भारत और दक्षिण अफ्रीका (India vs South Africa) के बीच खेले जानें वाले तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला में अब गिनती के महज दो दिन शेष रह गए हैं. दोनों टीमों के बीच प्रस्तावित टेस्ट श्रृंखला का पहला मुकाबला आगामी 26 दिसंबर से 30 दिसंबर के बीच सेंचुरियन (Centurion) स्थित सुपरस्पोर्ट्स पार्क क्रिकेट स्टेडियम (SuperSport Park Cricket Stadium) में खेला जाएगा.
सेंचुरियन टेस्ट शुरू होने से पहले बात करें अफ्रीकी दौरे पर भारतीय टीम के इतिहास के बारे में तो यहां टीम इंडिया को अबतक एक बार भी खिताबी जीत हासिल नहीं हुई है. टीम इंडिया अफ्रीका का अबतक सात बार दौरा कर चुकी है, लेकिन उसे अबतक ट्रॉफी उठाने का मौका नहीं मिला है. इस दौरान देश के कई खिलाड़ियों ने अफ्रीकी दौरे पर बेहतरीन प्रदर्शन किया है, लेकिन कोई भी टीम एक खिलाड़ी के बलबूते अबतक सीरीज जीतने में नाकामयाब रही है.
बता दें टीम इंडिया भले ही अफ्रीकी दौरे पर अबतक सीरीज जीतने में असफल रही हो, लेकिन प्रोटियाज के खिलाफ देश के कई खिलाड़ियों ने यादगार प्रदर्शन किया है. ऐसे में बात करें अफ्रीकी दौरे पर देश के गेंदबाजों द्वारा किए गए कुछ यादगार प्रदर्शन के बारे में तो वो इस प्रकार हैं-
श्रीसंत- 5/40 और 3/59 जोहान्सबर्ग, 2006:
साल 2006 में अफ्रीकी दौरे पर गई भारतीय टीम ने इतिहास रचते हुए जोहान्सबर्ग टेस्ट में विजयश्री हासिल की थी. टीम इंडिया की अफ्रीका में यह पहली जीत थी. टीम इंडिया की इस जीत में टीम से बाहर चल रहे 38 वर्षीय तेज गेंदबाज श्रीसंत का महत्वपूर्ण योगदान रहा था. उन्होंने वांडरर्स स्टेडियम में कहर बरपाती गेंदबाजी करते हुए पहली पारी में पांच और दूसरी पारी में तीन विकेट लेकर विपक्षी टीम को पूरी तरह से रौंदकर रख दिया था. श्रीसंत के इस कातिलाना गेंदबाजी के बदौलत भारतीय टीम जोहान्सबर्ग टेस्ट 123 रनों से अपने नाम करने में कामयाब रही थी.
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जसप्रीत बुमराह- 5/54 और 2/57 जोहान्सबर्ग, 2018:
साल 2018 में अफ्रीकी दौरे पर गई भारतीय टीम को मेजबान टीम के साथ तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला खेलनी पड़ी. इस दौरान अफ्रीकी टीम ने भारतीय टीम को 2-1 से करारी शिकस्त दी. इस सीरीज का तीसरा मुकाबला 24 जनवरी से 27 जनवरी के बीच जोहान्सबर्ग में खेला गया. इस मुकाबले में भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए दोनों पारियों में मिलाकर सात विकेट चटकाए. बुमराह ने पहली पारी में पांच एवं दूसरी पारी में दो सफलता प्राप्त की. बुमराह के कातिलाना गेंदबाजी का नतीजा ये रहा कि भारतीय टीम ने यह मुकाबला 63 रनों से अपने नाम किया.
हरभजन सिंह- 4/10 और 2/70 डरबन, 2010:
साल 2010 का दूसरा टेस्ट मुकाबला डरबन में खेला गया. इस मुकाबले में भारतीय टीम ने मेजबान टीम के खिलाफ 87 रनों से विजयश्री हासिल की. डरबन टेस्ट में भारतीय अनुभवी स्पिनर हरभजन सिंह अपने पूरे लय में नजर आए. उन्होंने टीम के लिए पहली पारी में चार एवं दूसरी पारी में दो सफलता प्राप्त की. इस मुकाबले में सिंह के विकेट का महत्व इसलिए और बढ़ जाता है क्योंकि जब भी टीम को अहम मौकों पर विकेट की जरूरत थी. उस दौरान उन्होंने विकेट झटककर टीम को सफलता दिलाई.
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अनिल कुंबले- 2/60 और 6/53 जोहान्सबर्ग, 1992:
भारतीय टीम साल 1992 में पहली बार अफ्रीकी दौरे पर थी. इस दौरान देश के पूर्व दिग्गज लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने तेज गेंदबाजी के लिए अनुकूल पिच पर अपनी कहर बरपाती स्पिन गेंदबाजी से सबको आश्चर्यचकित कर दिया था. दरअसल उन्होंने इस मुकाबले की पहली पारी में विपक्षी टीम के दो बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया. इसके पश्चात् उन्होंने दूसरी पारी में छह अफ्रीकी बल्लेबाजों को आउट कर खलबली मचा दी थी. अफसोस भारतीय टीम कुंबले के इस बेहतरीन प्रदर्शन के बदौलत भी जीत हासिल करने में नाकामयाब रही. दोनों टीमों के बीच खेला गया यह मुकाबला ड्रा रहा था.
जवागल श्रीनाथ- 6/76 और 2/28 पोर्ट एलिजाबेथ, 2001:
साल 2001 में अफ्रीकी दौरे पर गई भारतीय टीम पहला टेस्ट मैच गंवाने के बाद जवागल श्रीनाथ की बेहतरीन गेंदबाजी के बदौलत दूसरा टेस्ट मुकाबला बचाने में कामयाब रही थी. इस मुकाबले में अनुभवी तेज गेंदबाज ने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से सबको आश्चर्यचकित कर दिया था. दरअसल श्रीनाथ पोर्ट एलिजाबेथ की पहली पारी में 76 रन खर्च कर छह और दूसरी पारी में 28 रन खर्च कर दो विकेट लेने में कामयाब रहे थे. श्रीनाथ के इस बेहतरीन गेंदबाजी का कमाल ही था कि अफ्रीकी टीम पोर्ट एलिजाबेथ टेस्ट जीतते-जीतते रह गई थी.
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