इंग्लैंड के हाथों वानखेड़े में मिली 2012 की हार को भुलाते हुए टीम इंडिया ने चौथे टेस्ट में अपनी स्थिति काफी हद तक मजबूत कर ली. गौरतलब है कि इंग्लैंड ने पहली पारी में 400 रनों का पहाड़ खड़ा किया था और ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया पिछली दो सीरीज की तरह एक बार फिर मुंबई में इंग्लैंड के सामने ढेर हो सकती है, लेकिन टीम इंडिया ने कप्तान विराट कोहली (235), मुरली विजय (136) और जयंत यादव (104) की धमाकेदार पारियों से इंग्लैंड पर निर्णायक बढ़त बना ली. चौथे दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने टीम इंडिया की पहली पारी की 231 रनों की बढ़त के जवाब में 6 विकेट पर 182 रन बना लिए. अभी वह 49 रन पीछे है. जॉनी बेयरस्टॉ (50) नाबाद रहे. रवींद्र जडेजा ने दो विकेट, वहीं शतकवीर जयंत यादव, आर अश्विन और भुवनेश्वर कुमार ने एक-एक विकेट लिया. (विराट कोहली ने कप्तान के रूप में भी बनाए कई 'विराट' रिकॉर्ड... )
बतौर कप्तान सबसे अधिक दोहरे शतक वाले बल्लेबाज
विराट कोहली और जयंत यादव के बीच हुई 241 रनों की साझेदारी से टीम इंडिया ने पहली पारी में 631 रन बनाकर इंग्लैंड पर 231 रनों की बढ़त हासिल की. विराट ने कप्तान के तौर पर कई उपलब्धियां हासिल की. कप्तान के रूप में सबसे अधिक 5 दोहरे शतक वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा ने लगाए थे. उनके बाद ऑस्ट्रेलिया के महान डॉन ब्रैडमेन का नाम आता है. वहीं बतौर कप्तान तीन दोहरे शतक के मामले में विराट कोहली के अलावा वर्ल्ड में महेला जयवर्धने (श्रीलंका), ग्रेग चैपल (ऑस्ट्रेलिया), स्टीफन फ्लेमिंग (न्यूजीलैंड), ब्रेंडन मैक्कुलम (न्यूजीलैंड) का नाम है. (विराट कोहली ने 2016 में चार शतक बनाए जिसमें से तीन रहे दोहरे..)
नौवें नंबर पर शतक लगाने वाले जयंत पहले भारतीय
लंच के बाद भी विराट कोहली और जयंत यादव ने शानदार बैटिंग जारी रखी. जयंत यादव ने करियर का पहला शतक बनाया. इससे पहले उन्होंने एक फिफ्टी बनाई थी. विराट और जयंत के बीच आठवें विकेट के लिए 241 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी हुई, जिसमें कोहली ने 129 और यादव ने 104 रनों का योगदान दिया. जयंत यादव नौवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए शतक लगाने वाले भारत के पहले बल्लेबाज बन गए. उन्होंने आउट होने से पहले 196 गेंदों में करियर का पहला शतक पूरा किया, जिसमें 15 चौके लगाए. जयंत को आदिल राशिद की गेंद पर विकेटकीपर बेयरस्टॉ ने स्टंप आउट किया. दोनों के बीच 241 रन की साझेदारी हुई. स्कोर में 10 रन ही जुड़े थे कि नौवें विकेट के रूप में विराट कोहली भी चलते बने. उन्होंने 340 गेंदों का सामना किया और 25 चौकों की मदद से 235 रन ठोके. कोहली को क्रिस वॉक्स ने जेम्स एंडरसन के हाथों कैच कराया. (बैटिंग हो या बॉलिंग, 50 टेस्ट खेल चुके क्रिकेटर जैसी परिपक्वता दिखा रहे जयंत यादव.. )
चाय के बाद : इंग्लैंड के 3 विकेट गिरे
चायकाल के बाद विकेटों के पतन से परेशान इंग्लिश टीम को कुछ राहत मिली, जब जो रूट और साल 2016 में टेस्ट में सर्वाधिक रन बनाने वाले जॉनी बेयरस्टॉ ने पारी को संभाला. इस बीच जो रूट ने टेस्ट करियर की 26वीं फिफ्टी पूरी की. दोनों के बीच 90 रन की साझेदारी हुई ही थी कि इंग्लैंड का चौथा विकेट गिर गया. जो रूट को जयंत यादव ने पगबाधा आउट कर दिया. रूट ने 112 गेंदों में 11 चौके लगाते हुए 77 रन बनाए. रूट ने 75 गेंदों में करियर की 26वीं फिफ्टी पूरी की थी. बेयरस्टॉ और बेन स्टोक्स ने इसके बाद 39 रन जोड़े, तभी स्टोक्स को आर अश्विन ने मुरली विजय के हाथों कैच कर दिया. दिन के अंतिम ओवर में इंग्लैंड का छठा विकेट गिर गया, जब अश्विन ने जेक बॉल को दो रन पर विकेट के पीछे कैच करा दिया. चौथे दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने 6 विकेट पर 182 रन बना लिए. जॉनी बेयरस्टॉ (50) नाबाद लौटे.
चायकाल तक : जेनिंग्स, कुक, मोईन लौटे
टीम इंडिया ने जैसे ही 200 से अधिक की बढ़त ली, तो इंग्लैंड पर मनोवैज्ञनिक दबाव बढ़ गया. इसका परिणाम यह हुआ कि उनके बल्लेबाज दबकर खेलने लगे. इंग्लैंड को पहला झटका मध्यम गति के गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने दिया और पहली पारी के शतकवीर कीटन जेनिंग्स को खाता भी नहीं खोलने दिया. जेनिंग्स पगबाधा आउट हुए. इसके बाद कप्तान एलिस्टर कुक ने जो रूट के साथ पारी संभालने की कोशिश की, लेकिन स्कोर 43 रन ही हुआ था कि कुक ने रवींद्र जडेजा की गेंद को पढ़ने में गलती कर दी. गेंद सीधे उनके पैड पर जा लगी और अंपायर ने अंगुली उठा दी. कुक ने रीव्यू भी लिया, लेकिन उसका उन्हें कोई फायदा नहीं मिला. मोईन अली को रवींद्र जडेजा ने शून्य पर लौटाया. अली का लेग गली पर मुरली विजय ने शानदार कैच पकड़ा. इसी के साथ चायकाल का समय हो गया. चाय तक इंग्लैंड ने तीन विकेट पर 49 रन बना लिए थे. जो रूट 26 रन पर नाबाद रहे.
इससे पहले टीम इंडिया की पहली पारी 631 रन पर सिमट गई. उसे इंग्लैंड पर 231 रन की बढ़त हासिल हुई. इंग्लैंड की ओर से आदिल राशिद ने चार, तो मोईन अली और जो रूट ने दो-दो विकेट लिए हैं, जबकि क्रिस वॉक्स और जेक बॉल को एक-एक विकेट मिला.
कप्तान विराट कोहली 340 गेंदों पर 235 रन बनाकर आउट हुए. कोहली ने करियर का तीसरा दोहरा शतक, तो जयंत ने 196 गेंदों में करियर का पहला टेस्ट शतक लगाया. जयंत यादव ने 204 गेंदों का सामना किया और 15 चौकों की मदद से 104 रन बनाए. उन्हें आदिल राशिद ने आउट किया. नौवें विकेट के रूप में विराट कोहली 235 रन पर आउट हुए, जबकि अंतिम विकेट के रूप में भुवनेश्वर कुमार 9 रन पर लौटे.
लंच तक : विराट की ऐतिहासिक उपलब्धि
विराट कोहली ने 165वें ओवर में आदिल राशिद की गेंद को मिडविकेट की ओर खेलकर सिंगल के साथ टेस्ट करियर का तीसरा दोहरा शतक पूरा किया. इससे पहले के दोनों दोहरे शतक उन्होंने इसी साल वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड के खिलाफ बनाए थे. तीन दोहरे शतक लगाने वाले वह भारत के पहले कप्तान बन गए हैं. विराट ने जयंत यादव के साथ चौथे दिन टीम के स्कोर को 451 रन से आगे बढ़ाया. दोनों के बीच आठवें विकेट के लिए 200 से अधिक की रिकॉर्ड साझेदारी हो चुकी है. इससे पहले नवंबर, 1996 में मोहम्मद अजहरुद्दीन और अनिल कुंबले ने कोलकाता में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 161 रनों की साझेदारी की थी. लंच के समय तक टीम इंडिया ने 7 विकेट पर 579 रन बना लिए. विराट कोहली 212 रन पर और जयंत यादव 92 रन पर नाबाद लौटे.
तीसरा दिन- विराट-विजय के नाम
टीम इंडिया के लिए तीसरे दिन की शुरुआत कुछ खास नहीं रही और दूसरे दिन के नाबाद बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा जल्दी ही लौट गए. हालांकि उन्होंने आउट होने से पहले मुरली विजय के साथ 107 रन जोड़े. फिर भी दिन का असली खेल तो विराट कोहली के मैदान पर आने के बाद दिखा. विराट कोहली (147) और मुरली विजय (136) ने शतकीय पारियां खेलीं. विराट ने 187 गेंदों में करियर का 15वां और सीरीज में दूसरा शतक जड़ा. विजय ने करियर का आठवां शतक ठोका. विजय और विराट कोहली के बीच 116 रनों की अहम साझेदारी हुई. इंग्लैंड के गेंदबाज मोईन अली, जो रूट और आदिल राशिद ने दो-दो विकेट, जबकि जेक बॉल ने एक विकेट लिया. दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया ने 7 विकेट पर 451 रन बनाए. विराट कोहली 241 गेंदों में 17 चौकों की मदद से 147 रन और जयंत यादव 86 गेंदों में 3 चौकों की मदद से 30 रन बनाकर नाबाद लौटे.
विराट के कैलेंडर में हजार और करियर में 4 हजार रन
विराट कोहली साल 2016 में टेस्ट में अपने हजार रन पूरे किए. कोहली ने इस साल दो दोहरे शतक भी लगाए हैं. उन्होंने इस मैच से पहले 10 टेस्ट में 965 रन बनाए थे. विराट ने 75वें ओवर में जेम्स एंडरसन की गेंद पर सिगंल लेकर टेस्ट करियर में 4 हजार रन भी पूरे कर लिए हैं. पारियों के लिहाज से सबसे तेजी से 4 हजार पूरे करने वाले वह भारत के छठे खिलाड़ी बन गए हैं. इस मैच से पहले वह इससे 41 रन दूर थे और 3959 रन बना चुके थे.
दूसरे दिन की खास बातें
टीम इंडिया की ओर से बल्लेबाजी में मुरली विजय और वापसी कर रहे लोकेश राहुल ने सधी हुई शुरुआत दिलाई, लेकिन राहुल ज्यादा देर नहीं टिक सके और 41 गेंदों में 24 रन बनाकर लौट गए. विजय ने टेस्ट करियर की 15वीं फिफ्टी लगाई. विजय 70 रनों की पारी में 169 गेंदों का सामना कर 6 चौके और दो छक्के जमाकर नाबाद रहे. पुजारा ने 47 रनों की पारी में 102 गेंदों का सामना कर 6 चौके लगाए. टीम इंडिया ने दिन का खेल खत्म होने तक एक विकेट पर 146 रन बनाए थे.
मैच के दूसरे दिन के खेल का आकर्षण टीम इंडिया के स्पिनर आर अश्विन रहे, जिन्होंने पारी में सबसे अधिक बार पांच या अधिक विकेट लेने के मामले में भारतीय गेंदबाजों के बीच तीसरा स्थान हासिल करते हुए कपिल देव की बराबरी कर ली. अश्विन ने 23वीं बार यह कारनामा किया है. कपिल और अश्विन से ऊपर अनिल कुंबले (35 बार पांच विकेट) और हरभजन सिंह (25 बार पांच विकेट) हैं. इंग्लैंड की पहली पारी लंच के कुछ ही समय बाद 400 रन पर सिमट गई. उनकी ओर से जहां डेब्यू मैच खेल रहे कीटन जेनिंग्स ने शतक (112) लगाया, वहीं जॉस बटलर 76 रनों का योगदान दिया. इंग्लिश टीम के सभी 10 विकेट स्पिनर्स ने झटके. अश्विन ने 6 और जडेजा ने 4 विकेट लिए. दूसरे दिन जडेजा ने 3 और अश्विन ने 2 विकेट लिए. अश्विन ने पहले दिन 4 विकेट झटके थे, जबकि जडेजा को एक विकेट मिला था.
पहले दिन के खेल की खास बातें
इंग्लैंड का स्कोर एक समय दो विकेट पर 230 रन था, लेकिन चायकाल के बाद धड़ाधड़ उसके तीन विकेट गिर गए. पहले दिन का खेल इंग्लैंड की ओर से डेब्यू कर रहे कीटन जेनिंग्स के नाम रहा, जिन्होंने 186 गेंदों में शतक लगाया और 112 रन बनाकर आउट हुए. उनको शून्य के स्कोर पर करुण नायर के हाथों जीवनदान भी मिला था. टीम इंडिया की फील्डिंग पहले दिन अच्छी नहीं रही और उसने तीन कैच टपकाए. वैसे अब तक पूरी सीरीज में ही उसका यही हाल रहा है. जेनिंग्स के अलावा इंग्लैंड की ओर से मोईन अली ने 50, एलिस्टर कुक ने 46 और जो रूट ने 21 रनों की पारी खेली. टीम इंडिया की ओर से आर अश्विन ने 4 विकेट झटके हैं, जबकि रवींद्र जडेजा ने एक सफलता हासिल की. टॉस इंग्लैंड ने जीता था और पहले बैटिंग का फैसला किया था. टीम इंडिया में दो बदलाव किए गए, चोटिल अजिंक्य रहाणे और मोहम्मद शमी की जगह लोकेश राहुल और भुवनेश्वर कुमार को जगह दी गई, जबकि इंग्लैंड की ओर से कीटन जेनिंग्स ने डेब्यू किया.
अश्विन ने श्रीनाथ को छोड़ा पीछे
43वां टेस्ट खेल रहे आर अश्विन टीम इंडिया के लिए सबसे अधिक टेस्ट विकेट लेने के मामले में सातवें स्थान पर पहुंच गए. उन्होंने पूर्व तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ को पीछे छोड़ा. मुंबई में मोइन अली का विकेट लेते ही उन्होंने यह उपलब्धि हासिल कर ली. उनके नाम 237 विकेट हो गए हैं, जबकि श्रीनाथ ने 67 मैचों में 236 विकेट लिए थे.
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