एलिस्टर कुक का भारतीय मैदानों पर शानदार रिकॉर्ड है, लेकिन टीम हार रही है (फाइल फोटो)
मोहाली:
इंग्लैंड आखिरी टीम थी जिसने 2012 में भारत को उसकी सरजमीं पर हराया था, लेकिन इस बार उसकी हालत खराब है और वह सीरीज में 2-0 से पीछे है. अब कप्तान एलिस्टर कुक ने इस हार का एक बड़ा फैक्टर बताया है. उनके अनुसार यही वह कारण है जिससे इंग्लैंड टीम का इस दौरे में बुरा हाल है. अब उन्हें साल 2012 वाली इंग्लिश टीम की याद सता रही है, जिसने उन्हें भारतीय धरती पर सीरीज जीत का स्वाद चखाया था. आइए जानते हैं कि कुक ने कौन-सा फैक्टर बताया है... (हार का गम भुलाने के लिए इंग्लैंड क्रिकेट टीम का अनूठा फंडा)
भारत दौरे में हार से परेशान कप्तान एलिस्टर कुक को लगता है कि इस बार अंतर इतना है कि भारत के ‘2012 की दिग्गज क्रिकेटरों’ वाली टीम में उम्रदराज खिलाड़ी थे और हमारी टीम भी अनुभवी थी, जबकि इंग्लैंड की ‘2016 की टीम’ पूरी तरह से युवाओं से भरी है, जिन्हें उपमहाद्वीप में खेलने का अनुभव नहीं है. कुक और जो रूट को छोड़कर इंग्लैंड की तरफ से अब तक पहले तीन टेस्ट मैचों में खेलने वाली टीम में कोई और खिलाड़ी ऐसा नहीं है जो 2012 की सीरीज में खेला हो. इंग्लैंड ने 2012 में 2-1 से जीत दर्ज की थी. उस समय भारतीय टीम में सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, हरभजन सिंह और महेंद्र सिंह धोनी जैसे खिलाड़ी थे. (विराट कोहली से टिप्स पाने के बाद अगली बार खतरनाक साबित हो सकता है यह इंग्लिश बल्लेबाज)
कुक से जब दो भारतीय टीमों के बीच तुलना करने के लिए कहा गया तो उन्होंने दिलचस्प विश्लेषण किया. उन्होंने कहा, ‘‘हम 2012 में जिस भारतीय टीम से खेले वह भिन्न थी. संभवत: वह वर्तमान की तुलना में उम्रदराज टीम थी. यह पूरी तरह से अलग टीम है जिसमें अधिक युवा खिलाड़ी हैं जिन्हें इन परिस्थतियों में खेलने का चार साल का अनुभव है. हमारी 2012 की टीम (कुक, इयान बेल, केविन पीटरसन, मैट प्रायर, जिम्मी एंडरसन, ग्रीम स्वान, मोंटी पनेसर) काफी अनुभवी थी और उन्होंने उससे पहले उपमहाद्वीप में काफी क्रिकेट खेली थी.’’
पिच को समझने में हुई गलती
कुक ने कहा, ‘‘वर्तमान टीम में शीर्ष क्रम के केवल दो बल्लेबाजों ने ही बांग्लादेश में खेलने से पहले उपमहाद्वीप में एक या दो मैचों से अधिक मैच खेले थे.’’ इंग्लैंड के कप्तान ने इसके साथ ही स्वीकार किया कि वह पिच को समझने में गलती कर गए थे. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हम सभी पिच को नहीं समझ पाए. यदि हमें इसका मिजाज पता होता तो हम निश्चित तौर पर चार तेज गेंदबाजों और दो स्पिनरों के साथ उतरते, क्योंकि तेज गेंदबाजों को कुछ मदद मिल रही थी और गेंद थोड़ा रिवर्स स्विंग भी हो रही थी.’’ (विराट कोहली ने धोनी के रिकॉर्ड की बराबरी की, अन्य रिकॉर्ड...)
हमीद की जगह जल्द शामिल होगा खिलाड़ी
कुक ने टीम की आठ विकेट से हार के बाद हमीद के बारे में कहा, ‘‘उसके हाथ में फ्रैक्चर हो गया है और उसे फिक्स करने के लिये प्लास्टर की जरूरत पड़ेगी. निश्चित तौर पर एक युवा खिलाड़ी के लिये यह निराशाजनक है जिसने अपनी तकनीक और प्रतिभा से काफी प्रभावित किया हो. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘उसकी आज की पारी विशेष थी लेकिन वह पूरे दौरे से बाहर हो गया है. वह स्वदेश लौट रहा है. उसकी जगह दूसरे खिलाड़ी को जल्द ही टीम में लिया जाएगा.’’
कुक ने कहा कि हमीद को बल्ला पकड़ने में मुश्किल हो रही थी. उन्होंने कहा, ‘‘उसे वास्तव में परेशानी हो रही थी. हाथ पर दबाव नहीं पड़े इसके लिये वह थोड़ा अलग तरह की ग्रिप से बल्ला पकड़ रहा था. जब वह हिट कर रहा था तब भी हाथ में झनझनाहट हो रही थी. ’’ यहां तक कि भारतीय कप्तान विराट कोहली ने भी इस युवा बल्लेबाज की तारीफ की.
भारत दौरे में हार से परेशान कप्तान एलिस्टर कुक को लगता है कि इस बार अंतर इतना है कि भारत के ‘2012 की दिग्गज क्रिकेटरों’ वाली टीम में उम्रदराज खिलाड़ी थे और हमारी टीम भी अनुभवी थी, जबकि इंग्लैंड की ‘2016 की टीम’ पूरी तरह से युवाओं से भरी है, जिन्हें उपमहाद्वीप में खेलने का अनुभव नहीं है. कुक और जो रूट को छोड़कर इंग्लैंड की तरफ से अब तक पहले तीन टेस्ट मैचों में खेलने वाली टीम में कोई और खिलाड़ी ऐसा नहीं है जो 2012 की सीरीज में खेला हो. इंग्लैंड ने 2012 में 2-1 से जीत दर्ज की थी. उस समय भारतीय टीम में सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, हरभजन सिंह और महेंद्र सिंह धोनी जैसे खिलाड़ी थे. (विराट कोहली से टिप्स पाने के बाद अगली बार खतरनाक साबित हो सकता है यह इंग्लिश बल्लेबाज)
कुक से जब दो भारतीय टीमों के बीच तुलना करने के लिए कहा गया तो उन्होंने दिलचस्प विश्लेषण किया. उन्होंने कहा, ‘‘हम 2012 में जिस भारतीय टीम से खेले वह भिन्न थी. संभवत: वह वर्तमान की तुलना में उम्रदराज टीम थी. यह पूरी तरह से अलग टीम है जिसमें अधिक युवा खिलाड़ी हैं जिन्हें इन परिस्थतियों में खेलने का चार साल का अनुभव है. हमारी 2012 की टीम (कुक, इयान बेल, केविन पीटरसन, मैट प्रायर, जिम्मी एंडरसन, ग्रीम स्वान, मोंटी पनेसर) काफी अनुभवी थी और उन्होंने उससे पहले उपमहाद्वीप में काफी क्रिकेट खेली थी.’’
पिच को समझने में हुई गलती
कुक ने कहा, ‘‘वर्तमान टीम में शीर्ष क्रम के केवल दो बल्लेबाजों ने ही बांग्लादेश में खेलने से पहले उपमहाद्वीप में एक या दो मैचों से अधिक मैच खेले थे.’’ इंग्लैंड के कप्तान ने इसके साथ ही स्वीकार किया कि वह पिच को समझने में गलती कर गए थे. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हम सभी पिच को नहीं समझ पाए. यदि हमें इसका मिजाज पता होता तो हम निश्चित तौर पर चार तेज गेंदबाजों और दो स्पिनरों के साथ उतरते, क्योंकि तेज गेंदबाजों को कुछ मदद मिल रही थी और गेंद थोड़ा रिवर्स स्विंग भी हो रही थी.’’ (विराट कोहली ने धोनी के रिकॉर्ड की बराबरी की, अन्य रिकॉर्ड...)
हमीद की जगह जल्द शामिल होगा खिलाड़ी
कुक ने टीम की आठ विकेट से हार के बाद हमीद के बारे में कहा, ‘‘उसके हाथ में फ्रैक्चर हो गया है और उसे फिक्स करने के लिये प्लास्टर की जरूरत पड़ेगी. निश्चित तौर पर एक युवा खिलाड़ी के लिये यह निराशाजनक है जिसने अपनी तकनीक और प्रतिभा से काफी प्रभावित किया हो. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘उसकी आज की पारी विशेष थी लेकिन वह पूरे दौरे से बाहर हो गया है. वह स्वदेश लौट रहा है. उसकी जगह दूसरे खिलाड़ी को जल्द ही टीम में लिया जाएगा.’’
कुक ने कहा कि हमीद को बल्ला पकड़ने में मुश्किल हो रही थी. उन्होंने कहा, ‘‘उसे वास्तव में परेशानी हो रही थी. हाथ पर दबाव नहीं पड़े इसके लिये वह थोड़ा अलग तरह की ग्रिप से बल्ला पकड़ रहा था. जब वह हिट कर रहा था तब भी हाथ में झनझनाहट हो रही थी. ’’ यहां तक कि भारतीय कप्तान विराट कोहली ने भी इस युवा बल्लेबाज की तारीफ की.
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