कोलकाता:
महिला वर्ल्डकप में शानदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय टीम की सदस्यों के सम्मान का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में भारतीय महिला क्रिकेट टीम की सबसे अनुभवी खिलाड़ी दिग्गज गेंदबाज झूलन गोस्वामी को सोमवार को एयर इंडिया ने सम्मानित किया. उल्लेखनीय है कि झूलन ने हाल ही में संपन्न हुए आईसीसी विश्वकप टूर्नामेंट में भारतीय टीम को फाइनल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी. इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स मैदान पर खेले गए फाइनल मैच में झूलन ने 23 गेंदों में तीन विकेट लिए थे.
झूलन 2006 से एयर इंडिया के वाणिज्यिक विभाग में पदस्थ हैं. एयर इंडिया के क्षेत्रीय निदेशक पूर्वी क्षेत्र कैप्टन रोहित भसीन ने झूलन को प्रशस्ति पत्र और 50,000 रुपये का चेक प्रदान किया. अपने एक बयान में झूलन ने कहा, "एयर इंडिया मेरे लिए एक परिवार की तरह है और मैं आज अपने संगठन द्वारा सम्मानित होकर काफी खुश हूं. मैं आज जो कुछ भी हूं, उसमें एयर इंडिया की ओर से दिए गए योगदान को हमेशा याद रखूंगी। मेरे संगठन ने मुझे इस स्तर को हासिल करने में बहुत मदद दी. ' झूलन इस समय वनडे क्रिकेट में दुनिया की सर्वाधिक विकेट लेने वाली खिलाड़ी हैं. इसके साथ ही अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित झूलन को उप-प्रबंधक पद से पदोन्नत कर प्रबंधक बना दिया गया है.
यह भी पढ़ें : झूलन गोस्वामी से प्रेरणा लेकर पाकिस्तान की कायनात इम्तियाज बनीं फास्ट बॉलर
झूलन के तेज गेंदबाज बनने की कहानी है दिलचस्प
अपने कद के कारण झूलन गेंदों को अच्छी उछाल देने में सफल होती हैं. पांच फुट 11 इंच लंबी झूलन की मां का नाम झरना तथा पिता का नाम निशित गोस्वामी है. झूलन के तेज गेंदबाजी शुरू करने की कहानी कम दिलचस्प नहीं हैं. बचपन में वे पड़ोस के लड़कों के साथ क्रिकेट खेला करती थीं. उस समय बेहद धीमी गेंदबाजी करने के कारण झूलन का मजाक बनाया जाता था. इससे उन्हें गेंदबाज बनने की प्रेरणा मिली. उन्होंने तेज गेंदबाजी में हाथ आजमाया और जल्द ही अपनी गेंदों की गति से लड़कों को भी चौंकने पर मजबूर करने लगीं.
वीडियो : भारतीय महिला टीम से खास बातचीत
झूलन की कद काठी तेज गेंदबाजी के लिहाज से आदर्श है. वनडे में सबसे अधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज बनी झूलन गति के बावजूद गेंदों की लाइन-लेंथ पर नियंत्रण रखती हैं. उनकी छवि बेहद सटीक तेज गेंदबाज की है .झूलन सुबह 4.30 बजे उठकर नदिया से दक्षिण कोलकाता के विवेकानंद पार्क तक लोकल ट्रेन से जाया करती थीं, जहां कोच उन्हें क्रिकेट की ट्रेनिंग दिया करते थे. (इनपुट : आईएएनएस)
झूलन 2006 से एयर इंडिया के वाणिज्यिक विभाग में पदस्थ हैं. एयर इंडिया के क्षेत्रीय निदेशक पूर्वी क्षेत्र कैप्टन रोहित भसीन ने झूलन को प्रशस्ति पत्र और 50,000 रुपये का चेक प्रदान किया. अपने एक बयान में झूलन ने कहा, "एयर इंडिया मेरे लिए एक परिवार की तरह है और मैं आज अपने संगठन द्वारा सम्मानित होकर काफी खुश हूं. मैं आज जो कुछ भी हूं, उसमें एयर इंडिया की ओर से दिए गए योगदान को हमेशा याद रखूंगी। मेरे संगठन ने मुझे इस स्तर को हासिल करने में बहुत मदद दी. ' झूलन इस समय वनडे क्रिकेट में दुनिया की सर्वाधिक विकेट लेने वाली खिलाड़ी हैं. इसके साथ ही अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित झूलन को उप-प्रबंधक पद से पदोन्नत कर प्रबंधक बना दिया गया है.
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झूलन के तेज गेंदबाज बनने की कहानी है दिलचस्प
अपने कद के कारण झूलन गेंदों को अच्छी उछाल देने में सफल होती हैं. पांच फुट 11 इंच लंबी झूलन की मां का नाम झरना तथा पिता का नाम निशित गोस्वामी है. झूलन के तेज गेंदबाजी शुरू करने की कहानी कम दिलचस्प नहीं हैं. बचपन में वे पड़ोस के लड़कों के साथ क्रिकेट खेला करती थीं. उस समय बेहद धीमी गेंदबाजी करने के कारण झूलन का मजाक बनाया जाता था. इससे उन्हें गेंदबाज बनने की प्रेरणा मिली. उन्होंने तेज गेंदबाजी में हाथ आजमाया और जल्द ही अपनी गेंदों की गति से लड़कों को भी चौंकने पर मजबूर करने लगीं.
वीडियो : भारतीय महिला टीम से खास बातचीत
झूलन की कद काठी तेज गेंदबाजी के लिहाज से आदर्श है. वनडे में सबसे अधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज बनी झूलन गति के बावजूद गेंदों की लाइन-लेंथ पर नियंत्रण रखती हैं. उनकी छवि बेहद सटीक तेज गेंदबाज की है .झूलन सुबह 4.30 बजे उठकर नदिया से दक्षिण कोलकाता के विवेकानंद पार्क तक लोकल ट्रेन से जाया करती थीं, जहां कोच उन्हें क्रिकेट की ट्रेनिंग दिया करते थे. (इनपुट : आईएएनएस)
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