यह ख़बर 28 जून, 2012 को प्रकाशित हुई थी

भारत के व्यावसायिक घरानों ने खरीदी SLPL की सभी टीमें

खास बातें

  • श्रीलंका प्रीमियर लीग (एसएलपीएल) में गहरी रुचि दिखाते हुए भारत के व्यावसायिक घरानों ने सभी सातों फ्रेंचाइजियां खरीद ली हैं जबकि बीसीसीआई ने इस ट्वेंटी-20 क्रिकेट लीग में भारतीय खिलाड़ियों को खेलने की स्वीकृति नहीं दी है।
कोलंबो:

श्रीलंका प्रीमियर लीग (एसएलपीएल) में गहरी रुचि दिखाते हुए भारत के व्यावसायिक घरानों ने सभी सातों फ्रेंचाइजियां खरीद ली हैं जबकि बीसीसीआई ने इस ट्वेंटी-20 क्रिकेट लीग में भारतीय खिलाड़ियों को खेलने की स्वीकृति नहीं दी है।
 
भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने पिछले साल भी लीग में अपने खिलाड़ियों को नहीं खेलने दिया था जिसमें कारण श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड एसएलपीएल का पहला टूर्नामेंट टालना पड़ा था।
 
वाधवा होल्डिंग्स ने वायंबा टीम के लिए सबसे उंची 50 लाख दो हजार अमेरिकी डालर की बोली लगाई जबकि नंबर वन स्पोर्ट्स कंसल्टिंग ने कंदूराता टीम के लिए 49 लाख 80 हजार डालर की पेशकश की।
 
द उवा और रुहुना टीम को क्रमश: सक्सेस स्पोर्ट्स और पर्ल ओवरसीज ने 46 लाख डालर में खरीदा।
 
बासनाहिरा के लिए इंडियन क्रिकेट डुंडी ने 43 लाख 30 हजार डालर की बोली लगाई जबकि उथुरा को रुद्र स्पोर्ट्स ने 34 लाख डालर में खरीदा। वरूण बेवरेजेस ने नागेनाहिरा टीम के लिए 32 लाख 20 हजार रुपये खर्च किए।
 
एसएलपीएल के पहले टूर्नामेंट का आयोजन 10 अगस्त से होगा जबकि फाइनल 10 अगस्त को खेला जाएगा। मैचों का आयोजन कोलंबो और पाल्लेकल में किया जाएगा।
 
फ्रेंचाइजियां अधिकतम 18 खिलाड़ियों का पंजीकरण कर सकती हैं जिसमें छह विदेशी क्रिकेटर होंगे। टीम हालांकि सिर्फ दो विदेशी खिलाड़ियों को ही अंतिम एकादश में खिला पाएंगी।
 
एसएलसी प्रत्येक खिलाड़ी की कीमत पांच और छह जुलाई को होने वाले खिलाड़ियों के ड्राफ्ट में तय करेगा।


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