ने आगे टीम को कोई झटका नहीं लगने दिया। पठान ने इस बीच आंद्रे रसेल पर छक्का भी जमाया।
केविन पीटरसन, वीरेंद्र सहवाग और जेसी राइडर जैसे खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में सारा दारोमदार जयवर्धने और डेविड वार्नर पर था। इन दोनों ने ली और कैलिस पर कुछ अच्छे शाट लगाकर पहले पांच ओवर में स्कोर 41 रन तक पहुंचाया। गंभीर ने पावरप्ले के आखिरी ओवर में अपने तुरुप के इक्के नारायण को गेंद सौंपी और इस कैरेबियाई स्पिनर ने कप्तान को निराश नहीं किया।
वार्नर ने उनकी जो पहली गेंद खेली उसी पर स्लिप में कैच थमा दिया। यह ऑस्ट्रेलियाई विस्फोटक बल्लेबाज 19 गेंद पर 21 रन ही बना पाया जिसमें चार चौके शामिल हैं। जयवर्धने ने एक छोर संभाले रखा लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरते रहे। मनप्रीत जुनेजा (8) उम्मीदों पर खरा नहीं उतरे, जबकि रजत भाटिया ने विकेटकीपर बल्लेबाज नमन ओझा (9) और बोथा (7) को आउट करके दिल्ली के मध्यक्रम की कमजोरियां उजागर की। अब इरफान पठान (सात गेंद पर 4 रन) और आंद्रे रसेल (आठ गेंद पर 4 रन) से कुछ लप्पेबाजी की उम्मीद थी लेकिन नारायण ने दूसरे स्पैल में इन दोनों को आसान शिकार बनाया।
जयवर्धने ने 17वें ओवर में ली की गेंद बैकवर्ड प्वाइंट से चार रन के लिए भेजकर स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया। इस तरह से 20 गेंद के बाद केई चौका पड़ा। दिल्ली के कप्तान ने इसी ओवर में अपने करियर का 24वां टी-20 अर्धशतक पूरा किया। जयवर्धने ने ली की गेंद पर टूर्नामेंट का पहला और पारी का एकमात्र छक्का जड़ने के बाद अगली गेंद लांग आन पर चार रन के लिए भेजी। ली ने हालांकि ओवर की आखिरी गेंद पर उन्हें नारायण के हाथों कैच करा दिया।
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