टी-20 वर्ल्ड कप 2021 (T20 World Cup 2021) में भारत और पाकिस्तान (India Vs Pakistan T20 World Cup) की टीम को एक ही ग्रुप में रखा गया है. दोनों टीमों को सुपर 12 के ग्रुप 2 में रखा गया है. एक ही ग्रुप में होने से क्रिकेट फैन्स एक बार फिर से भारत और पाकिस्तान के बीच सुपरहिट मुकाबला देख पाएंगे. भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला हमेशा से क्रिकेट प्रेमियों के लिए क्रिकेट का रोमांच लेकर आता है. वर्ल्ड कप के इतिहास में भारतीय टीम ने कभी भी पाकिस्तान से नहीं हारी है. ऐसे में एक बार फिर भारतीय फैन्स को उम्मीद है कि पाकिस्तान के खिलाफ वर्ल्ड कप में नहीं हारने का रिकॉर्ड भारतीय टीम बरकरार रखेगी. ऐसे में जानते हैं भारत और पाकिस्तान के बीच 2007 वर्ल्ड कप में खेले गए फाइनल मैच के कुछ यादगार पल, जिसने फैन्स का दिल जीत लिया था.
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2007 वर्ल्ड कप फाइनल, धोनी (Dhoni) की कप्तानी ने पाकिस्तान को दी कभी ना भूलने वाली हार
टी-20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) के पहले सीजन के फाइनल में भारत और पाकिस्तान की टीम फाइनल में पहुंची थी. इस मैच में भारत की टीम ने पाकिस्तान को आखिरी गेंद पर हराया था. धोनी की कप्तानी ने इस मैच में कुछ ऐसा किया था जिसके पूरे विश्व में उनकी पहचान एक सफल कप्तान के तौर पर हो गई थी. इस मैच में भारत को मिली जीत में धोनी के अलावा इस जीत हीरो तेज गेंदबाज जोगिंदर शर्मा रहे थे. साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में खेले गए फाइनल में भारत ने पहले बल्लेबाजी की थी और 5 विकेट पर 157 रन बनाए थे. पाकिस्तान को जीत के लिए 158 रनों की जरूरत थी. पाकिस्तान की ओर से इमरान नजीर, यूनिस खान और मिस्बाह उल हक ने पिच पर समय बिताया था और मैच को आखिरी ओवर तक ले जाने में सफल रहे थे. आखिरी ओवर में पाकिस्तान को जीत के लिए 13 रनों की दरकार थी और क्रीज पर मिसबाह उल हक और मोहम्मद आसिफ मौजूद थे.
धोनी ने लिया फैसला और मैच पलट दिया, क्रिकेट का रोमांच चरम पर
आखिरी ओवर में धोनी (MS Dhoni) के पास हरभजन सिंह जैसे गेंदबाज के साथ जाने का विकल्प मौजूद था लेकिन माही ने अपने दिमाग का इस्तेमाल किया और जोगिंदर को (Joginder Sharma) पकड़ा दिया. धोनी के इस फैसले ने हर किसी को हैरान कर दिया था. हर किसी को लगने लगा था कि धोनी ने यह गलत फैसला लिया है. लेकिन उस रोज किस्मत भारत के साथ थी. दरअसल पहली गेंद जोगिंदर ने वाइड कर दी थी. जिससे पाकिस्तान को जीत के लिए 6 गेंद पर 12 रन बनाने थे. फिर जोगिंदर की पहली गेंद पर कोई रन नहीं बना. दूसरी गेंद पर मिस्बाह ने शानदार छक्का जड़कर मैच का रोमांच चरम पर पहुंचा दिया था.
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इस गलती को कभी नहीं भूल पाएंगे मिस्बाह उल हक
अब पाकिस्तान को 4 गेंद पर 6 रन की जरूरत थी. हर किसी को लग रहा था कि मिस्बाह (Misbah ul Haq) तो 6 रन बना ही लेंगे. लेकिन अगली गेंद कुछ ऐसा हुआ शायद मिस्बाह ताउम्र नहीं भूलेंगे. जोगिंदर की अगली गेंद पर मिसबाह उल हक ने बैठकर शॉट लेग के ऊपर से छक्का मारने की कोशिश की लेकिन गेंद बाउंड्री के पार नहीं जा सकी और शॉर्ट लेग पर खड़े श्रीसंत ने कैच भारत को विश्व विजेता बना दिया, मिस्बाह आउट होने के बाद पिच पर बैठकर पछताते नजर आए.
This day, in #TeamIndia were crowned World T20 Champions pic.twitter.com/o7gUrTF8XN
— BCCI (@BCCI) September 24, 2019
भारत टी-20 वर्ल्ड कप का पहला विजेता बन गया. भारत ने पाकिस्तान को 5 रन से हराकर इतिहास रच दिया था. धोनी की कप्तानी की ताऱीफ ऐसी हुई कि आजतक उन पलों को कोई नहीं भूला पाया है.
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