RCB vs KKR Eliminator: आरसीबी का सपना चूर, केकेआर 4 विकेट से जीतकर दूसरे क्वालीफायर में पहुंची

RCB vs KKR Eliminator: इससे पहले केकेआर ने बॉलिंग में उम्दा प्रदर्शन करते हुए आरसीबी को सिर्फ 138 रनों पर ही रोक दिया. पहले बल्लेबाजी करते हुए देवदत्त पडिक्कल और विराट कोहली ने ठीक-ठाक शुरुआत देते हुए पहले विकेट के लिए 49 रन की साझेदारी की. लेकिन पडिक्कल क्या आउट हुए, तो नियमित अंतराल पर विकेटों का गिरना शुरू हो गया.

RCB vs KKR Eliminator: आरसीबी का सपना चूर, केकेआर 4 विकेट से जीतकर दूसरे क्वालीफायर में पहुंची

RCB vs KKR Eliminator: विराट का एक आईपीएल खिताब जीतने का सपना चूर हो गया

खास बातें

  • सुनील नरेन बने मैन ऑफ द मैच
  • 13 साल की पारी, आरसीबी की जेब रही खाली!
  • विराट नहीं कर सके करिश्मा
शारजाह:

Bangalore vs Kolkata, Eliminator: जारी इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2021) में प्ले-ऑफ दौर के तहत आज शारजाह स्टेडियम में खेले गए एलिमिनेटर मुकाबले में केकेआर ने विराट की आरसीबी को 4 विकेट से हराकर दूसरे क्वालीफाइयर में प्रवेश कर कर लिया, जहां उसका मुकाबला बुधवार को दिल्ली कैपिटल्स के साथ होगा. इसी के साथ ही कप्तान विराट कोहली का पिछले दस साल में और अपनी कप्तानी में आखिरी बार आरसीबी को पहला आईपीएल खिताब दिलाने का सपना चूर हो गया. जब पहले सेशन में आरसीबी ने केकेआर के सामने सिर्फ 139 का लक्ष्य रखा, तभी बहुत हद तक महसूस हो गया था कि दूसरे क्वालीफायर में पहुंचना विराट एंड कंपनी के लिए खासा मुश्किल होगा.

SCORE BOARD

और जब शुबमन  गिल ने वेंकटेश अय्यर के साथ मिलकर तेज 41 रन जोड़े, तो बाकी बल्लेबाजों का काम आसान हो गया. राहुल त्रिपाठी (6) हालांकि सस्ते में आउट हो गए, लेकिन नितीश राणा (23) और फिर गेंदबाजी में जलवा बिखरने वाले सुनील नरेन (26) की तेज बैटिंग से केकेआर का मंजिल पहुंचना सुनिश्चित होता दिखायी पड़ा. इसी बीच मोहम्मद सिराज ने तीन गेंदों के भीतर ही नरेन और कार्तिक को पवेलियन भेजकर आरसीबी के फैंस में उत्साह जरूर जगाया. यहां से जीत दर्ज करने के लिए एक बार फिर से ऐसा ही वार करने की जरूरत थी, जो आरसीबी की तरफ से नहीं हुआ. और केकेआर ने दो गेंद और चार विकेट बाकी रहते हुए जीत दर्ज करने के साथ ही क्वालीफॉयर 2 में जगह बना ली.

चहल, हर्शल और सिराज ने दो-दो विकेट लिए, लेकिन ये नाकाफी रहे क्योंकि इनके आरसीबी के सितारा बल्लेबाज अपने गेंदबाजों को वह चैलेंजिंग स्कोर नहीं ही दे सके, जो उनके बॉलरों के कंधे चौड़ा करता. अगर आरसीबी के खाते में 15-20 और होते, तो उसके इसका खासा फायदा मिलता, लेकिन बल्लेबाजों के जरूरत पर नाकाम होने के चलते आरसीबी का इतिहास में पहली बार खिताब जीतने का सपना भी चूर हो गया. आरसीबी साल 2009, 2011 और 2014 में फाइनल में पहुंची जरूर थी, लेकिन वह कभी खिताब नहीं जीत सकी. इस बार उसके पास यह आखिरी मौका था, लेकिन यह भी उनसे गंवा दिया. सुनील नरेन को मैन ऑफ द मैच चुना गया.

पावर-प्ले: (शुरुआती 6 ओवर): गिल का एप्रोच से कोई समझौता नहीं!


जब लक्ष्य सामने ज्यादा बड़ा न हो, तो एप्रोच लक्ष्य का पीछा करते हुए ऐसी ही होनी चाहिए जैसी शुबमन गिल ने शुरुआती ओवरों में दिखायी. मीडियम पेसर के खिलाफ कदमों का इस्तेमाल और एकदम हावी होने का जज्बा. सोच यही थी तो जॉर्ज को चौथे ओवर में तीन चौके जड़ डाले. वेंकटेश अय्यर भी पहले से ही दूसरे ओवर में जॉर्ज को छक्का जड़कर तेवर दिखा चुके थे.

पावर-प्ले में केकेआर की शुरुआत आरसीबी से तो बेहतर नहीं रही, लेकिन मिले 139 के लक्ष्य को देखते हुए जरूर तुलनात्मक रूप से काफी बेहतर रही. कदमताल की कोशिश में शुबमन गिल आखिरी ओवर में तेज 29 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन केकेआर ने स्कोर 1 विकेट पर इन छह ओवरों में 48 रन बना  लिया. 

इससे पहले केकेआर ने बॉलिंग में उम्दा प्रदर्शन करते हुए आरसीबी को सिर्फ 138 रनों पर ही रोक दिया. पहले बल्लेबाजी करते हुए देवदत्त पडिक्कल और विराट कोहली ने ठीक-ठाक शुरुआत देते हुए पहले विकेट के लिए 49 रन की साझेदारी की. लेकिन पडिक्कल क्या आउट हुए, तो नियमित अंतराल पर विकेटों का गिरना शुरू हो गया. न ही एबीडि विलियर्स चल सके, न ही ग्लेन मैक्सवेल और न ही कोई और बल्लेबाज.

आरसीबी की बल्लेबाजी की पतन की वजह बने अभी तक टूर्नामेंट में गेंद से नाकाम रहे या कुछ खास नहीं कर सके विंडीज के सुनील नरेन (4-0-21-4). ऑफ स्पिनर नरेन ने विराट, एबी और मैक्सवेल सहित पिछले मैच के हीरो विकेटकीपर केएस भरत को मिलाकर चार विकेट चटकाते हुए आरसीबी की कमर तोड़ दी. आरसीबी के लिए सबसे ज्यादा 39 रन कप्तान विराट ने ही बनाए और आखिर में टीम विराट केकेआर के सामने कोटे के 20 ओवरों में 7 विकेट पर 138 रन ही बना सकी. 

पावर-प्ले: (शुरुआती 6 ओवर): अच्छी पावर दिखी आरसीबी की, पर विकेट गंवा दिया

शारजाह की पिच पर गेंद थोड़ा रुक कर आती है, इसी पहलू को ध्यान में रकते हुए केकेआर ने गेंदबाजी की शुरुआत शाकिब से करायी, लेकिन यह पावर-प्ले में इस लेफ्टी स्पिनर का इकलौता ओवर बनकर रह गया. गेंद ठीक तरह से बल्ले पर आती दिखायी दी. और आरसीबी के दोनों ओपनर कप्तान विराट और देवदत्त एकदम लय में दिखायी पड़े. माही के दूसरे ओवर में कोहली ने थर्डमैन के ऊपर से बेहतरीन चौका जड़ते हुए ओवर से दस रन लिए, लेकिन अगले ही ओवर में वरुण चक्रवर्ती ने इस पर थोड़ा ब्रेक लगा दिया, मगर देवदत्त ने चौथा ओवर लेकर आए फर्ग्युसन को दो चौके जड़कर ओवर से 12 रन लेकर नुकसान की भरवायी कर दी.

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

पांचवें ओवर में विराट से पहली ही गेंद पर एक्स्ट्रा-कवर के ऊपर से चौका खाने के बाद मावी दिशा से भटके, तो देवदत्त ने भी फाइन लेग से चौका जड़ दिया और पिछले मैच में खासा प्रभावित करने वाला यह सीमर पांचवें ओवर में 13 रन दे बैठा. आरसीबी का पावर-प्ले ट्रैक पर आता दिखायी दिया, लेकिन आखिरी छठे ओवर की पहली ही गेंद पर फर्ग्युसन ने देवदत्त को प्लेड-ऑन कर पवेलियन भेज दिया. यह इस आईपीएल में कई बार देखने को मिला है कि पडिक्कल प्लेड-ऑन हो रह हैं. बहरहाल, पावर-प्ले का आखिरी ओवर बेंगलोर के हित में नहीं रहा. इस ओवर में विकेट गिरा और रन सिर्फ 4 ही आए, लेकिन आरसीबी शुरुआती छह ओवरों में 1 विकेट पर 53 रन तक पहुंचने में सफल रहा. पिच के थोड़े धीमेपन को देखते हुए करीब नौ रन प्रति ओवर की दर बुरी नहीं रही. यह पावर-प्ले में एक अच्छी पावर रही! इस समय तक विराट के 16  गेंदों पर 23 रन थे और वह पुराने विराट दिख रहे थे.

मुकाबले में आरसीबी ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया, लेकिन उसके सितारा बल्लेबाजों ने फैं को शर्मिंदा किया.  मैच में आंद्रे रसेल की सेवा केकेआर को नहीं मिल सकी, लेकिन उसका टीम को नुकसान नहीं हुआ और केकेआर ने आसानी से मैच जीत लिया.  चलिए एलिमिनेटर में खेलीं दोनों टीमों की फाइनल XI पर गौर फरमा लें: 

कोलकाता: 1. इयॉन मोर्गन (कप्तान) 2. शुबमन गिल 3. वेंकटेश अय्यर 4. नितीश राणा 5. राहुल त्रिपाठी 6. दिनेश कार्तिक 7. शाकिब-अल-हसन 8. सुनील नरेन 9. लॉकी फर्ग्युसन 10. शिवम मावी 11. वरुण चक्रवर्ती

बेंगलोर: 1. विराट कोहली (कप्तान) 2. देवदत्त पडिक्कल 3. स्रीकर भरत 4. डैनियन क्रिस्टियन 5. ग्लेन मैक्सवेल 6. एबीडि  विलियर्स 7. शहबाज अहमद 8. हर्शल पटेल 9. जॉर्ज गैर्टोन 10. मोहम्मद सिराज 11. युजवेंद्र चहल