टीम इंडिया (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में अब तक के नतीजों को देखकर यह कहना मुश्किल हो गया है कि टीम इंडिया आखिरी मैच में जीत का रास्ता कैसे बनाएगी। अगर शनिवार को होने वाले सिडनी वनडे में टीम इंडिया जीत हासिल नहीं कर पाती है, तो उसकी वनडे रैंकिंग दूसरे से तीसरे नंबर पर तो खिसकेगी ही साथ ही टीम को कई बड़े बदलावों के दौर से गुजरना पड़ सकता है।
पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर भी अब टीम में बड़े बदलाव के पक्ष में नजर आते रहे हैं। कई खिलाड़ियों के सिर पर तलवार लटक रही है। फिलहाल कैनबरा में हार की जिम्मेदारी कप्तान एमएस धोनी ने अपने सिर ले ली है, लेकिन सीरीज में 0-4 से पिछड़ने के बावजूद यह मैच खिलाड़ियों के लिए करो या मरो का मसला बन गया है।
कैनबरा में हार के फौरन बाद कप्तान धोनी ने यह मानने में देर नहीं की कि उनके विकेट का जाना ही मैच का टर्निंग प्वाइंट था। लेकिन अब उन्हें सिडनी में हर हाल में जीत की सूरत तय करनी होगी। टीम इंडिया के कई बल्लेबाजों ने सीरीज में बड़े रिकॉर्ड बनाए हैं, लेकिन टीम को हार मिली और उसका रिकॉर्ड खराब हो गया। बल्लेबाजी में भी चूक हुई है इससे इंकार नहीं किया जा सकता।
बल्लेबाजी में कई निजी रिकॉर्ड बनने के बावजूद टीम इंडिया की गेंदबाजी बड़ी फिक्र की वजह बनी हुई है। ना सिर्फ भारतीय टीम बल्कि मेजबान टीम के गेंदबाज भी मानते हैं कि उनकी चुनौती पहले से ज्यादा बढ़ गई है।
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज केन रिचर्डसन कहते हैं, "मुझे लगता है बल्लेबाजी बेहतर होती जा रही है और अब गेंदबाजों के सामने चुनौती है कि वो आउट करने का तरीका ढूंढें।"
पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर और संजय मांजरेकर जैसे दिग्गजों ने सीनियर खिलाड़ियों के साथ टीम के युवा खिलाड़ियों और टीम के रवैये को लेकर सवाल खड़े किए हैं। फैन्स के जेहन में ये सवाल बड़ा बनता जा रहा है कि क्या वनडे सीरीज में वाकई टीम इंडिया को 0-5 से हार का सामना करना पड़ेगा?
पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर भी अब टीम में बड़े बदलाव के पक्ष में नजर आते रहे हैं। कई खिलाड़ियों के सिर पर तलवार लटक रही है। फिलहाल कैनबरा में हार की जिम्मेदारी कप्तान एमएस धोनी ने अपने सिर ले ली है, लेकिन सीरीज में 0-4 से पिछड़ने के बावजूद यह मैच खिलाड़ियों के लिए करो या मरो का मसला बन गया है।
कैनबरा में हार के फौरन बाद कप्तान धोनी ने यह मानने में देर नहीं की कि उनके विकेट का जाना ही मैच का टर्निंग प्वाइंट था। लेकिन अब उन्हें सिडनी में हर हाल में जीत की सूरत तय करनी होगी। टीम इंडिया के कई बल्लेबाजों ने सीरीज में बड़े रिकॉर्ड बनाए हैं, लेकिन टीम को हार मिली और उसका रिकॉर्ड खराब हो गया। बल्लेबाजी में भी चूक हुई है इससे इंकार नहीं किया जा सकता।
बल्लेबाजी में कई निजी रिकॉर्ड बनने के बावजूद टीम इंडिया की गेंदबाजी बड़ी फिक्र की वजह बनी हुई है। ना सिर्फ भारतीय टीम बल्कि मेजबान टीम के गेंदबाज भी मानते हैं कि उनकी चुनौती पहले से ज्यादा बढ़ गई है।
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज केन रिचर्डसन कहते हैं, "मुझे लगता है बल्लेबाजी बेहतर होती जा रही है और अब गेंदबाजों के सामने चुनौती है कि वो आउट करने का तरीका ढूंढें।"
पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर और संजय मांजरेकर जैसे दिग्गजों ने सीनियर खिलाड़ियों के साथ टीम के युवा खिलाड़ियों और टीम के रवैये को लेकर सवाल खड़े किए हैं। फैन्स के जेहन में ये सवाल बड़ा बनता जा रहा है कि क्या वनडे सीरीज में वाकई टीम इंडिया को 0-5 से हार का सामना करना पड़ेगा?
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