ब्रिसबेन:
बल्लेबाजों के उम्दा प्रदर्शन के बाद बेन हिलफेंहास और ब्रेट ली की धारदार गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलिया ने त्रिकोणीय एकदिवसीय क्रिकेट शृंखला में भारत को 110 रन से रौंद दिया। दो साल से भी अधिक समय बाद वनडे क्रिकेट में वापसी कर रहे हिलफेंहास ने 33 रन देकर पांच, जबकि ली ने 49 रन पर तीन विकेट चटकाए, जिससे भारतीय टीम 289 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 43.3 ओवर में 178 रन पर ढेर हो गई। ऑस्ट्रेलिया को इस जीत से बोनस अंक सहित पांच अंक मिले।
भारत की ओर से कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने सर्वाधिक 56 रन बनाए, लेकिन अन्य बल्लेबाज जिम्मेदारी से खेलने में नाकाम रहे। हिलफेंहास और ली के अलावा स्पिनर जेवियर डोहर्टी ने किफायती गेंदबाजी करते हुए अपने कोटे के 10 ओवर में केवल 29 रन दिए। उन्हें हालांकि कोई विकेट नहीं मिला।
भारत की शुरुआत बेहद खराब रही और गौतम गंभीर तथा सचिन तेंदुलकर के बाद रोहित शर्मा और विराट कोहली भी सस्ते में पैवेलियन लौट गए। सुरेश रैना थोड़ी देर तक क्रीज पर डटे रहे लेकिन 28 के निजी स्कोर पर आउट हो गए। गंभीर पांच और तेंदुलकर सिर्फ तीन रन ही बना पाए।
इनके बाद मैदान में आए रोहित शर्मा बिना खाता खोले ही आउट हो गए तो विराट कोहली 12 रन बनाकर चलते बने।
इससे पहले, त्रिकोणीय एकदिवसीय शृंखला के सातवें मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने निर्धारित 50 ओवरों में पांच विकेट खोकर 288 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया की ओर से माइक हसी ने 59, पीटर फोरेस्ट ने 52, मैथ्यू वेड ने 45, जबकि डेविड वार्नर ने 43 रन बनाए। भारत की ओर से इरफान पठान ने 61 रन देकर तीन विकेट चटकाए।
ऑस्ट्रेलिया ने धीमी शुरुआत से उबरते हुए अंतिम 10 ओवर में 101 रन ठोक डाले। माइक हसी (59) और पीटर फोरेस्ट (52) के अर्धशतक और दोनों के बीच चौथे विकेट की 100 रन की साझेदारी की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने मजबूत मंच तैयार किया। इसके बाद डेनियल क्रिस्टियन (18 गेंद में नाबाद 30) और डेविड हसी (20 गेंद में नाबाद 26) ने छठे विकेट के लिए सिर्फ छह ओवर में 65 रन की अटूट साझेदारी की।
ऑस्ट्रेलिया ने ठोस शुरुआत की, लेकिन बीच के ओवरों में भारतीय गेंदबाजों ने शिकंजा कसते हुए रन बनाने के अधिक मौके नहीं दिए। मैथ्यू वेड और डेविड वार्नर ने पहले विकेट के लिए 70 रन जोड़े लेकिन 13वें ओवर में वार्नर के आउट होने के बाद ऑस्ट्रेलिया की रन गति में काफी गिरावट आई।
वार्नर ने 46 गेंद में पांच चौकों और एक छक्के की मदद से 43 रन बनाए, लेकिन वह इरफान पठान की गेंद को लेग साइड में खेलने की कोशिश में सचिन तेंदुलकर को आसान कैच दे बैठे। पिछली चार पारियों में केवल 11 रन बनाने वाले कार्यवाहक कप्तान रिकी पोंटिंग ने 13 गेंद में खाता खोला और फिर सात रन बनाने के बाद जहीर खान का शिकार बने। भारत ने गेंदबाजी पावरप्ले के पांच ओवर में सिर्फ 12 रन दिए और पोंटिंग का विकेट भी हासिल किया।
मौजूदा शृंखला में कार्यवाहक कप्तान रिकी पोंटिंग का खराब फॉर्म जारी है। पोंटिंग सात रन बनाकर पैवेलियन लौट गए। उन्हें जहीर खान ने पठान के हाथों कैच कराया। वेड 45 रन बनाकर रोहित शर्मा की गेंद पर उनके ही हाथों लपके गए।
भारत की ओर से कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने सर्वाधिक 56 रन बनाए, लेकिन अन्य बल्लेबाज जिम्मेदारी से खेलने में नाकाम रहे। हिलफेंहास और ली के अलावा स्पिनर जेवियर डोहर्टी ने किफायती गेंदबाजी करते हुए अपने कोटे के 10 ओवर में केवल 29 रन दिए। उन्हें हालांकि कोई विकेट नहीं मिला।
भारत की शुरुआत बेहद खराब रही और गौतम गंभीर तथा सचिन तेंदुलकर के बाद रोहित शर्मा और विराट कोहली भी सस्ते में पैवेलियन लौट गए। सुरेश रैना थोड़ी देर तक क्रीज पर डटे रहे लेकिन 28 के निजी स्कोर पर आउट हो गए। गंभीर पांच और तेंदुलकर सिर्फ तीन रन ही बना पाए।
इनके बाद मैदान में आए रोहित शर्मा बिना खाता खोले ही आउट हो गए तो विराट कोहली 12 रन बनाकर चलते बने।
इससे पहले, त्रिकोणीय एकदिवसीय शृंखला के सातवें मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने निर्धारित 50 ओवरों में पांच विकेट खोकर 288 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया की ओर से माइक हसी ने 59, पीटर फोरेस्ट ने 52, मैथ्यू वेड ने 45, जबकि डेविड वार्नर ने 43 रन बनाए। भारत की ओर से इरफान पठान ने 61 रन देकर तीन विकेट चटकाए।
ऑस्ट्रेलिया ने धीमी शुरुआत से उबरते हुए अंतिम 10 ओवर में 101 रन ठोक डाले। माइक हसी (59) और पीटर फोरेस्ट (52) के अर्धशतक और दोनों के बीच चौथे विकेट की 100 रन की साझेदारी की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने मजबूत मंच तैयार किया। इसके बाद डेनियल क्रिस्टियन (18 गेंद में नाबाद 30) और डेविड हसी (20 गेंद में नाबाद 26) ने छठे विकेट के लिए सिर्फ छह ओवर में 65 रन की अटूट साझेदारी की।
ऑस्ट्रेलिया ने ठोस शुरुआत की, लेकिन बीच के ओवरों में भारतीय गेंदबाजों ने शिकंजा कसते हुए रन बनाने के अधिक मौके नहीं दिए। मैथ्यू वेड और डेविड वार्नर ने पहले विकेट के लिए 70 रन जोड़े लेकिन 13वें ओवर में वार्नर के आउट होने के बाद ऑस्ट्रेलिया की रन गति में काफी गिरावट आई।
वार्नर ने 46 गेंद में पांच चौकों और एक छक्के की मदद से 43 रन बनाए, लेकिन वह इरफान पठान की गेंद को लेग साइड में खेलने की कोशिश में सचिन तेंदुलकर को आसान कैच दे बैठे। पिछली चार पारियों में केवल 11 रन बनाने वाले कार्यवाहक कप्तान रिकी पोंटिंग ने 13 गेंद में खाता खोला और फिर सात रन बनाने के बाद जहीर खान का शिकार बने। भारत ने गेंदबाजी पावरप्ले के पांच ओवर में सिर्फ 12 रन दिए और पोंटिंग का विकेट भी हासिल किया।
मौजूदा शृंखला में कार्यवाहक कप्तान रिकी पोंटिंग का खराब फॉर्म जारी है। पोंटिंग सात रन बनाकर पैवेलियन लौट गए। उन्हें जहीर खान ने पठान के हाथों कैच कराया। वेड 45 रन बनाकर रोहित शर्मा की गेंद पर उनके ही हाथों लपके गए।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं